Wheat Rate in Indore Mandi: गेहूं के भाव तेजी लिए हुए थे कि एक अफवाह ने बाजार में हड़कंप मचा दिया इस अफवाह के बाद गेहूं के भाव कम हो गए हैं जानें पूरी खबर
Wheat Rate in Indore Mandi | मार्च माह के अंतिम सप्ताह से लेकर अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह तक मंडियों की लंबी छुट्टी रही लंबी छुट्टियों के पश्चात बीते सप्ताह सोमवार से मंडियों में गेहूं की जोरदार आवक रही इसी के साथ गेहूं के भाव भी किसानों को अच्छे मिलने लगे मिल्क क्वालिटी गेहूं 2100 से 2200 रुपए प्रति क्विंटल के भाव इंदौर मंडी में बिका।
इस बीच सबकुछ ठीक था कि गेहूं के भाव को लेकर बाजार में एक अफवाह चल पड़ी इसके पश्चात शुक्रवार एवं शनिवार को गेहूं के भाव में गिरावट हो गई। गेहूं को लेकर यह अफवाह इंदौर में चली थी। Wheat Rate in Indore Mandi को लेकर क्या अफवाह चली एवं गेहूं के भाव की आगे क्या स्थिति रहेगी एवं जो अफवाह फैल रही है उसके पीछे क्या वजह है एवं यह अफवाह कितनी सत्य है आइए इनके विषय में सब कुछ जानते हैं।
गेहूं के भाव को लेकर क्या है पूरा मामला जानिए
गौरतलब है कि पिछले वर्ष रूस यूक्रेन युद्ध की शुरुआत होने के पश्चात गेहूं का निर्यात अधिक हुआ था। पिछले वर्ष जब गेहूं निर्यात चल रहा था एवं गेहूं के भाव भी अच्छे बने हुए थे।
इसी बीच केंद्र सरकार ने अचानक निर्णय लेते हुए गेहूं Wheat Rate in Indore Mandi निर्यात मई 2022 के दौरान प्रतिबंध लगा दिया था, यह प्रतिबंध अब तक है। केंद्र सरकार ने इसके पीछे तर्क दिया था कि भारत को अपने घरेलू बाजार के लिए खाद्यान्न की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करनी है और महंगाई पर नियंत्रण रखना है।
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गेहूं के भाव को लेकर अब यह अफवाह फैली
केंद्र सरकार ने अब फिर कहा है कि पिछले साल गेहूं Wheat Rate in Indore Mandi के निर्यात पर लगाया गया प्रतिबंध आगे भी जारी रहेगा। इसी को लेकर बाजार में अफवाह फैल गई व्यापारियों के बीच यह अफवाह फैली कि केंद्र सरकार जुहू निर्यात पर प्रतिबंध के साथ-साथ स्टाक सीमा का निर्धारण कर सकती है।
स्टॉक सीमा की घबराहट में इंदौर की स्थानीय मिलो ने गेहूं की खरीदी रोक दी जिसके कारण बाजार में अचानक हड़कंप मच गया एवं गेहूं के भाव में गिरावट होने लगी। इधर बाजार में फैली अफवाहों के कारण मिलों ने गेहूं खरीदी के दाम नहीं खोले। खरीदी भी रोक दी गई।
व्यापारियों को यह डर सताने लगा
देश प्रदेश की मंडियों Wheat Rate in Indore Mandi में शुक्रवार को शासकीय अवकाश होने के कारण कारोबार बंद रहा। लेकिन इसके बावजूद इंदौर मंडी के बाहर प्राइवेट में हुए सौदों में गेहूं व्यापारियों में घबराहट देखी जा रही है। दरअसल, घरेलू बाजार भाव काफी ऊंचा होने से केंद्र सरकार ने मई 2022 में गेहूं के व्यापारिक निर्यात पर उस समय प्रतिबंध लगा दिया था, जब रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण इसकी जबरदस्त वैश्विक मांग बनी हुई थी।
बाद में सरकार ने कुछ शर्तों के साथ पिछले सौदों को निपटाने की अनुमति दे दी, जिसके तहत सरकारी स्तर पर भी गेहूं का निर्यात जारी रहा। इसके फलस्वरूप वित्त वर्ष 2022-23 में इसका कुल निर्यात 46.75 लाख टन तक ही पहुंच सका।
