मार्च – अप्रैल के महीने में किन टॉप 5 सब्जियों की खेती (March Vegetables Farming) करना चाहिए, जानें आर्टिकल में पूरी जानकारी..
March Vegetables Farming | सब्जी की खेती मानव उपभोग के लिए सब्जियों की खेती है। भारत में अनाजों के साथ साथ फल-सब्जियां और दूध का उत्पादन भी बहुत अधिक होता है। बात करें सब्जियां उगाने की तो चीन के बाद हम इस मामले में दुनिया भर में दूसरे स्थान पर आते हैं। देश में साल भर सब्जियों की खेती होती है। किसान खेत में सीजन व महीने के हिसाब से अलग-अलग फसलों की खेती करते हैं, ताकि वह समय रहते अपनी खेती से तगड़ी कमाई कर सकें।
इसी क्रम में आज हम किसानों के लिए मार्च के महीने में उगाई जाने वाली टॉप 5 सब्जियों की खेती (March Vegetables Farming) की जानकारी लेकर आए हैं, जिन्हें किसान मार्च के महीने में लगाकर अच्छा मोटा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। दरअसल, हम जिन सब्जियों की खेती की हम बात करने वाले हैं। वह बैंगन, खीरा, प्याज, भिंडी और धनिया की सब्जी है। आइए जानते है इन टॉप 5 सब्जियों की खेती की जानकारी..
मार्च में उगाई जाने वाली टॉप 5 सब्जी (March Vegetables Farming)
- खीरा की खेती,
- बैंगन की खेती,
- प्याज की खेती,
- भिंडी की खेती,
- धनिया की खेती इत्यादि।
आइए अब इनकी जानकारी डिटेल में जानते है..
1. खीरा की खेती
March Vegetables Farming | कद्दूवर्गीय फसलों में खीरा का अपना एक अलग ही महत्वपूर्ण स्थान है। खीरे की खेती किसानों के लिए काफी लाभदायक मानी जाती है। इसका उत्पादन देश भर में किया जाता है। गर्मियों में खीरे की बाजार में काफी मांग रहती है। दरअसल, खीरा में 95% पानी की मात्रा होती है, जो गर्मियों में शीतलता प्रदान करता है और हमारे शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करता है। इसे मुख्यत: भोजन के साथ सलाद के रूप में कच्चा खाया जाता है।
ऐसे में अगर किसान अपने खेत में इस समय खीरे की खेती करते हैं, तो वह अच्छी कमाई कर सकते हैं। खीरा गर्मी के सीजन में अच्छी तरह ग्रो करता है, इसलिए गार्डन में बिना किसी परेशानी के मार्च-अप्रैल में लगाया जा सकता है। खीरे की कुछ मुख्य प्रजातियों March Vegetables Farming में स्वर्ण अगेती, स्वर्ण पूर्णिमा, पूसा उदय, पूना खीरा, पंजाब सलेक्शन, पूसा संयोग, पूसा बरखा, खीरा 90, कल्यानपुर हरा खीरा, कल्यानपुर मध्यम और खीरा 75 आदि का नाम आता है।
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2. बैंगन की खेती
March Vegetables Farming | बैंगन की खेती अधिक ऊंचाई वाले स्थानों को छोड़कर भारत में लगभग सभी क्षेत्रों में प्रमुख सब्जी की फसल के रूप में की जाती है। झारखण्ड राज्य में इसकी खेती सब्जियों के अंतर्गत कुल क्षेत्रफल के लगभग 10.1% भाग में होती है। पौष्टिकता की दृष्टि से इसे टमाटर के समकक्ष समझा जाता है। बैंगन की हरी पत्तियों में विटामिन ‘सी’ पाया गया है, जो सेहत के लिए अच्छा रहता है।
