खाद के नाम पर बेच रहे थे मिट्‌टी, खाद असली है या नकली ! घर बैठे चंद मिनटों में पता करें, यह है आसान विधि

Khad Testing Method : किसान साथी जो खाद लाए वह असली है या नकली, घर बैठे ही आसानी से पता कर सकते है, यह है विधि..

Khad Testing Method | मध्यप्रदेश सहित देश के कई राज्यों में नकली खाद विक्रेताओं के कारण किसानों को उठाना पड़ रही है बाजार में नकली खाद धड़ल्ले से बेची जा रही है। हाल ही में मध्यपदेश के नर्मदा पुरम जिले में जिले के प्रखंड गांव में कृषि विभाग में नकली खाद का जखीरा पकड़ा। DAP खाद के नाम पर मिट्‌टी बेच रहे थे। कृषि विभाग ने एक दुकान पर दबिश देकर 600 बोरी नकली खाद Khad Testing Method जब्त की है। जब्त खाद गुजरात की बताई जा रही है। राजस्थान के कुछ लोग इसे बेचने यहां आए थे।

ग्रामीणों की मानें तो खाद की जगह बोरियों में शुद्ध मिट्टी भरी हुई है। इसे ग्रामीणों ने खाकर भी देखा। जब पानी में डाला गया तो पूरी मिट्टी घुल गई। ग्रामीण ऋतुराज लोवंशी ने बताया की कुछ लोगों ने गांव में खाद का प्रचार किया। गांव में अधिकांश लोगों की 500-500 रुपए की रसीद भी खाद के लिए काटी गई थी।

Khad Testing Method

खाद के नाम Khad Testing Method पर मिट्टी देने वाली बोरियों पर “बलवान सरकार मान्य उर्वरक (प्रोम)” लिखा हुआ है। जिसका आईएसओ 9001:2015 है। जो की वेल्सून फार्मर फर्टिलाइजर प्रायवेट लिमिटेड द्वारा बनाई गई है। जिनका कार्यालय 201 सेकेण्ड फ्लोर, राधा स्वामी सुमीर आनंद लम्भ्वे रोड ज्य्दुस हॉस्पिटल आनंद गुजरात है।

किसान साथी खरीफ फसल की खेती की तैयारियों में लग गए है। फसल की अच्छी पैदावार के लिए बुवाई के समय अधिकतर किसान यूरिया, खाद व डीएपी अपने खेतों में डालते है। बिना सलाह के ज्यादा से ज्यादा खाद डालने से धरती की उर्वरक क्षमता क्षीण होती है।

किसान को आसमान छूती खाद की कीमतों के बीच नुकसान तब होता‌ है, जब ज्यादा से ज्यादा खाद डालने के बाद भी अच्छी पैदावार नहीं होती है। लेकिन कई बार किसानों को नकली यूरिया Khad Testing Method मिल जाता है। तो आज हम आपको चौपाल समाचार के इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि किसान कैसे खाद को स्वयं कैसे चेक करें की खाद असली है या नकली ..

डीएपी बोरी में मिलते हैं पत्थर

किसान की अच्छी उपज नहीं होने के पीछे नकली उर्वरक Khad Testing Method भी जिम्मेदार होता है। कई बार डीएपी में पत्थर मिले हैं तो यूरिया भी मिलावटी मिली है। सबसे ज्यादा मिलावट महंगी खादों यानी डाई आमोनियम फास्फेट में होती है। इन्हें देखकर पहचान करना कई बार आसान नहीं होता, लेकिन अगर किसान थोड़ी सतर्कता बरते तो वो घाटे से बच सकता है।

प्रदेश में खरीद फसल 2023 के लिए पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध

रबी फसल Khad Testing Method की बोवनी के लिए पर्याप्त उर्वरक (Khad check kaise karen) उपलब्ध है। किसान अफवाहों पर ध्यान न दें। खाद की कोई कमी नहीं है। यूरिया (Urea), डीएपी (DAP) , पोटाश (Potas) , एनपीके कम्पलेक्स (NPK complex) और एसएसपी उर्वरकों (SSP fertilizer) का भण्डार उपलब्ध है।

खाद असली है या नकली?

खेतों के लिए मिटटी की उर्वरकता Khad Testing Method बेहद महत्वपूर्ण होती है। मिटटी अच्छी न होेने पर फसल अच्छी नहीं हो पाती है। बंजर भूमि में इन्हीं पोषक तत्वोें का अभाव होता है। ऐसे में किसान पोषक तत्वों की भरपाई के लिए खाद का प्रयोग करता है।

हर साल देश में लाखों टन खाद का इस्तेमाल फसलों को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है। केंद्र सरकार भी खरीद पर सब्सिडी देती है। वहीं, बाजार में भी कई तरह के खाद बिक रहे हैं। ऐसे में ये पहचानना भी जरूरी हो जाता है कि कौन सा खाद असली है और कौन सा नकली?

