Reaper cum binder specification & price: गेंहू की कटाई के लिए किसानों को कम कीमत में कटाई मशीन मिलेगी, इसकी कीमत एवं खासियत..
Reaper cum binder specification & price | गेहूं की फसल अपने पीक है। छोटे किसान हसिया आदि से कटाई कर लेते हैं लेकिन बड़े किसानों का इससे काम नहीं चलता। अब मजदूरों की भी भारी कमी देखी जा रही है, इसलिए कटाई मुश्किल काम होता जा रहा है। इसे देखते हुए बाजार में कई कंपनियों ने फसल काटने वाली मशीनें उतारी हैं जिसका नाम क्रॉप कटर मशीन है। आज हम एसी ही है फसल काटने वाली रीपर कम बाइंडर की खासियत एवं इसकी कीमत के बारे जानेंगे..
समय और लागत बचेगी मशीनों से
किसान साथी बेहतर उत्पादन के लिए तेजी से प्रबंधन कार्यों में जुटे हुए हैं। जल्द कटाई का सीजन भी चालू हो जाएगा। गेहूं की कटाई में समय, लागत और मेहनत बचाने के लिए कृषि मशीनों (Reaper cum binder specification & price) के इस्तेमाल की हिदायत दी जाती है। इन मशीनों से कटाई-गहाई के बाद पराली की समस्या भी आती है। खेत से निकली धास-फूस ठूंठ को पशु चारे के तौर पर इस्तेमाल कर लिया जाता है। अलग-अलग राज्य सरकारें इन मशीनों को खरीदने के लिए लोन सब्सिडी और अनुदान भी देती हैं।
क्या है रीपर कम बाइंडर?
एक एकड़ खेत में गेहूं की कटाई के लिए करीब 5 से 10 मजदूर लग सकते हैं, लेकिन 10 एचपी का इंजन वाली रीपर ग्राइंडर मशीन (Reaper cum binder specification & price) की मदद से एक घंटे में ही एक एकड़ फसल की कटाई हो सकती है। एक्सपर्ट बताते हैं कि रीपर बाइंडर से गेहूं, धान, जौ, सरसों, बाजरा की फसल की आसानी से कटाई कर सकते हैं।
कुछ दिन पहले कोटा में आयोजित कृषि महोत्सव में एक ऐसी ही मशीनरी आकर्षण का केंद्र बनी रही। यह रीपर बाइंडर मशीन थी, जो 1 एकड़ गेहूं की फसल की कटाई मात्र 1 घंटे में निपटा सकती है। इस मशीनरी की खरीद पर राज्य सरकार 50 प्रतिशत तक सब्सिडी भी देती है।
ये मशीन ना सिर्फ कटाई के बाद उपज को साइड में फैला देती है, बल्कि इससे फसल (Reaper cum binder specification & price) की पूली भी बन जाती है। इस मशीन से 5 फीट लंबी फसलें आसानी से काट सकते हैं। करीब 1 घंटे के चालान में रीपर कम बाइंडर मशीन में 1 लीटर तेल लग जाता है। इस मशीन से पांच फीट की फसलों की कटाई की जा सकती। रीपर बाइंडर को बाजार में छोटू मशीन के नाम से भी जाना जाता है।
कितने प्रकार की होती है रीपर मशीन?