बैंगन के पौधे को लगाने के लिए लम्बे गर्म मौसम की जरुरत होती है साथ ही बैंगन की फसल के लिए लगभग 13-21 डिग्री सेल्सियस रात का तापमान अच्छा होता है, क्योंकि इस तापमान में बैंगन March Vegetables Farming के पौधे अच्छे से ग्रोथ करते हैं। ऐसे में अगर आप मार्च एवं अप्रैल के माह में बैंगन की खेती करते हैं, तो आने वाले समय में इसे आप अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। बैंगन की कुछ प्रमुख किस्मों में स्वर्ण शक्ति, स्वर्ण श्री, स्वर्ण मणि, स्वर्ण श्यामली एवं स्वर्ण प्रतिभा आदि का नाम आता है।
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3. प्याज की खेती
March Vegetables Farming | प्याज एक महत्वपूर्ण सब्जी एवं मसाला फसल है इसमें प्रोटीन एवं कुछ विटामिन भी अल्प मात्रा में रहते है प्याज में बहुत से ओषाधीय गुण पाये जाते है। प्याज का सूप, अचार एवं सलाद के रूप में उपयोग किया जाता है। प्याज मार्च-अप्रैल में लगाई जाने वाली सब्जियों में से एक है। इसे लगाने के लिए 10-32 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए।
प्याज के बीज हल्के गर्म मौसम में अच्छी से ग्रो करते हैं, इसलिए इन्हें लगाने का सही समय वसंत ऋतु यानी मार्च- अप्रैल का महीना होता है। बता दें कि, प्याज के अच्छे किस्म के बीजों की फसल करीब 150-160 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है हालांकि हरी प्याज March Vegetables Farming की कटाई में 40-50 दिन का समय लगता है। प्याज की कुछ प्रमुख किस्मों में एग्री फाउण्ड डार्क रेड, एन-53 एवं भीमा सुपर का नाम आता है।
4. भिंडी की खेती
March Vegetables Farming | भिंडी एक लोकप्रिय सब्जी है। सब्जियों में भिंडी का प्रमुख स्थान है जिसे लोग लेडीज फिंगर या ओकरा के नाम से भी जानते हैं। भिंडी की अगेती फसल लगाकर किसान भाई अधिक लाभ अर्जित कर सकते है। इसमें विटामिन ए तथा सी पर्याप्त मात्रा में पाये जाते है। भिंडी के फल में आयोडीन की मात्रा अधिक होती है। भिंडी का फल कब्ज रोगी के लिए विशेष गुणकारी होता है।
भिंडी मार्च-अप्रैल महीने में उगाई जाने वाला सब्जी है। दरअसल, भिंडी की फसल को आप घर पर गमले या ग्रो बैग में भी सरलता से लगा सकते हैं। इसकी खेती के लिए तापमान 25-35 डिग्री सेल्सियस अच्छा माना जाता है। भिंडी March Vegetables Farming की कुछ उन्नत किस्मों में पूसा ए -4, परभनी क्रांति, पंजाब -7 , अर्का अभय, अर्का अनामिका, वी.आर.ओ. -6 का नाम आता है। आमतौर पर भिंडी का उपयोग सब्जी बनाने में और कभी-कभी सूप बनाने में किया जाता है।
5. धनिया की फसल
March Vegetables Farming | प्राचीन काल से ही विश्व में भारत देश को ‘‘मसालों की भूमि‘‘ के नाम से जाना जाता है। धनिया के बीज एवं पत्तियां भोजन को सुगंधित एवं स्वादिष्ट बनाने के काम आते है। धनिया बीज में बहुत अधिक औषधीय गुण होने के कारण कुलिनरी के रूप में, कार्मिनेटीव और डायरेटिक के रूप में उपयोग में आते है।
धनिया अम्बेली फेरी या गाजर कुल का एक वर्षीय मसाला फसल है। इसे उगाने के लिए आदर्श तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस उपयुक्त माना जाता है। ऐसे में देश के किसान धनिया की खेती मार्च-अप्रैल के महीने में सरलता से कर सकते हैं। भिंडी की बुवाई के लिए किसान हिसार सुगंध, आर सी आर 41, कुंभराज, आर सी आर 435 / 436 / 446 किस्म का चयन कर सकते है।
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