परंपरागत गेहूं की किस्मों से उच्च उत्पादन देने वाली (High Yielding Wheat Varieties) दो नई वैरियटयों की जानकारी देखें..
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High Yielding Wheat Varieties | रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं की बोवनी का समय चल रहा है। मानसून की अच्छी बारिश के चलते इस वर्ष गेहूं के रकबे में बढ़ोतरी हुई है।
किसान इस वर्ष अधिक उपज देने वाली गेहूं की वैरायटियों को अधिक बो रहे हैं, इनमें सबसे अधिक मांग पूसा तेजस की बनी हुई है। पूसा तेजस की बुवाई सबसे अधिक हो रही है।
पूसा तेजस ड्यूरम (कठिया गेहूं की किस्म) है। यह किस्म समय से बोनी हेतु म.प्र., राजस्थान, छत्तीसगढ़ आदि मध्य क्षेत्र हेतु वर्ष 2017 में पूसा के सहयोगी संस्थान गेहूँ अनुसंधान केन्द्र, इन्दौर से जारी हुई थी।
समय के साथ इस वैरायटी की उपयोगिता अभी भी बनी हुई है, हालांकि इसके अलावा हाल ही में इस वैरायटी का स्थान लेने के लिए ड्यूरम गेहूं की एक अन्य वैरायटी High Yielding Wheat Varieties पूसा संस्थान ने विकसित की है। यह वैरायटी पूसा तेजस गेहूं की तुलना में अधिक उत्पादन देने वाली साबित होगी, पिछले वर्ष इस वैरायटी का अच्छा प्रदर्शन रहा।
चौपाल समाचार के इस लेख में आइए जानते हैं कि इस वर्ष गेहूं की टॉप उच्च उत्पादन देने वाली प्रमुख दो वैरायटियां कौन सी है। इनमें से एक वैरायटी ड्यूरम कठिया गेहूं की है, वहीं दूसरी वैरायटी चपाती बनाने के लिए सर्वोत्तम है। इनके विषय में डिटेल जानते हैं..
High Yielding Wheat Varieties | एच. आई. 8830 (पूसा कीर्ति)
पूसा के सहयोगी संस्थान, गेहूँ अनुसंधान केन्द्र, इंदौर द्वारा देश के मध्यक्षेत्र म.प्र. दक्षिण राजस्थान, बुंदेलखंड, गुजरात, छत्तीसगढ़ के लिये समय पर बोनी हेतु थुली, रवा, पास्ता हेतु अनुशंसित गेहूँ की यह नवीनतम् बॉयो फोर्टिफाईड किस्म पिछले वर्ष 2023 में विकसित हुई थी।
पूसा तेजस, पोषण व पूसा मंगल आदि कढ़िया किस्मों के बाद किसान इनसे भी उन्नत एक ऐसी ड्यूरम किस्म का इंतजार कर रहे थे, जिसमें कम अवधि में कम सिंचाई व कम बीज दर पर अधिकतम उत्पादन दे सके, किसानों की इसी आशा पर यह वैरायटी खरी उतरी है। पिछले वर्ष इस वैरायटी से किसानों ने अच्छा उत्पादन प्राप्त किया। : High Yielding Wheat Varieties
HI 8830 (पूसा कीर्ति) की प्रमुख विशेषताएं
इस किस्म का दाना आकर्षक, चमकदार, बोल्ड, रंग अम्बर (सुनहरा ), थोड़ा कड़क, आकार दीर्घ वृत्ताकार (इलेप्टीकल), 1000 दानों का वजन लगभग 50 ग्राम बालियों में आरेकल ठोस (काम्पेक्ट) होने से खिरने की समस्या नहीं व परिपक्वता अवधि में थोड़ी वर्षा होने पर भी दाने का रंग खराब नहीं होता जिससे बाजार भाव अच्छे मिलते है। : High Yielding Wheat Varieties
बॉयो फोर्टिफाईड किस्म होने से इसमें पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में जैसे जिंक ( 37. लोह तत्व ( 37.6) पी. पी. एम. तथा इसकी सेडीमेटेशन वेल्यू (33.8 ML) होने से यह इसकी उच्चतम गुणवत्ता एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की क्वालिटी होने का एक तकनीकी प्रमाण है।
