तय समय से पहले Monsoon Alert मानसून केरल पहुंच गया है। आईए जानते हैं मानसून पूरे देश को कब तक कर करेगा..
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Monsoon Alert | गर्मी से परेशान हो रहे देशवासियों के लिए राहत भरी खबर यह है कि मानसून तय समय से पहले ही केरल में पहुंच गया है, मानसून की बारिश कोच्चि में हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले वर्ष से मानसून 9 दिन पहले केरल पहुंचा है पिछले वर्ष 8 जुलाई को मानसून ने केरल में दस्तक दी थी। मानसून के केरल पहुंचने की समय सीमा 1 जून होती है। इसके पहले मानसून 2017 में 8 दिन पहले केरल पहुंचा था। मध्य प्रदेश, राजस्थान, यूपी एवं देश के अन्य राज्यों में कब तक मानसून की एंट्री होगी आइए जानते हैं..
साइक्लोन ने मानसून को रफ्तार दी
मौसम विभाग Monsoon Alert के अनुसार मानसून के जल्दी आने का कारण 26 मई को बंगाल में आया रेमल साइक्लोन का बताया जा रहा है, जो पिछले सप्ताह पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में आया था। इससे पहले 30 मई, 2017 को साइक्लोन मोरा के कारण मानसून समय से पहले आया था। ईश्वर सभी मानसून इस वर्ष भी मानसून 30 मई को ही केरल पहुंच गया है।
Monsoon Alert मानसून के 27 जून तक दिल्ली आने की संभावना बन गई है। आमतौर पर मानसून केरल में 1 जून को प्रवेश करता है। इसके कुछ दिनों बाद उत्तर-पूर्व में आता है और 5 जून तक देश के अधिकांश हिस्से को कवर कर लेता है।
मानसून पिछले साल 8 जून को केरल पहुंचा था
IMD के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 150 साल में मानसून के केरल पहुंचने की तारीखें काफी अलग रही हैं। 1918 में मानसून सबसे पहले 11 मई को केरल पहुंच गया था, जबकि 1972 में सबसे देरी से 18 जून को केरल पहुंचा था। बीते चार साल की बात करें तो 2020 में मानसून 1 जून को, 2021 में 3 जून को, 2022 में 29 मई को और 2023 में 8 जून को केरल पहुंचा था।
इस बार ला नीना सक्रिय, अच्छी बारिश के आसार
मौसम वैज्ञानिकों Monsoon Alert के अनुसार क्लाइमेट (जलवायु) के दो पैटर्न होते हैं, अल नीनो और ला नीना। पिछले साल अल-नीनो सक्रिय था, जबकि इस बार अल-नीनो परिस्थितियां इसी हफ्ते खत्म हुई हैं और संभावना बन रही है कि तीन से पांच हफ्तों में ला-नीना परिस्थितियां पैदा हो जाएंगी। पिछले साल अल-नीनो के समय सामान्य से कम 94% बारिश हुई थी। 2020 से 2022 के दौरान ला-नीना ट्रिपल डिप के दौरान 109%, 99% व 106% बारिश हुई थी।
क्या होता है ला नीना और अल नीनो
अल नीनो: इसमें समुद्र का तापमान 3 से 4 डिग्री बढ़ जाता है। इसका प्रभाव 10 साल में दो बार होता है। इसके प्रभाव से ज्यादा बारिश वाले क्षेत्र में कम और कम बारिश Monsoon Alert वाले क्षेत्र में ज्यादा बारिश होती है।
ला नीना: इसमें समुद्र का पानी तेजी से ठंडा होता है। इसका दुनियाभर के मौसम Monsoon Alert पर असर पड़ता है। आसमान में बादल छाते हैं और अच्छी बारिश होती है।
इस साल 106% यानी 87 सेंटीमीटर बारिश का अनुमान
IMD द्वारा जारी की गई सूचना के मुताबिक देश में इस साल सामान्य से बेहतर मानसून रहेगा। मौसम विभाग (IMD) 104 से 110 फीसदी के बीच बारिश Monsoon Alert को सामान्य से बेहतर मानता है। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है। खरीफ की फसलें सामान्य मानसूनी बारिश पर निर्भर करती हैं।
IMD ने बताया कि 2024 में 106% यानी 87 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है। 4 महीने के मानसून सीजन Monsoon Alert के लिए लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) 868.6 मिलीमीटर यानी 86.86 सेंटीमीटर होता है। यानी मानसून सीजन में कुल इतनी बारिश होनी चाहिए। वेदर एजेंसी स्काईमेट ने मंगलवार 9 अप्रैल को बताया कि इस बार मानसून सामान्य रहेगा। यानी जून से सितंबर तक 4 महीने में औसत या सामान्य बारिश होगी। मौसम विभाग (IMD) 96 से 104 फीसदी के बीच बारिश को औसत या सामान्य मानता है। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है।
मानसून की दस्तक एमपी राजस्थान अन्य राज्यों में कब होगी
मानसून Monsoon Alert ने तय तारीख से एक दिन पहले 30 मई को केरल में दस्तक दे दी है। ऐसे में मौसम विभाग ने एमपी में 15 से 20 जून के बीच मानसून आने का अनुमान जताया है। राजस्थान में 24 जून से 6 जुलाई तक पहुंचने के आसार हैं। मानसून पूरे भारत में 8 जुलाई तक मानसून सक्रिय रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण भारत के तमिलनाडु में एक से 5 जून के बीच मानसून की एंट्री होती है। आंध्रप्रदेश में 4 से 11 जून के बीच, कर्नाटक में 3 से 8 जून के बीच और तेलंगाना में 8 और 9 जून को दस्तक देता है। उत्तर पूर्वी राज्यों में मानसून सामान्यतः 4 और 5 जून बीच आता है।
Monsoon Alert बिहार में 13 से 18 जून, झारखंड में 13 से 17 जून, छत्तीसगढ़ में 13 से 17 जून मानसून दस्तक देता है। गुजरात में 19 से 30 जून, मध्य प्रदेश में 16 से 21 जून, महाराष्ट्र में 9 से 16 जून के बीच मानसून की एंट्री होती है। चंडीगढ़ में 28 जून, दिल्ली में 27 जून, हरियाणा में 27 जून से 3 जुलाई, हिमाचल में 22 जून, जम्मू-कश्मीर में 22 से 29 जून, उत्तराखंड में 20 से 28 जून, पंजाब में 26 जून से एक जुलाई, उत्तर प्रदेश में 18 से 25 जून को दस्तक देने की संभावना है।
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