इस वर्ष भले ही निर्यात पर प्रतिबंध है लेकिन गेहूं Wheat Rate in Indore Mandi के भाव बने हुए हैं गेहूं के भाव ऊंचे बने हुए हैं ऐसे में अब व्यापारियों को यह डर सताने लगा है कि कहीं ऊंचे भाव पर गेहूं का स्टॉक कर लिया जाए और केंद्र सरकार स्टॉक लिमिट तय कर दे तो फिर गेहूं के दाम में गिरावट हो जाएगी। जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान की आशंका सताने लगी।
अफवाह से इंदौर की गेहूं मिलो ने खरीदी रोकी
इंदौर मंडी Wheat Rate in Indore Mandi और व्यापारी हलकों में खबरें फैली की सरकार गेहूं पर स्टाक लिमिट लगा सकती है। यह अफवाह शुक्रवार को फैली जिसका असर शनिवार को भी देखने को मिला। बाजार में अफवाह है कि केंद्र सरकार महंगाई थामने के लिए ऐसा कर सकती है।
कई वाट्सएप ग्रुपों पर संदेश चले कि सरकार 60 प्रतिशत स्टाक पर नियंत्रण रखेगी और 40 प्रतिशत माल ही बेचने देगी। हालांकि, सरकार ने ऐसा कोई निर्णय फिलहाल नहीं लिया है। लेकिन बाजार में फैली अफवाहों के कारण मिलों ने गेहूं खरीदी के दाम नहीं खोले।
खरीदी भी रोक दी गई। इससे अफवाह को ओर बल मिला और घबराहट फैल गई। आटा मिलो Wheat Rate in Indore Mandi की ओर से गेहूं खरीदी के भाव नहीं खोलने से भी इस अफवाह को बल मिला। हालांकि, सरकार फिलहाल ऐसा कोई कदम उठाने के पक्ष में नहीं है। क्योंकि किसानों के पास में काफी स्टाक है और इससे किसानों एवं व्यापारियों का नुकसान हो सकता है।
गेहूं के भाव इस वर्ष रिकॉर्ड स्तर पर रहे
पिछले वर्ष केंद्र सरकार द्वारा निर्यात प्रतिबंध लगने में हुई देरी का असर यह हुआ कि किसानों ने एमएसपी पर गेहूं कम बेचा और सरकार के गोदाम अपेक्षानुरूप भर नहीं सके।
इस साल सरकार को गोदाम Wheat Rate in Indore Mandi भरने की चिंता है, क्योंकि चुनावी साल में पीडीएस के लिए सरकार गेहूं की कमी का सामना किसी भी कीमत पर नहीं करना चाहती। गेहूं का घरेलू बाजार भाव जनवरी 2023 तक शीर्ष स्तर पर बरकरार रहा और फरवरी से आंशिक रूप से गिरावट आनी शुरू हुई है।
वर्तमान में गेहूं के भाव यह है
इंदौर मंडी Wheat Rate in Indore Mandi चमक वाले गेहूं की कमी से रोटी वाला अच्छा गेहूं 3000 से 3200 रुपये क्विंटल ही बोला जा रहा है। इंदौर मंडी में मिल क्वालिटी गेहूं का रेट 2150-2200 रुपये, पूर्णा गेहूं 2550-2600 रुपये, लोकवन गेहूं 2650-2700 रुपये और मालवराज गेहूं 2200 से 2225 रुपये रहा। वहीं आटा 1270 से 1290 रुपये, मैदा 1310 से 1330 रुपये, रवा 1350 से 1370 रुपये प्रति कट्टा रहा।
गेहूं का भाव को लेकर आगे क्या होगा जानिए
फिलहाल केंद्र सरकार स्टॉक लिमिट तय नहीं करेगी। विश्वसनीय प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि ऐसी संभावना बिल्कुल भी नहीं है, क्योंकि इस वर्ष कई राज्यों में विधानसभा चुनाव Wheat Rate in Indore Mandi होने वाले हैं वही अगले वर्ष लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, हालांकि यह जरूर है कि निर्यात पर प्रतिबंध पूर्ववत जारी रहेगा। इसका असर यह पड़ेगा कि गेहूं के वर्तमान में जो भाव चल रहे हैं वह बने रहेंगे।
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