Wheat purchase in Indore mandi ; गेहूं के भाव को लेकर इंदौर की लक्ष्मीबाई मंडी में किसानों ने किया हंगामा, यह रखी मांगे
Wheat purchase in Indore mandi ; इंदौर की लक्ष्मीबाई मंडी में मंगलवार को किसानों ने गेहूं के भाव को लेकर हंगामा किया। हंगामे के कारण मंडी का व्यापार 3 घंटे तक बंद रहा। किसान प्रशासनिक अधिकारियों एवं व्यापारियों की कार्यप्रणाली से नाराज हो गए थे। हंगामे के कारण मंडी में कई किसानों ने अपनी उपज को नहीं बेचा और घर ले गए।
गेहूं के कम भाव को लेकर नाराज हुए किसान
मंगलवार को गेहूं के भाव Wheat purchase in Indore mandi को लेकर इंदौर की लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में हंगामा हो गया। आधे दिन का व्यापार होने के बाद कुछ किसानों ने उपज के कम दाम मिलने की शिकायत की। किसान और किसान नेताओं ने मांग रखी कि मंडी में भी गेहूं की नीलामी समर्थन मूल्य से नीचे पर नहीं होना चाहिए। दोपहर होते-होते कुछ किसान मंडी के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए और एमआर-5 पर जाम लगा दिया।
किसानों ने यह मांग की
किसान मांग कर रहे थे कि मंडी में गेहूं न्यूनतम समर्थन Wheat purchase in Indore mandi मूल्य 2115 रुपये से कम में नहीं खरीदा जाए। व्यापारी इसी दाम से बोली शुरू करें। किसानों के समर्थन में कांग्रेस नेता भी पहुंच गए। मंडी सचिव व अन्य अधिकारी भी आ गए। चर्चा के लिए मंडी के व्यापारी प्रतिनिधियों को भी बुलाया। किसानों और व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ मंडी अधिकारी विवाद का हल निकालने में जुटे रहे।
व्यापारियों ने कहा – अच्छी क्वालिटी का गेहूं अच्छे भाव बिकेगा
किसानों के द्वारा हंगामा करने पर व्यापारियों ने कहा कि हम पर अनुचित दबाव बनाया जा रहा है। हल्की क्वालिटी के पानी लगा गेहूं Wheat purchase in Indore mandi जो खुद सरकार भी समर्थन मूल्य पर हो रही सरकारी खरीदी में लेने से इनकार कर रही है, उसे व्यापारियों को ऊंचे दाम पर लेने के लिए कैसे कहा जा सकता है। व्यापारी तो गेहूं 2000 रुपये से लेकर 2900 रुपये प्रति क्विंटल में भी खरीद रहे हैं। अच्छी गुणवत्ता वाला गेहूं जो आगे अच्छे दाम पर बिकेगा, उसकी कीमत ज्यादा दी जा रही है। ऐसा है तो प्रशासन को कह देना चाहिए कि अच्छी क्वालिटी के गेहूं भी 2115 रुपये पर किसान बेच दे।
व्यापारी संघ के अध्यक्ष मनोज काला ने कहा कि अच्छी क्वालिटी का गेहूं मंगलवार को भी 2900 रुपये के दाम Wheat purchase in Indore mandi पर खरीदा। खराब गेहूं जो खुद सरकार नहीं खरीद रही, उसे व्यापारियों को ऊंची कीमत देकर खरीदने का दबाव नहीं बनाया जा सकता। किसान पर उपज बेचने की जबरदस्ती नहीं है। बेहतर है सरकार को हर तरह का गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदना चाहिए।
किसानों ने प्रशासन से मांग की – गेहूं से निर्यात प्रतिबंध हटाएं
व्यापारियों ने कहा कि सरकार ने खुद एफएक्यू क्वालिटी का पैमाना अपने लिए तय कर दिया है। गेहूं की कीमतें ऊपर ले जानी हैं तो निर्यात प्रतिबंध हटा देना चाहिए। निर्यात Wheat purchase in Indore mandi होगा तो हर तरह का गेहूं 2300 रुपये से ऊपर बिकेगा। एक घंटे चली चर्चा के बाद मंडी में व्यापार फिर शुरू हो सका।
इधर मंडी सचिव नरेश परमार ने कहा कि व्यापारियों ने सहमति दी है कि एफएक्यू गुणवत्ता वाला गेहूं समर्थन मूल्य Wheat purchase in Indore mandi से ज्यादा में ही खरीदा जाएगा। जिस किसान को गेहूं के दाम उचित नहीं लगते हैं, उसे नीलामी के बाद भी अपनी उपज वापस ले जाने की छूट रहेगी।
यह भी पढ़िए….👇👇गेहूं पैदावार का विश्व रिकॉर्ड, किसान ने ली 165 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गेहूं की उपज, क्या तरीका अपनाया जानिए
गेहूं के भाव को लेकर बड़ी खबर : क्या गेहूं के भाव 3000 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक के होंगे, जानिए
सरकार 25 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बेचेगी, भाव पर पड़ेगा असर
Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.
👉 WhatsApp से जुड़े।