मंडियों में गेहूं की आवक कमजोर हुई, इस वर्ष समर्थन मूल्य पर खरीदी बढ़ी, जानिए गेहूं के लेटेस्ट भाव …

पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष से एमपी में समर्थन मूल्य (MSP wheat purchase) की खरीदी में बढ़ी वर्तमान में गेहूं के लेटेस्ट भाव यह है …

MSP wheat purchase ; पिछले वर्ष रूस यूक्रेन के मध्य जंग के चलते गेहूं का निर्यात विदेशों में अच्छा हुआ। 2022 में गेहूं निर्यात बेरोकटोक होने से गेहूं के भाव तेज थे वही निर्यात के कारण सरकारी स्तर पर होने वाली समर्थन मूल्य पर खरीदी पिछले वर्ष कम हुई। इस वर्ष गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध है।

नतीजतन समर्थन मूल्य MSP wheat purchase पर गेहूं की खरीदी इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ चुकी है। हालांकि गेहूं के भाव में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ज्यादा अंतर नहीं आया है। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी गेहूं के भाव किसानों को अच्छे मिल रहे हैं। आइए जानते हैं सरकारी स्तर पर गेहूं की खरीदी MSP wheat purchase कितनी बड़ी एवं लेटेस्ट में गेहूं के भाव क्या चल रहे हैं।

मंडियों में गेहूं की आवक कमजोर हुई – MSP wheat purchase 

गेहूं की आवक अब मंडियों में आवक कमजोर हो चुकी है। जबकि भाव स्थिर बने हुए हैं। सरकार ने खरीदी MSP wheat purchase में गुणवत्ता को लेकर छूट दे दी। नतीजा हुआ कि अब हल्का माल किसानों ने एमएसपी पर तुलवा दिया। कारोबारियों के अनुसार अब भी किसानों ने अच्छी गुणवत्ता वाला माल हाथ में रखा हुआ है। चमक वाले गेहूं का वे स्टाक कर रहे हैं। रोटी वाली गेहूं के दाम 3000 रुपये प्रति क्विंटल के ऊपर बने हुए हैं।

एमपी में 10 मई तक होगी समर्थन मूल्य पर खरीदी

समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी MSP wheat purchase का कार्य मध्ययप्रदेश में 10 मई तक चलेगा। ताजा सीजन में एमएसपी पर गेहूं की सरकारी खरीदी का आंकड़ा 11.14 मिलियन टन पर पहुंच गया है। बीते वर्ष की तुलना में गेहूं की सरकारी खरीदी अब तक 12 प्रतिशत ज्यादा दर्ज हुई है। बीते साल इसी अवधि में 9.98 मिलियन टन सरकारी खरीद हुई थी। सबसे ज्यादा वृद्धि मप्र और हरियाणा में हो रही है।

पंजाब में गेहूं की खरीदी कमजोर

पंजाब में एक अप्रैल से ताजा खरीद MSP wheat purchase सीजन शुरू हुआ है। बीते साल निर्यात की भारी मांग के कारण सरकारी खरीद कमजोर रही थी। सिर्फ 18.8 मिलियन टन ही गेहूं खरीदा गया था। खास बात है कि सरकारी खरीदी में अब तेजी आ रही है। मप्र में ही सरकारी खरीद का लक्ष्य 8 लाख टन निर्धारित है। ऐसे में अभी भी खरीद का जोर बना रहा है।

FCI के अनुसार मप्र में 66 प्रतिशत बढ़कर खरीदी MSP wheat purchase का आंकड़ा 3.20 मिलियन टन पहुंच गया है। प्रदेश में 67 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हरियाणा में 21 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3.87 मिलियन टन, उत्तर प्रदेश में48 प्रतिशत की वृद्धि के साथ खरीद का आंकड़ा 63 हजार 29 टन पर पहुंच गया है, जबकि पंजाब में खरीदी कमजोर है और आंकड़ा 17 प्रतिशत नीचे जाकर 3.99 मिलियन टन रह गया है।

गेहूं के लेटेस्ट भाव यह है

गेहूं के कारोबारियों के बीच आने वाले महीनों में सरकार MSP wheat purchase के द्वारा मूल्य नियंत्रण के लिए कदम उठाने का डर भी कायम है। यही कारण है कि मंडियों में मिल क्वालिटी व अन्य क्वालिटी में दाम स्थिर है। आटा और रवा में ग्राहकी कमजोर होने से दाम नरम है। गेहूं के भाव इंदौर में मिल क्वालिटी 2125-2150, पूर्णा 2550-2800, लोकवन 2600-2750 और मालवराज 2175 से 2200 रुपये है।

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