गेहूं के भावों में पुनः तेजी का वातावरण बनाना संभव। आइए जानते हैं छुट्टी के बाद मंडी में क्या भाव Wheat price in Mandi रहने वाले हैं।
Wheat price in Mandi ; मार्च के अंतिम सप्ताह से अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक मंडियों की लंबी छुट्टियां रही। अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह में कुछ समय के लिए मंडियों में अनाज की खरीद का कार्य शुरू होगा। अप्रैल माह के मध्य में गेहूं के सिरमोर भाव खुलती मंडी में बने रहने की संभावना अभी से जताई जा रही है। मंडे कारोबारी बताते हैं कि 5 दिन का मंडी बंद का जमाव चौतरफा बंपर आवक वाला रहेगा।
मंडी खुलते ही गेहूं के भाव में करीब 50-100 रुपए क्विंटल की कमी होने की संभावना बताई जा रही है। सरकार ने समर्थन दाम की खरीदी शुरु कर दी लेकिन अभी तक देखें तो किसानों ने तेजस गेहूं ज्यादा बेचा मंडियों में इसके भाव कम मिल रहे।
मंडी में lok-1 पूर्णा गेहूं के भाव तेज रहेंगे
लोकवन, पूर्णा और अन्य क्वालिटी वाला गेहूं समर्थन Wheat price in Mandi दाम से 200 रुपए से ज्यादा ऊंचा बिक रहा है। बड़े किसानों ने लोकवन गेहूं ग्रेडिंग कर गोदामों में डंप करना शुरू कर दिया है। चमकदार लोकवन गेहूं की ऊंचे से ऊंचे भाव पर मांग चल रही है। गेहूं के मंडी कारोबारी अमर अग्रवाल ने ताजा खुलती मंडी में चमकदार वाली क्वालिटी का गेहूं ज्यादा आएगा।
देशभर में व्यापारियों के पास लोकवन की मांग ज्यादा आ रही है। अप्रैल माह गेहूं की बड़ी आवक वाला रहेगा। 27 अप्रैल तक विवाह समारोह के मुहूर्त नहीं होने से किसान इस माह जमकर बड़ी आवक में गेहूं उपज बेचने आएंगे।
रेन-टच गेहूं की खरीदने का दबाव खाद्य निगम पर
खाद्य निगम ने ई-नीलामी रोक दी है। अभी तक खुले बाजार में 33 लाख टन गेहूं की बिक्री की है। देश के कई राज्यों में बेमौसम वर्षा से फसलें खराब हुई हैं। गेहूं के उत्पादन Wheat price in Mandi में चाहे अधिक गिरावट न आए, किंतु गेहूं की क्वालिटी तो खराब हो गई है। यही क्वालिटी ने बाजार एवं सरकार को परेशान करना शुरू कर दिया है।
किसान एवं राज्य सरकारों का दबाव रहेगा कि खाद्य निगम रेन-टच गेहूं की खरीदी करे। यदि खाद्य निगम खरीदी करता है, तब आगामी महीनों में ही राशन एवं अन्य सार्वजनिक प्रणालियों में वितरित किया जावेगा और गरीबों का सरकार के प्रति गुस्सा फूटने लगेगा। इस चिंता को भी नहीं भूलना चाहिए।
मंडियों में अभी गेहूं के भाव यह है
बेमौसम वर्षा और ओलावृष्टि से मध्यप्रदेश में भी गेहूं की फसल Wheat price in Mandi प्रभावित हुई है। वर्षा प्रभावित गेहूं मंडियों में आ रहा है। नीलामी में इसकी कीमत 1800 से 1900 रुपए लगाई जा रही है। प्रदेश की कुछ मंडियों में गेहूं भरपूर मात्रा में आ रहा है।
एमएसपी से ऊपर बिक रहा है। सरकारी नीलामी बंद करने से आने वाले दिनों में मंदी के संयोग लगभग समाप्त हो गए हैं। तेजी कितनी आएगी इसका अनुमान लगाना फिलहाल कठिन है किंतु यह बात आता है कि आगे गेहूं के भाव में वृद्धि जरूर होगी।
गेहूं के भाव आगे क्या रहेंगे जानिए
