फसल में खारे पानी (Rabi Crop Irrigation) या तेलिया पानी से किस तरह बढ़िया उत्पादन मिलेगा एवं उसके लिए अन्य सावधानी क्या रखनी चाहिए, जानें..
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
Rabi Crop Irrigation | मीठा और अच्छा पानी तो फसल उत्पादन के लिए अच्छा है ही, लेकिन खारे पानी से भी फसलों का अच्छा उत्पादन लिया जा सकता है।
यह पुष्टि कृषि विशेषज्ञों ने की है। जांच में यह दावा किया गया है की, मीठे पानी की जगह तेलिया एवं खारे पानी से बेहतर उत्पादन लिया जा सकता है।
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, कि खारे और तेलिया पानी का थोड़ी सावधानी रखकर फसलों में उपयोग किया जा सकता है। : Rabi Crop Irrigation
किसान ट्यूबवेल के पानी की जांच करवा कर आसानी से पता लगा सकते हैं कि पानी खेती के लिए अच्छा है, खारा है अथवा तेलिया है।
खारा पानी है तो लें तकनीक का सहारा
Rabi Crop Irrigation | सबसे पहले भूमि को समतल करा लेना चाहिए ताकि कम पानी से ज्यादा सिचाई की जा सके।
खारे पानी वाले क्षेत्रों में नमक सहनशील फसलें जैसे जौ, सरसों, गेहूं, आलू, जवार, धान, मक्का आदि फसलों को ही मौसम के अनुसार प्राथमिकता दें।
जहां तक हो सके सूखे खेत में फसल की बिजाई करें तथा बिजाई के बाद तुरंत सिचाई कर दें।
बूंद-बूंद टपका सिचाई विधि अपनाकर भी फसल पर लवणों का असर कम किया जा सकता है। : Rabi Crop Irrigation
बिजाई में बीज की मात्रा 25 फीसद बढ़ा देनी चाहिए। कोशिश करें पलेवा अच्छे पानी से ही की जा सके।
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
खारे पानी वाले खेत में भूमि में गोबर की खाद व कंपोस्ट खाद का भरपूर मात्रा में प्रयोग करना चाहिए तथा फसलों के अवशेष को भी भूमि में मिला दें ताकि भूमि में जीवांश की मात्रा बढ़ जाए।
गेहूं ,जौ आदि रबी फसलों में रेतीली भूमियों में खारा पानी कुछ सीमा तक प्रयोग किया जा सकता है। : Rabi Crop Irrigation
कुछ मात्रा में नहरी पानी का भी करें प्रयोग
कृषि विशेषज्ञ बताते हैं कि, जहां पानी खारा हो, उसमें समय-समय पर नहरी पानी का भी प्रयोग करना चाहिए। क्षारीय या तेलिया पानी में सोडियम कार्बोनेट व बाइकार्बोनेट (खारी व मीठा सोड़ा) ज्यादा होते हैं।
ऐसे पानी की क्षारीयता कम करने के लिए पानी की जांच रिपोर्ट के अनुसार भूमि में जिप्सम डालना चाहिए। जिप्सम के कट्टे पानी की नालियों या होदी में रख दें, जिससे थोड़ा-थोड़ा जिप्सम पानी में घुलकर पानी के क्षारीय कम करता रहे। : Rabi Crop Irrigation
ये भी पढ़ें 👉 जो किसान अभी तक गेहूं की बोवनी नहीं कर पाए वह इन तीन किस्मों की बोवनी करें, मिलेगी भरपूर पैदावार..
तेलिया पानी वाले क्षेत्रों में जिक सल्फेट की मात्रा 10 किलो के बजाय 20 किलोग्राम प्रति एकड़ बिजाई से पहले खेत की तैयारी के समय ही डाल देनी चाहिए।
यदि पानी में खारापन अधिक है तो गेहूं, जौ आदि फसलों की बिजाई के समय डीएपी के स्थान पर सिगल सुपर फास्फेट का प्रयोग उत्तम रहेगा। इससे फास्फोरस व सल्फर पोषक तत्व भी आसानी से मिलते रहेंगे। : Rabi Crop Irrigation
तेलिया पानी से सिचित गेहूं की फसल में नाइट्रोजन की मात्रा 25 फीसद बढ़ा देनी चाहिए। खारे पानी में नाइट्रेट भी हो सकता है, पानी परीक्षण कराने पर यदि एक मिली तुल्यांक प्रति लीटर नाइट्रेट है तो प्रति सिचाई एक एकड़ में चार किलो नाइट्रोजन मिल जाती है।
ऐसे खारे पानी में यदि गेहूं बोया गया है तो पांच सिंचाईयों में 20 किलो नाइट्रोजन की बचत की जा सकती है। कुछ ट्यूबवेलों का पानी ऐसा खारा होता है जिसे फसल में लगाने से फसल गहरी हरी हो जाती है तथा बढ़वार भी अच्छी होती है।
एक ही स्थान पर यदि अच्छा व खारा पानी उपलब्ध हो तो उनको मिलाकर सिचाई में प्रयोग करें। अच्छा व खारा पानी बारी-बारी से लगाएं तथा ऐसी दशा में पलेवा अच्छे पानी से करना अच्छा रहता है। : Rabi Crop Irrigation
खेती किसानी की नई नई जानकारी से अपडेट रहने के लिए आप हमारे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो कर सकते है।
👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
यह भी पढ़िए….👉पूसा तेजस का स्थान लेगी गेहूं की यह नई वैरायटी, देखें गेहूं की उच्च उत्पादन देने वाले दो वैरायटियों की जानकारी..
👉 करनाल संस्थान द्वारा तैयार की गई गेहूं की 3 उन्नत किस्मों की विशेषताएं व खेती के बारे में जानें…
👉इस वर्ष किसानों को गेहूं के यह नई किस्म मालामाल करेगी, उपज क्षमता एवं विशेषताएं जानिए..
👉 गेंहू की इस खास किस्म से किसान ने एक हेक्टेयर से निकाला था 102 क्विंटल उत्पादन, जानें पूरी डिटेल
प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.