कृषि उपज मंडियों में नया एवं पूराना गेहूं किस भाव बिक रहा है आईए जानते Gehun ke taja bhav हैं..
Gehun ke taja bhav | जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में रबी फसलें पक गई है। अगेती बुवाई वाली गेहूं की फसल कटकर मंडियों में पहुंचने लगी है। अलग-अलग पारियों में बोया गया गेहूं फरवरी से मई के अंतिम सप्ताह तक बिकने आता है। जनवरी माह के अंतिम सप्ताह से ही गेहूं की आवक शुरू हो गई है। हालांकि अभी जो गेहूं मंडियों में आ रहा है वह अत्यधिक नमी युक्त है, फिर भी व्यापारियों की रुचि नए गेहूं की खरीदी में अधिक है।
गेहूं व्यापारियों के अनुसार इस वर्ष मंडी में आ रहा नया गेहूं जला हुआ भी है। मध्य प्रदेश की इंदौर, उज्जैन, नीमच, रतलाम, मंदसौर मंडियों में नए गेहूं की आवक बढ़ गई है। गेहूं के भाव के भविष्य को देखते हुए व्यापारी भी नए गेहूं की खरीदी में रुचि दिखा रहे हैं। आईए जानते हैं गेहूं नए गेहूं एवं पुराने गेहूं के ताजा भाव Gehun ke taja bhav..
पैदावार में गिरावट की आशंका से भाव में तेजी
इस वर्ष गेहूं के उत्पादन में 4% की गिरावट आ सकती है। देश में बुवाई का रकबा घटने के बाद गेहूं का उत्पादन करीब 10.64 करोड़ टन रह सकता है। पिछले साल (2023-24) में गेहूं का उत्पादन 11.05 करोड़ टन रहा था। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 3 नवंबर तक देश में गेहूं का रकबा पिछले साल के मुकाबले 12.6% तक कम था। Gehun ke taja bhav
सीएमआईई की रिपोर्ट के मुताबिक, गेहूं की बुवाई कम होने के दो प्रमुख कारण हैं। पहला- इस बार किसानों को चने के दाम ज्यादा मिल रहे हैं, इसलिए चने की बुवाई ज्यादा हो रही है। चने के दाम 12.3% बढ़े हैं, जबकि गेहूं के दाम 6.6% बढ़े हैं। दूसरा- अल नीनो के चलते देश के मध्य और उत्तरी हिस्से में तापमान सामान्य से ज्यादा रहा।
इसके चलते गेहूं की उत्पादकता प्रति हेक्टेयर 1% घटकर 3,480 किग्रा प्रति हेक्टेयर रह गई। मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात में गेहूं के उत्पादन में ज्यादा गिरावट की आशंका है। संभव है कि पंजाब और हरियाणा में उत्पादन पिछले साल के बराबर ही रहे। गेहूं पैदावार में गिरावट की आशंका के चलते ही मंडियों में गेहूं के भाव तेज बने हुए हैं। Gehun ke taja bhav
गेहूं का सरकारी स्टॉक 36.60% तक घटा
इस वर्ष देश का कुल उत्पादन घटने की आशंका है, इसलिए आटे के दाम सामान्य से ज्यादा बढ़ सकते हैं। अगस्त 2023 में गेहूं के दाम पिछले साल के मुकाबले 7.6% ज्यादा थे। गेहूं का समर्थन मूल्य 2,275 रु./क्विंटल है। बाजार मूल्य 2,459 रु./क्विंटल चल रहा है। Gehun ke taja bhav
यानी गेहूं का समर्थन मूल्य बाजार मूल्य से कम है। इसके चलते अगले फसल सत्र में सरकारी गेहूं की खरीद पिछले साल के मुकाबले 2.61 करोड़ टन कम रह सकती है। देश में मौजूदा समय में गेहूं का स्टॉक 2.39 करोड़ टन है, जो पिछले साल के 3.77 करोड़ टन से 36.60% तक कम है। Gehun ke taja bhav
नए एवं पुराने गेहूं का ताजा मंडी भाव
नए गेहूं की बिक्री मंडियों में 2450 से 2650 रुपए के भाव की अधिक रही। टॉप क्वालिटी का लोकवन 3010 रुपए के भाव बिका। इसके अलावा पुराना गेहूं के भाव 2700 से 2800 रुपए के रहे। इस बार तेज ठंड से उपज को नुकसान की खबर है। इस समय खासकर ऊंचाई वाले इलाकों का गेहूं ही बिकने पहुंच रहा है। इस वर्ष गेहूं के रिकॉर्ड भाव की उम्मीद बनी हुई है। Gehun ke taja bhav
Gehun ke taja bhav मंडियों में लोकवन गेहूं 3500 रुपए तक बिक चुका है। इधर सरकार का समर्थन दाम 2275 रुपए का घोषित किया गया है। मंडियों में इस प्रकार का गेहूं 2600 रुपए के भाव से बिक रहा है। ऐसे में 2275 रुपए के भाव तो दरकिनार ही होंगे। गेहूं कारोबारी तो इस समय किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दे रहे। शुरुआती दौर में अच्छी आवक का इंतजार किया जाता है।
गेहूं लोकवन न्यूनतम भाव 1700 एवं अधिकतम भाव 3151 रूपए, गेहूं पूर्णा न्यूनतम भाव 2430 एवं अधिकतम भाव 3000 रूपए गेहूं पोषक न्यूनतम भाव 2368 एवं अधिकतम भाव 2551 रूपए एवं गज्जर गेहूं 2400 रुपए प्रति क्विंटल रहा। Gehun ke taja bhav
विशेष आग्रह : चौपाल समाचार की इस खबर को अपने परिचित किसान साथियों के साथ और व्हाट्सएप ग्रुप एवं सोशल ग्रुप्स फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम में जरूर शेयर करें। ऐसी ही खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें .. choupalsamachar.com
👉 WhatsApp से जुड़े।
ये भी पढ़ें 👉 सीजन के पहले गेहूं के भाव को लेकर बड़ी खबर, सरकार ने जारी किया यह आदेश..
नोट : – हमारा उद्देश्य किसानो तक सही जानकारी और सही समय पर पहुंचाना है। किसान साथियों मंडी में अपनी फसल ले जाने से पूर्व अपनी नजदीकी मंडी में अपनी फसल का भाव पता जरूर करें। चौपाल समाचार पर दिए जाने वाले सभी भाव सूची वहां की मंडी से प्राप्त होते हैं।
प्रिय पाठकों..! 🙏Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.