बीजेपी उर्वरक के साथ साथ अन्य उर्वरकों के क्या फायदे (DAP Fertilizer Benefits) हैं, आईए जानते हैं..
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DAP Fertilizer Benefits | रबी सीजन की शुरुआत हो चुकी है। मध्य प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी रबी फसलों की बुवाई का दौर चल रहा है। इस दौरान सबसे अधिक आवश्यकता उर्वरकों की होती है, लेकिन पिछले कुछ सालों के दौरान उर्वरकों की कमी लगातार सामने आ रही है। किसानों को अपनी फसलों के लिए उर्वरकों की व्यवस्था करना सबसे बड़ी परेशानी का सबक बन गया है।
यही कारण है कि उर्वरकों के लिए उर्वरक वितरण केदो पर लंबी-लंबी लाइन दिखाई देना हम बात हो गई है। इधर, खरीफ सीजन के दौरान ही डीएपी उर्वरक की भारी कमी देखने को मिली। किसान साथी डीएपी उर्वरक की कमी से होने वाले नुकसान की भरपाई किन उर्वरकों के माध्यम से कर सकते हैं एवं डीएपी सहित अन्य उर्वरकों के क्या-क्या फायदे हैं, आईए जानते हैं..
यह रहेगा डीएपी का एक बेहतर विकल्प
किसानों के लिए एसएसपी और एनपीके ग्रेड उर्वरक डीएपी का एक बेहतर विकल्प साबित हो रहे हैं। ये उर्वरक न केवल फास्फोरस प्रदान करते हैं, बल्कि सल्फर और कैल्शियम की कमी को भी पूरा करते हैं। DAP Fertilizer Benefits
एसएसपी के फायदे
एसएसपी पौधों के विकास के लिए फास्फोरस प्रदान करता है, जिससे फूलों की गिरावट कम होती है और फल अधिक लगते हैं। DAP Fertilizer Benefits
विशेषज्ञों के मुताबिक एसएसपी मिट्टी में सल्फर और कैल्शियम की कमी को दूर करता है, जो कई फसलों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके साथ ही यह सल्फर की मौजूदगी सरसों जैसी तिलहनी फसलों में तेल की मात्रा को बढ़ाती है। सबसे अधिक खास बात यह है कि एसएसपी डीएपी के मुकाबले यह सस्ता होता है और किसानों के लिए एक किफायती विकल्प है।
एनपीके ग्रेड उर्वरकों के फायदे
एनपीके विभिन्न अनुपातों में उपलब्ध होता है और फसल को नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश तीनों तत्व प्रदान करता है। विशेषज्ञों के मुताबिक एनपीके के उपयोग से पोषक तत्वों की उपयोग दक्षता बढ़ती है, जिससे उर्वरकों पर खर्च कम होता है। समग्र फसल विकास पोटाश की उपस्थिति से दानों में चमक आती है और फसल के दाने मजबूत होते हैं। DAP Fertilizer Benefits
इनका उपयोग कैसे करें
मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर उर्वरकों का सही उपयोग करना चाहिए, ताकि वांछित परिणाम मिल सके। किसान डीएपी के स्थान पर एसएसपी और यूरिया के मिश्रण या एनपीके कॉम्प्लेक्स उर्वरकों का उपयोग कर सकते हैं। DAP Fertilizer Benefits
तिलहनी फसलों के उत्पादन में सल्फर का महत्व
सल्फर (S) तत्व N, P, K के बाद आवश्यक द्वितीयक मुख्य पोषक तत्व है। तोरिया, राई / सरसो आदि के दानों में तेल की मात्रा एवं पैदावार बढ़ाने में सल्फर सहायक है। सल्फर पौधों में एमीनो एसिड (Cysteine, Cystine Methionine) तथा विटामिन (Thiamine, Biotin) के संश्लेषण हेतु आवश्यक है। DAP Fertilizer Benefits
सल्फर की कमी के लक्षण तिलहनी फसल के पौधे की नई पत्तियों में दिखाई देते है। पत्तियां हल्के हरे, पीले रंग की हो जाती है, बाद मे भीतरी किनारे लाल हो जाते है। बुवाई के समय यूरिया व सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक का प्रयोग करें।
सिंगल सुपर फास्फेट में 16% P तथा 11% S (सल्फर) होती है। यदि सिंगल सुपर फास्फेट का प्रयोग नहीं किया जाता है तो यूरिया, डी.ए.पी. के प्रयोग की दशा में जिप्सम 4 बोरी प्रति हेक्टेयर की दर से या सल्फर 90% की 40 किग्रा0 प्रति हेक्टेयर की दर से बुवाई के समय बेसल ड्रेसिंग के रुप में अवश्य प्रयोग करें। DAP Fertilizer Benefits
एमपी में रकबा घटा लेकिन उर्वरकों की खपत बड़ी
मध्य प्रदेश में खेती का रकबा घट रहा है, लेकिन रासायनिक खाद की खपत बढ़ रही है। जैविक खेती में नंबर वन होने के बावजूद किसानों की रासायनिक खाद पर निर्भरता चिंताजनक है। 2022-23 से 2025-26 के बीच रकबा घटा, लेकिन खाद उपयोग 29 से 33.29 लाख टन बढ़ा। रासायनिक खाद से मिट्टी की उर्वरता प्रभावित होती है। DAP Fertilizer Benefits
रासायनिक खाद के बढ़ते उपयोग से हर फसल सीजन में खाद की किल्लत की सूचनाएं आम हो चली हैं। वर्ष 2022-23 में 149.53 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलें बोई गई थीं जो 2025-26 में 146 लाख हेक्टेयर रह गईं। इससे उलट इस अवधि में खाद का उपयोग 29 लाख टन से बढ़कर 33.29 लाख टन (सितंबर प्रथम सप्ताह) पहुंच चुका है।
दूरगामी परिणाम ठीक नहीं
उत्पादन बढ़ाने के लिए किसान अधिक खाद का उपयोग करता है। तात्कालिक रूप से भले ही इससे लाभ मिलता है लेकिन दूरगामी परिणाम ठीक नहीं होते। मृदा की उर्वरा शक्ति तो प्रभावित होती ही है, भूजल पर भी असर पड़ता है। जो उपज होती है, उसकी गुणवत्ता भी ठीक नहीं होती। DAP Fertilizer Benefits
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