इस किस्म का पौधा मध्यम ऊँचाई का ऊँचाई लगभग 90 से.मी. पत्तियाँ चौड़ी, पर्ण कोण, सीधी सतह मोमी, मजबूत बालियाँ सफेद, बालियों पर रूए नहीं, काड़ी कड़क, ऊँचाई अधिक नहीं व जबरदस्त टिलरिंग होने के कारण इसके आड़ा पड़ने (लाजिंग) की समस्या नहीं। : High Yielding Wheat Varieties
पौधा घना, फैलावदार व अधिक कुचे वाले होने के कारण किसानों को भूसा भी अधिक प्राप्त होता है, भूसे के भाव भी बहुत अच्छे मिलने के कारण किसान को लगने वाली गेहूँ की लागत का अधिकतम हिस्सा भूसे की आय में निकल जाता है।
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एच आई 8830 के प्रमुख गुण, उत्पादन क्षमता, अवधि
High Yielding Wheat Varieties | इस किस्म का अंकुरण बहुत अच्छा होने से व टिलरिंग (कल्ले) अधिक होने से बीज दर भी कम लगती है तथा फसल की अवधि लगभग 120 दिन होने से कम सिंचाई में भी अधिकतम उत्पादन देने में यह किस्म सक्षम है।
बिमारियों के प्रति प्रतिरोधकता व पाले / ठंड के प्रति सहनशीलता के सभी गुण इस किस्म में अन्य उन्नत ड्यूरम किस्मों की तरह स्वाभाविक रूप से देखे गए है।
इस किस्म की बीज दर 113 किलो हेक्टेयर या लगभग 45 किलो एकड़ है। लाईन से लाईन की दूरी 20 से.मी. रखने पर उच्च उत्पादन देने में सक्षम।
इस किस्म में एक यह अच्छी बात है कि सीमित सिंचाई 1 से 2 देने पर भी यह किस्म अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है। इस किस्म में किसानों द्वारा 3 से 4 सिंचाई में भी व्यवाहरिक रूप गतवर्ष कि विपरित मौसम एवं अधिक तापमान की परिस्थिति में भी लगभग 17 क्विंटल बीघा का उत्पादन लिया गया है। : High Yielding Wheat Varieties
इस किस्म में किसान भाई दाने में दूध भरने (जीव पड़ने) की अवस्था लगभग 85 से 90 दिन के बाद सिंचाई रोक देगें तो फसल के आड़ा पड़ने व दाने के पोट्या (धान्या) होने की संभावना नहीं के बराबर रहेगी जिससे किसानों को अधिकतम उत्पादन के साथ अच्छे बाजार भाव दोनों का लाभ मिलेगा।
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High Yielding Wheat Varieties | एच. आई. – 1650 (पूसा ओजस्वी)
पूर्णा या अन्य परम्परागत चपाती वाली किस्मों से अधिक उत्पादन, ज्यादा बाजार भाव, अच्छा सुडौल आकर्षक दाना, कम ऊँचाई व कम बीज दर व जल्दी व कम सिंचाई में भी आने वाली, बीमारियों के प्रति प्रतिरोधकता वाली ऐसे सभी गुणों से सम्पन्न आल इन वन किस्म के रूप में पिछले वर्ष से ही मशहूर हो चुकी एच आई 1650 वैरायटी में उच्च उत्पादन देने की क्षमता है। गेहूँ की यह बॉयो फोर्टीफाईड किस्म पूसा संस्थान द्वारा विकसित की गई है।
एच.आई. – 1650 ( पूसा ओजस्वी ) देश के मध्य क्षेत्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड क्षेत्र हेतु समय पर बोनी हेतु चपाती, ब्रेड, बिस्किट के लिये उपयुक्त हाल ही में जारी की है। : High Yielding Wheat Varieties
1650 पूसा ओजस्वी की प्रमुख विशेषताएं
