एमपी में समर्थन मूल्य की खरीदी का कार्य चल रहा है इसमें कौन-कौन सी समस्याएं / परेशानियां आ रही है, जानिए MSP wheat Purchase 2023 problem.
MSP wheat Purchase 2023 problem | मध्य प्रदेश में 25 मार्च से भोपाल सहित इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभागों में एमएसपी पर गेंहू खरीदी प्रारंभ हो चुकी है। वही 1 अप्रैल से अब जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चम्बल संभाग में भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेंहू उपार्जन का कार्य शुरू हो चुका है। इसी बीच गेंहू उपार्जन के लिए स्लॉट बुकिंग को लेकर बड़ी समस्या देखने को मिल रही है। जिससे की किसानों को एमएसपी पर गेंहू विक्रय करने में बड़ी समस्या आ रही है।
किसानों को यह आ रही है यह बड़ी समस्या – MSP wheat Purchase 2023 problem
एमएसपी पर गेंहू खरीदी को लेकर किसान साथी बताते गई की, उनका गेंहू पंजीयन तो हो गया है। लेकिन स्लॉट बुकिंग नही हो पा रहा है। हालांकि कुछ किसानों के स्लॉट बुकिंग प्रक्रिया आसानी से हो रही है लेकिन अधिकतर किसानों के स्लॉट बुकिंग नही हो रहे है। जिससे उन्हें एमएसपी पर गेंहू विक्रय को लेकर परेशानी झेलनी पड़ रही है। बता दे की मध्यप्रदेश के उज्जैन, नागदा, उन्हेल एवं अन्य जिलों में भी स्लॉट बुकिंग की यह समस्या देखने को मिल रही है।
प्रमुख सचिव ने गेंहू उपार्जन को लेकर दिए निर्देश
MSP wheat Purchase 2023 problem समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी को लेकर शासन द्वारा कुछ मापदंड तय किए है। जिसके आधार पर सरकार किसानों के सिकुड़े एवं टूटे हुए एवं नमी वाले गेंहू खरीदा जाएगा। जिनका रिकॉर्ड अलग रखा जाएगा। प्रमुख सचिव ने बैठक के दौरान अमानक स्तर के गेहूं का भुगतान नहीं करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने प्रभारी मंत्रीगणों को अपने-अपने जिलों में गेहूं उपार्जन केंद्रों की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने को कहा है।
मुख्यमंत्री जी ने बारिश और ओलावृष्टि से चमक खोने वाला या पतला गेहूं भी किसानों से खरीदने के निर्देश दिए हैं: गृह मंत्री @drnarottammisra
— Jansampark MP (@JansamparkMP) April 4, 2023
प्रमुख सचिव श्री उमराव ने अमानक गेहूं के सम्बन्ध में बताते हुए कहा कि सिकुड़े एवं टूटे हुए दाने, नमी वाले, आंशिक क्षतिग्रस्त दाने, गेहूं में अन्य खाद्यान्न या विजातीय तत्व पाये जाने पर वह अमानक स्तर का कहलाता है। ऐसे अमानक गेहूं MSP wheat Purchase 2023 problem का रिकार्ड उन्होंने अलग रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अमानक स्तर के गेहूं का भुगतान गोदामों को नहीं किया जायेगा।
प्रमुख सचिव ने गेंहू उपार्जन को लेकर अधिकारियों को दिए यह निर्देश
MSP wheat Purchase 2023 problem बैठक में प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो किसान उपार्जन के लिये केन्द्र में आता है, ऐसे किसानों को एक नम्बर अलॉट किया जाये। वही नम्बर उस किसान की बोरी पर भी चस्पा किया जाये, ताकि यदि गेहूं अमानक स्तर का है तो उसका प्रस्ताव शासन को भिजवाया जा सके। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने इस सम्बन्ध में गाईड लाइन बनाई है।
अपनी सुविधानुसार उपार्जन केंद्र चुन सकेंगे किसान
प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग श्री उमाकांत उमराव ने बैठक में बताया कि जिन किसानों ने समर्थन मूल्य MSP wheat Purchase 2023 problem पर पंजीयन कराया है, उन किसानों को यह स्वतंत्रता रहेगी कि वे अपनी सुविधा अनुसार उपार्जन केन्द्रों का चुनाव कर सकेंगे। शासन द्वारा निर्धारित गेहूं का समर्थन मूल्य यह है।
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष शासन ने गेहूं का समर्थन मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। समीक्षा के दौरान बताया गया कि रबी फसलों का रकबा गत वर्ष के अनुपात में बढ़ा है।
गत वर्ष 15 लाख 71 हजार 85 हेक्टेयर में रबी फसलों की बोवनी की गई थी। वहीं इस वर्ष 2023-24 में यह रकबा बढ़कर 16 लाख 47 हजार 529 हेक्टेयर हो गया है। प्रमुख सचिव श्री उमराव MSP wheat Purchase 2023 problem ने बताया कि सभी पंजीकृत किसानों का सत्यापन लगभग किया जा चुका है।
उपार्जन केंद्रों पर की जाए यह सुविधाएं
उपार्जन केन्द्रों पर भी सभी सुविधाएं सुनिश्चित की जायेंगी। प्रमुख सचिव ने सभी कलेक्टर को निर्देश दिये कि वे सभी उपार्जन केन्द्रों पर हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन, विद्युत, जनरेटर, कम्प्यूटर, प्रिंटर, लेपटॉप, किसानों के बैठने के लिये दरियां, पेयजल, शौचालय, पंखे की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
MSP wheat Purchase 2023 problem प्रमुख सचिव ने निर्देश दिये कि सभी खरीदी केन्द्रों पर सूचना पटल रहे, उपार्जन का बैनर तथा भुगतान की स्थिति एवं टोलफ्री नम्बर अंकित करें। साथ ही एफएक्यू गुणवत्ता का मापदण्ड दर्शायें। तौलकांटे अनिवार्य रूप से रखें।
गेहूं में 13% नमी हुई तो किसानों के खाते से कटेगी 1 फीसदी राशि
MSP wheat Purchase 2023 problem जिले भर में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 148 केंद्रों पर की जाएगी। यह खरीदी इस बार वेयर हाउस स्तर पर ही कराई जा रही है। सरकार द्वारा किसानों से 14 फीसदी तक नमीयुक्त गेहूं तो खरीदा जाएगा, लेकिन गेहूं में 13% नमी होने पर किसानों के खाते से एक फीसदी अर्थात 21.25 रुपए की राशि प्रति क्विंटल काटकर भुगतान किया जाएगा।
यदि गेहूं में नमी 14 फीसदी होती है तो खाते से 42.50 रुपए की राशि काट ली जाएगी। बिल जनरेट करने की हिदायत सोसायटी प्रबंधकों को दिए गए हैं। शुक्रवार को गेहूं खरीदी को लेकर वन परिसर में सोसायटी प्रबंधक और उससे जुड़े अधिकारी कर्मचारियों का प्रशिक्षण रखा गया। इस कार्यक्रम में खरीदी को लेकर शासन से मिले दिशा निर्देशों से अवगत कराया गया।
MSP wheat Purchase 2023 problem यदि कोई प्रबंधक इन नियमों से हटकर खरीदी करता है और बोरियों में गेहूं का लॉस होता है तो उसकी भरपाई सोसायटी प्रबंधकों के खातों से कराई जाएगी। वन परिसर में हुए कार्यक्रम में जिला आपूर्ति अधिकारी आरएम सिंह, नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक केएल शर्मा, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के सीईओ आकाश दीप सिंह चौहान सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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