यूरिया (Urea) को पहचानने की 2 विधियां

पहली विधि – यूरिया ‌Khad Testing Method के दाने सफेद चमकदार और लगभग समान आकार के कड़े दाने होते हैं। यह पानी में पूरी तरह से घुल जाती है तथा इसके घोल को छूने पर ठंढा लगता है।

दूसरी विधि – किसान यूरिया को तवे पर गर्म करने से इसके दाने पिघल जाते है यदि हम आंच तेज कर दें और इसका कोई अवशेष न बचे तो समझ लें यही असली यूरिया है। किसानों को चाहिए कि वो कृषि वैज्ञानिकों से सलाह लेकर ही उर्वरकों का इस्तेमाल करें।

डीएपी (DAP) पहचानने की 2 विधियां

पहली विधि – डीएपी असली है या नकली इसकी पहचान के लिए किसान डीएपी Khad Testing Method के कुछ दानों को हाथ में लेकर तम्बाकू की तरह उसमें चूना मिलाकर मसलने पर यदि उसमें से तेज गन्ध निकले, जिसे सूंघना मुश्किल हो जाये तो समझें कि ये डीएपी असली है।

दूसरी विधि – किसान भाइयों डीएपी को पहचानने की एक और सरल विधि है। यदि हम डीएपी के कुछ दाने धीमी आंच पर तवे पर गर्म करें यदि ये दाने फूल जाते हैं तो समझ लें यही असली डीएपी है किसान भइयों डीएपी की असली पहचान है। इसके कठोर दाने ये भूरे काले एवं बादामी रंग के होते है। और नाखून से आसानी से नहीं टूटते हैं।

सुपर फास्फेट को पहचानने की विधियां

  • पोटाश की असली Khad Testing Method पहचान है इसका सफेद नमक तथा लाल मिर्च जैसा मिश्रण।
  • पोटाश के कुछ दानों पर पानी की कुछ बूंदे डालें अगर ये आपस में नहीं चिपकते हैं तो समझ लें कि ये असली पोटाश है।
  • एक बात और पोटाश पानी में घुलने पर इसका लाल भाग पानी में ऊपर तैरता रहता है।
  • सुपर फास्फेट सुपर फास्फेट की असली पहचान है, इसके सख्त दाने तथा इसका भूरा काला बादामी रंग के होते है।
  • पोटास के कुछ दानों को गर्म करें यदि ये नहीं फूलते हैं तो समझ लें यही असली सुपर फास्फेट है।
  • ध्यान रखें कि गर्म करने पर डीएपी के दाने फूल जाते हैं, जबकि सुपर फास्फेट के नहीं। इस प्रकार इसकी मिलावट की पहचान आसानी से की जा सकती है।
  • सुपर फास्फेट नाखूनों से आसानी से नहीं टूटता है।
  • इस दानेदार उर्वरक में मिलावट बहुधा डीएपी व एनपीके मिक्सचर उर्वरकों Khad Testing Method के साथ की जान की आशंका रहती है।

जिंक सल्फेट को पहचानने की विधि

जिंक सल्फेट की असली पहचान ये है कि इसके दाने हल्के सफेद पीले तथा भूरे बारीक कण के आकार के होते हैं। किसान Khad Testing Method भाइयों जिंक सल्फेट में प्रमुख रूप से मैगनीशियम सल्फेट की मिलावट की जाती है। भौतिक रूप से सामान्य होने के कारण इसके असली व नकली की पहचान करना कठिन होता है। ध्यान रहे डीएपी के घोल मे जिंक सल्फेट का घोल मिलाने पर थक्केदार घना अवशेष बनाया जाता है।

जबकि डीएपी के घोल में मैगनीशियम सल्फेट का घोल मिलाने पर ऐसा नही होता है। किसान भाइयों यदि हम जिंक सफेट के घोल मे पलती कास्टिक का घोल मिलायें तो सफेद मटमैला मांड जैसा अवशेष बनता है। यदि इसमें गाढ़ा कास्टिक का घोल मिला दें तो ये अवशेष पूर्णतया घुल जाता है। किसान भाइयों इसी प्रकार यदि जिकं सल्फेट Khad Testing Method की जगह पर मैगनीशियम सल्फेट का प्रयोग किया जाए तो अवशेष नहीं घुलता है।

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