इस किस्म का दाना सुडोल, चमकदार, आकर्षक, लम्बाकार रंग अम्बर ( सुनहरा), 1000 दानो का वजन लगभग 50 ग्राम, बाली में दाने खिरने की समस्या नहीं, बॉयो फोर्टिफाईड किस्म होने से इसमें जिंक ( 42.7), आयरन (39.5) पी.पी.एम. एवं प्रोटीन (11.4%) होने के कारण इस किस्म में पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में है जो कि देश में कुषोषण की समस्या को दूर करने में भी यह किस्म एक महत्वपूर्ण योगदान देगी। : High Yielding Wheat Varieties
इस किस्म की रोटी सफेद, मुलायम, स्वादिष्ट, ब्रेड, बिस्किट एवं अन्य बेकरी आयटम के लिये अत्यंत उपयुक्त किस्म है क्यों कि इस किस्म की चपाती क्वालिटी एवं बिस्किट क्वालिटी इन्डेक्स लगभग 7.9 है तथा इस किस्म की सेडीमेटेशन वल्यू (39.00ML) है जो कि इस किस्म को चपाती, ब्रेड, बिस्किट हेतु एक सर्वोत्तम किस्म होने के दावे की तकनीकी रूप से भी पुष्टि करती है।
एचआई 1650 वैरायटी के गुण, अवधि एवं उपज क्षमता
High Yielding Wheat Varieties | इस किस्म की बाली सफेद, पत्तियाँ चौड़ी, सतह मोमी, मजबूत पर्ण झूके हुए तथा पौधा मध्यमऊँचाई का लगभग 90-92 से.मी. पौधा कम ऊँचाई का होने से आड़ा (लाजिंग) पड़ने की समस्या नहीं।
इस किस्म की बीज दर 100 किलो हेक्टेयर या 40 किलो एकड़ उपयुक्त रहेगा। लाईन से लाईन की दूरी 20 से.मी. 1 नवम्बर से 25 नवम्बर तक समय पर बोनी करने पर अच्छा उत्पादन देने की क्षमता। : High Yielding Wheat Varieties
इस किस्म का अधिकतम उत्पादन आदर्श परिस्थिति में लगभग 73 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है पर व्यवहारिक रूप से कुछ किसानों द्वारा इस किस्म का चमत्कारी उत्पादन 17 क्विंटल बीघा तक भी लिया गया है।
इस किस्म की अवधि लगभग 115 से 120 दिन होने से 2-3 सिंचाई में भी अच्छे मजबूत जड़ तंत्र होने के कारण इस किस्म ने अच्छा उत्पादन दिया है। यह किस्म लगभग 23 सभी मुख्य स्टेम रस्ट एवं लीफ रस्ट के लिये प्रतिरोधक किस्म है तथा पाला अवरोधक किस्म होने पाला व बिमारियों से नुकसान की संभावना भी कम रहती है।
यह किस्म कम बीज दर, कम सिंचाई व कम दिवस में आने के कारण कम लागत पर अधिकतम उत्पादन व अच्छे बाजार भाव जिससे किसान को अधिकतम आय ऐसी हरफनमौला किस्म आज हर किसान की आवश्यकता है व बढ़ते जीवन स्तर के कारण अच्छी क्वालिटी के गेहूँ की चपाती, बिस्किट, ब्रेड मार्केट में बड़ी माँग के कारण इसके उत्पादन की असीम संभावनाएं है, इन सब असाधारण गुणों के कारण यह किस्म हर किसान की पहली पसंद बनकर पूरे क्षेत्र में शीघ्र ही अच्छादित हो जावेगी। : High Yielding Wheat Varieties
इन वैरायटियों का बीज प्राप्त लेने के लिए यहां संपर्क करें
High Yielding Wheat Varieties | वसुंधरा सिड्स
ऑफिस – 51, राजस्व कॉलोनी, टंकी पथ, उज्जैन – 456010 (म. प्र. )
फोन – 2530547
मो. नंबर – 9301606161, 9425332517
गोडाउन का पता – बड़ी उद्योगपुरी, मक्सी रोड, महावीर तोल काँटे के पास गोल्डन टाइल्स के सामने, उज्जैन (म. प्र.)
मो. 9302139253, 9669176048
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