Wheat New Varieties info 2023: गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित गेंहू की नई किस्मों की भी जानकारी देखें.
Wheat New Varieties info 2023 | किसानों की आय बढ़ाने एवं कृषि विकास करने के लिए जहां एक तरफ सरकार अलग अलग कदम उठा रही है। वही, कृषि वैज्ञानिक भी नई नई किस्मों को एकड़ कर रहे है। इसी कड़ी में वर्ष 2022 में भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (आईआईडब्ल्यूबीआर) करनाल और राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्व विद्यालय ग्वालियर (Wheat New Varieties info 2023) द्वारा पारंपरिक और जीनोमिक असिस्टेड ब्रीडिंग के माध्यम से लगभग 22 किस्मों/शंकरो का विकास किया गया हैं। लेख में जानें इनकी जानकारी..
किसानों को मिलेगी गेंहू की नई 22 किस्में (Wheat New Varieties info 2023)
भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (आईआईडब्ल्यूबीआर) करनाल के पर्यवेक्षण में देश को गेहूं की 22 नई प्रजातियां किसानों को समर्पित की गई। यह पहला मौका है जब 2022 में एक साथ इतनी अधिक प्रजातियां देश के विभिन्न अनुसंधान संस्थानों की सहभागिता से अनुमोदित की गई हैं।
IIWBR करनाल की पांच किस्में (Wheat New Varieties info 2023) इसमें शामिल है। दो प्रजातियों का क्षेत्र विस्तार किया गया है। शीघ्र ही नइ प्रजातियों को केंद्रीय प्रजाति अनुमोदन समिति द्वारा रिलीज किया जाएगा। इनमें पांच प्रजातियां आईआईडब्ल्यूबीआर करनाल (हरियाणा) की हैं, इसके अलावा संस्थान की दो प्रजातियों का क्षेत्र विस्तार भी किया गया है।
ये देश में गेहूं उत्पादन में क्रांतिकारी कदम बताया जा रहा है, क्योंकि इससे देश के किसानों के सामने अधिक विकल्प मौजूद होंगे। बता दे की, प्रजाति पहचान समिति ने रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, जिसमें समिति ने 27 प्रस्तावों पर चर्चा की। इसमें से 22 गेहूं की प्रजातियों (Wheat New Varieties info 2023) का अनुमोदन कर किसानों के खेतों के लिए अनुमोदित कर दी गई हैं। शीघ्र ही इन्हें केंद्रीय प्रजाति अनुमोदन समिति द्वारा रिलीज किया जाएगा।
IARI द्वारा विकसित गेहूं की यह है नई किस्में
गेहूं की नई किस्मों में एचडी 3406 और एचडी 3407 सहित 2022 में 10 किस्मों को जारी किया गया था, जो कि एमएएस व्युत्पन्न किस्में हैं जो लीफ स्टेम रस्ट (leaf stem rust) और स्ट्राइप रस्ट (stripe rust) के लिए प्रतिरोधी हैं। इसके अलावा, एमएएस के माध्यम से विकसित एचडी 3411 को समय पर बुवाई वाली सिंचित स्थितियों के लिए जारी (Wheat New Varieties info 2023) किया गया था।
इसके अतिरिक्त जो प्रजातियां अनुमोदित की गईं हैं, उनमें पीबीडब्ल्यू 826 (दो जोन के लिए), पीबीडब्ल्यू 883, आईएआरआई नई दिल्ली की एचडी 3369, एचडी 3406, एचडी 3411 व एचडी 3467, आईआरआई इंदौर की एचआई 1653 (पूसा जाग्रती) , एचआई 1654 (पूसा अदिती), एचआई 1650 (पूसा ओजस्वी) , एचआई 1655 (पूसा हर्षा) , एचआई 8826 (पूसा पोष्टिक), एचआई 8830 (पूसा कीर्ति)। एमएसीएस पुणे की 6768, 4100, सीजी बिलासपुर की 1036 आदि शामिल हैं। IARI नई दिल्ली (Wheat New Varieties info 2023) की दस प्रजातियां शामिल हैं।
एमपी एवं राजस्थान के लिए कठिया गेहूं की नई किस्में
खास बात यह है कि इन 22 प्रजातियों में पांच प्रजातियां आईआईडब्ल्यूबीआर करनाल की हैं। जिसमें डीबीडब्ल्यू-370, डीबीडब्ल्यू-371, डीबीडब्ल्यू-372 और डीबीडब्ल्यू-316 के अलावा डीडीडब्ल्यू-55 शामिल हैं।
जल्द बुवाई व अधिक उत्पादन वाली डीबीडब्ल्यू-370 का उत्पादन 74.9 क्विंटल प्रति हेक्टेयर, 371 का 75.9, दो जोन के लिए अनुमोदित की गई 372 का उत्पादन 60 क्विंटल, इसे मध्य भारत (Wheat New Varieties info 2023) के लिए 75.3 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के लिए अनुमोदित किया गया है। 316 का उत्पादन (देर से बुवाई वाली प्रजाति) पूर्वोत्तर भारत के लिए 41 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है तो सीमित पानी में सेंट्रल जोन के लिए कठिया गेहूं की प्रजाति डीडीडब्ल्यू-55 को अनुमोदित किया गया है, इसमें सिर्फ एक पानी लगाना होता है।
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