खाद्य निगम द्वारा बेचा गया गेहूं Wheat price in Mandi समाप्त होने के बाद देश की सभी मंडियों में मांग निकलने की संभावना रखी जाती है। गेहूं की मांग बढ़ते ही गेहूं के भाव में वृद्धि होने की संभावना अभी से जताई जाने लगी है व्यापारी बताते हैं कि अप्रैल माह के अंत तक गेहूं के भाव में 200 से ₹400 तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इसकी एक वजह यह भी है कि मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में बेमौसम बारिश के कारण गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है।
बेमौसम बारिश के चलते गेहूं की चमक फीकी पड़ी वहीं पैदावार पर भी असर हुआ। वर्तमान में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी Wheat price in Mandi हो रही है। बेमौसम वर्षा से ऐसी आशंका भी घर करने लगी है कि गेहूं के उत्पादन में 10 से 15 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। कुछ जानकारों का मत है कि उत्पादन में चाहे गिरावट न आए, किंतु गेहूं बदरंग हो सकता है।
सरकार नुकसान की भरपाई करेगी
बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों Wheat price in Mandi के नुकसान की भरपाई मध्य प्रदेश सरकार करेगी इसके लिए सरकार व्यापक रूप से सर्वे करवा रही है। कई जगह सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है। एमपी में किसानों को फसल बीमा के साथ-साथ मुआवजा दिया जाएगा। वहीं पंजाब सरकार ने मुआवजे की राशि में वृद्धि कर दी है।
इससे किसानों को कुछ न कुछ राहत तो मिलेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री ने 7.5 से 10 प्रतिशत फसलों को हुए नुकसान पर मुआवजा 25 प्रतिशत बढ़ाकर 15 हजार रुपए प्रति एकड़ कर दिया है। 33 से 75 प्रतिशत नुकसान पर 5400 रुपए प्रति एकड़ से बढ़ाकर 6750 रुपए प्रति Wheat price in Mandi एकड़ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने विशेष गिरदावारी (खेतों के निरीक्षण एवं सर्वे) की घोषणा भी की है। इससे राज्य के 12 जिलों में फसलों को नुकसान का पता लगाया जा सके।
मूंग के भाव में मंदी आने की संभावना
मार्च एंडिंग की वजह से व्यापार में उत्साह समाप्त हो गया है। अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह से कृषि जिंसों के व्यापार में तेजी आने की संभावना है। महावीर जयंती तक देश के अनेक बाजारों में कारोबार साधारण रहेगा। नैफेड की बेचवाली से केवल मूंग के भाव Wheat price in Mandi में मंदी आ सकती है। अन्य दलहनों में मंदी के संयोग कम बताए जा रहे हैं।
दिल्ली में चना घटा, किंतु लोकल में आवक कम होने से भाव स्थिर रहे। दालों में मांग पुनः कमजोर पड़ गई है। डॉलर चने में निर्यातकों की लेवाली से भावों में तेजी Wheat price in Mandi का वातावरण बना हुआ है। नीलामी में 400 से 500 रुपए की तेजी बताई गई।
गेहूं फ्लोर मिल डिलीवरी भाव यह है
Wheat price in Mandi
आयटीसी उज्जैन- देवास मिल 2340 से 2350 बजरंग घाटाबिल्लौद 2220 मालवराज 2050 संघवी फूड देवास 2200 निमरानी 2220 खंडवा ऑयल्स 2220 मालवराज 2095 रानी सती सेंधवा 2251 चमेली देवी फ्लोर मिल निमरानी 2230 कमांडर इंडस्ट्रीज खंडवा 2270 अक्षत निमरानी 2260 से 2270 संजय उत्तम औरंगाबाद 2420 से 2425 रुपए।
(नोट :– यह भाव इंदौर के व्यापारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार हैं।)
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सरकार 25 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बेचेगी, भाव पर पड़ेगा असर
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Rajesh yadav