किसानों को बड़ी राहत सरकार ने किसानों को राहत देते हुए गेहूं खरीद को लेकर बड़ा फैसला लिया है, MSP Wheat Purchase New Order की खबर पढ़ें..
MSP Wheat Purchase New Order | मौसम की मार के चलते इस वर्ष गेहूं का उत्पादन कम होने की संभावना बनी हुई है। बताया जा रहा है कि हरियाणा को छोड़कर बाकी अन्य सभी गेहूं उत्पादक राज्यों में गेहूं की पैदावार पर गहरा असर पड़ा है। इधर बे-मौसम बारिश एवं ओलावृष्टि के कारण गेहूं की क्वालिटी भी खराब हुई। जिसके कारण किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों की इसी परेशानी को देखते हुए सरकार ने बड़ी राहत प्रदान की है। सरकारी आदेश के पश्चात इस पर अमल होना शुरू हो गया है। सरकार ने गेहूं की गुणवत्ता को लेकर नए सिरे से समीक्षा करने के पश्चात जो मापदंड तय किए हैं, इनके बारे में आईए सब कुछ जानते हैं… MSP Wheat Purchase New Order
गेहूं खरीदी के यहां थे पुराने मापदंड
गेहूं खरीद MSP Wheat Purchase New Order के लिए अब तक 4 प्रतिशत तक खराब व 2 प्रतिशत तक टूटे दाने वाली गेहूं खरीद की ही छूट थी। लेकिन अब सरकार ने खरीद नियमों में शिथिलता देते हुए किसानों को बड़ी राहत दे दी है। उल्लेखनीय है कि इस बार गेहूं के पकाव के समय में लंबे समय तक मौसम ठंडा रहने के कारण गेहूं के दाने काले पड़ गए थे। अब बाजार में आ रही उपज में गेहूं के 2 से 8 प्रतिशत तक दाने काले हैं।
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गेहूं खरीदी के नए मापदंड
गेहूं की सरकारी खरीद MSP Wheat Purchase New Order में सरकार ने किसानों को तीन बड़ी राहतें दी हैं। अब 70 प्रतिशत तक चमक विहीन, 20 प्रतिशत सिकुड़े दाने व 6 प्रतिशत तक काले व क्षतिग्रस्त दाने वाली गेहूं भी किसान सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच सकेंगे। साथ ही किसानों से किसी प्रकार की कटौती भी नहीं की जाएगी।
मध्य प्रदेश के किसानों को 30% चमक विहीन गेहूं खरीदने की छूट पूर्व में दी गई थी। एफसीआई के अधिकारियों का कहना है कि सरकार ने गेहूं के खरीद नियमों में जो शिथिलता दी है। MSP Wheat Purchase New Order उन्हें ध्यान में रखते हुए गेहूं की सरकारी खरीद शुरू कर दी गई है। मंडियो में आवक बढ़ने के साथ ही अब खरीद भी तेजी से हो रही है।
गेहूं का समर्थन मूल्य
MSP Wheat Purchase New Order सरकार के आदेश जारी होते ही खरीद एजेंसियों की ओर से गेहूं की खरीद प्रक्रिया में इसे लागू कर दिया गया है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय ने आदेश जारी कर एमएसपी पर गेहूं की सरकारी खरीद में अब 70 प्रतिशत तक चमक विहान, 6 प्रतिशत तक काले व क्षतिग्रस्त दाने व 20 प्रतिशत तक सिकुड़े दाने वाली गेहूं की खरीद की छूट दी है।
आदेश जारी होने के साथ ही खरीद एजेंसियों ने नए आदेश के तहत खरीद नियमों में शिथिलता देते हुए गेहूं की खरीद भी शुरू कर दी है। गौरतलब है कि 2275 रु. प्रति क्विंटल एमएसपी है व राज्य सरकार 125 रु. बोनस दे रही है। किसानों से 2400 रु. क्विं. में गेहूं खरीदी जा रही है।
गिरदावरी रिपोर्ट दिखा बेच सकेंगे गेंहू
सरकार ने साझा खातेदार किसानों को भी MSP Wheat Purchase New Order गेहूं की सरकारी खरीद में राहत दी है। इसके तहत साझा खातेदार के खेत में गेहूं की बुवाई के आधार पर पटवारी की ओर से जारी गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर अब गेहूं की खरीद हो सकेगी। जबकि अब तक नियम यह था कि जैसे साझा खाते में यदि तीन किसानों के नाम हैं तो बोई गई गेहूं की फसल तीन हिस्सों में मानी जाएगी।
यानी चाहे इन तीन में से दो किसानों ने गेहूं की बुवाई नहीं की तो भी उन्हें गेहूं बेचने का अधिकार मिलेगा तथा एक ने गेहूं की बुवाई की है तो भी वो उपज का तीन में एक हिस्सा ही उसकी उपज मानी जाएगी। लेकिन अब नए नियम के तहत पटवारी की प्रमाणित गिरदावरी रिपोर्ट पर अब साझा खातेदार अपनी गेहं की उपज सरकार को बेच सकेंगे। MSP Wheat Purchase New Order इस संबंध में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को ऐसे किसानों को संशोधित गिरदावरी जारी करवाने के निर्देश दिए हैं।
गेहूं बेचने के लिए स्लॉट बुक कैसे करें
MSP Wheat Purchase New Order नवीन व्यवस्था में फसल बेचने के लिए किसान, निर्धारित पोर्टल से नज़दीक के उपार्जन केन्द्र, तिथि और टाइम हेतु फसल अनुसार स्लॉट का चयन स्वयं कर सकेंगे। उपार्जन केन्द्र, तिथि और टाइम हेतु स्लॉट का चयन नियत तिथि के पूर्व करना अनिवार्य होगा। सामान्य तौर पर उपार्जन प्रारंभ होने की तिथि से उपार्जन समाप्त होने के एक सप्ताह पूर्व तक उपार्जन केन्द्र, तिथि और टाइम हेतु स्लॉट का चयन किया जा सकेगा।
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