बाजार में रीपर बाइंडर मशीन (Reaper cum binder specification & price) दो प्रकार की आती है। जो की इस प्रकार है –
- एक रीपर मशीन स्वचालित होती है। जिसे ऑटोमैटिक रीपर बाइंडर मशीन भी कहते हैं। आपको बता दें, स्वचालित मशीन में अपना खुद का इंजन होता है।
- दूसरे प्रकार के रीपर बाइंडर (Reaper cum binder specification & price) को ट्रैक्टर से जोड़कर चलाया जाता है। यह रीपर ऑटोमैटिक रीपर बाइंडर मशीन से बड़ी होती है।
यह भी पढ़िए…महिलाओं को भी मिलेंगे 2-2 गाय-भैंस, एमपी सरकार देगी 90% सब्सिडी, जानें पूरी योजना
रीपर बाइंडर मशीन की खासियत – Reaper cum binder specification
- रीपर मशीन बहुत हल्की होती है और कुल वजन 8-10 किलो तक होता है।
- एक आंकड़े के मुताबिक हंसिया की तुलना में रीपर मशीन से गेहूं कटाई में 4 गुना कम तक मजदूरी लगती है।
- ईंधन खपत भी बहुत कम है और प्रति घंटे 1 लीटर से भी कम तेल लगता है।
- रीपर बाइंडर मशीन से सारी तरह की फसल जैसे गेहूं, धान, धनिया और ज्वार आदि आसानी से काट सकते है।
- यह मशीन 1 एकड़ गेहूं की फसल की कटाई मात्र 1 घंटे में निपटा सकती है।
- रीपर बाइंडर मशीन (Reaper cum binder specification & price) की बड़ी खासियत यह है कि छोटे या बड़े किसान खुद की फसल की कटाई करने के साथ किराये पर भी चला सकते हैं।
रीपर बाइंडर मशीन के फायदे
- इससे फसलों की कटाई काफी नीचे से की जा सकती है।
- यह खेत में खड़ी फसल को काटकर उसके बंडल बनाकर रखती जाती है।
- यह फसल को 5 से 7 सेंटीमीटर नीचे तक काट देती है।
- इससे खेत में फसलों (Reaper cum binder specification & price) के ज्यादा बड़े ठूंठ नहीं बचते हैं।
- इससे किसानों के भूसे का नुकसान भी नहीं होता है।
किराये पर मशीन चलाकर बढ़ाए इनकम
रीपर बाइंडर मशीन की बड़ी खासियत यह है कि छोटे या बड़े किसान (Reaper cum binder specification & price) खुद की फसल की कटाई करने के साथ किराये पर भी चला सकते हैं। प्रति एकड़ के हिसाब से कटाई का पैसा मिलेगा और इससे अच्छी-खासी कमाई हो सकती है।
डीजल पर चलने वाले ये ज्यादातर मशीनें बेहद कम तेल का खपत लेती हैं और प्रति एकड़ आधा लीटर डीजल तक में काम चल जाता है। इस हिसाब से जहां मजदूरों की कमी है या मजदूरों की दिहाड़ी पर ज्यादा पैसे खर्च हो रहे हैं, उससे बचने के लिए रीपर मशीनों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
रीपर बाइंडर मशीन की कीमत – Reaper cum binder price
बाजार में कई प्रकार की रीपर बाइंडर मशीन मिलती है। ऑटोमैटिक रीपर बाइंडर मशीन की कीमत 50 हजार रुपए से लेकर 2.5 लाख रुपए तक होती है। जबकि ट्रैक्टर से चलने वाली रीपर की कीमत 80 हजार से 2 लाख रुपए तक है।
रीपर बाइंडर पर राज्य सरकार देती है 50% अनुदान
किसानों के लिए कृषि मशीनों (Reaper cum binder specification & price) को खरीद पाना आसान नहीं होता, इसलिए कई राज्य सरकारें रीपर मशीन को सस्ते दामों पर उपलब्ध करवाती हैं। वैसे तो यह मशीन अलग-अलग साइज में उपलब्ध है, जिसकी कीमत 50,000 से 5 लाख रुपये तक हो सकती है।
किसानों को रीपर बाइंडर मशीन (Reaper cum binder specification & price) की खरीद पर भी 50 प्रतिशत सब्सिडी उपलब्ध करवाई जाती है। इस सब्सिडी स्कीम का लाभ लेने के लिए किसान को रीपर कम बाइंडर मशीन के डीलर से कोटेशन लेना होगा, जिसे अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय में जमा करवा सकते हैं। बता दे की, हाल ही में एमपी कृषि विभाग द्वारा रीपर बाइंडर मशीनों की खरीद पर 50% सब्सिडी दे रही थी।
यदि आप मध्यप्रदेश के है तो, अभी रीपर बाइंडर सब्सिडी (Reaper cum binder specification & price) के लिए आवेदन नहीं चल रहे है। जैसे ही कृषि विभाग की तरफ से कोई सूचना आती है, हम आपको choupalsamachar.in के माध्यम से बताते रहेंगे. इसलिए बने रहिए हमारे साथ..
यह भी पढ़िए….किसानों को कृषि ड्रोन खरीदने के लिए, ये बैंक देगा सस्ता लोन, लोन लेने की संपूर्ण जानकारी देखे
क्या है पीएम प्रणाम योजना, कैसे मिलेगी किसानों को मदद, जानें
खसरा खतौनी से लेकर pm किसान स्थिति सब चेक कर सकेंगे एक मोबाइल ऐप से, यहां से डॉउनलोड करें
Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.
👉 WhatsApp से जुड़े।
किसान
राजस्थान
एमपी
रीपर मशीन