मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए कृषि विभाग ने किसानों के लिए जारी की चेतावनी, जानिए डिटेल..

मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक कड़कड़ाती ठंड, ओले एवं बारिश जा पूर्वानुमान जारी किया है। इससे रबी फसलों (Rabi Crops) को होगा भारी नुकसान। जानें कृषि विभाग द्वारा जारी सलाह।

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Rabi Crops | सर्दियों की कड़ी ठंड और शीतलहर का सीधा असर किसानों की फसलों पर पड़ता है, जिससे उनकी मेहनत पर पानी फिर सकता है।

इस साल पश्चिमी विक्षोभ के कारण 22 दिसंबर से 5 जनवरी तक ठंड में तीव्र वृद्धि और हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। ऐसे में कृषि विभाग ने किसानों को उनकी फसलों को पाले और शीतलहर से बचाने के लिए विशेष उपाय सुझाए हैं।

राजस्थान के संयुक्त कृषि विभाग के निदेशक कृषि (विस्तार) प्रकाश चन्द्र बुनकर ने बताया कि पाले के कारण टमाटर, मिर्च, बैंगन, धनिया, मटर, चना, सरसों और गेहूं जैसी फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। : Rabi Crops

उन्होंने कहा कि समय पर उठाए गए छोटे-छोटे कदम किसानों की फसलों को इस नुकसान से बचा सकते हैं। कृषि विभाग ने किसानों को पाले से बचाव के लिए नीचे दिए गए पांच उपाय अपनाने की सलाह दी है…

प्रदेश में अब तक 131 लाख हेक्टेयर में हुई बोनी

Rabi Crops | चालू रबी सीजन 2024-25 में अब तक 131 लाख 57 हजार हेक्टेयर में बोनी हो गई है। जो लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 94 फीसदी है। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 131.60 लाख हेक्टेयर में बोनी हुई थी।

राज्य की प्रमुख फसल गेहूं की बोनी अब तक 87.39 लाख हेक्टेयर में हो गई है। इस वर्ष रबी फसलों का लक्ष्य 140.08 लाख हेक्टेयर रखा गया है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष बुवाई समान गति से बल रही है।

कृषि विभाग के मुताविक प्रदेश में रबी फसलों का सामान्य क्षेत्र 133 लाख 82 हजार हेक्टेयर है। इस वर्ष 140.08 लाख हेक्टेयर में रबी फसलें ली जाएंगी। : Rabi Crops

अब तक 131.57 लाख हेक्टेयर में बोनी कर ली गई है। इसमें प्रमुख रबी फसल गेहूं की बोनी 87.39 लाख हेक्टेयर में हुई है। दूसरी प्रमुख फसल चने को बोनी अब तक 19.90 लाख हेक्टेयर में हो गई है। अन्य फसलों में अब तक मटर 2.49 लाख है. में, मसूर 7.38 लाख है. में बोई गई है।

राज्य की प्रमुख तिलहनी फसल सरसों की बोनी 12.27 लाख है. में हुई है। इस वर्ष 14.61 लाख है. लक्ष्य रखा गया है। वहीं अलसी की बोनी 1.03 लाख हेक्टेयर में हुई है। गन्ना अब तक 69 हजार हेक्टेयर में बोनी हो गई है। : Rabi Crops

प्रदेश में अब तक कुल अनाज फसलें 87.81 लाख है. में, दलहनी फसलें 29.77 लाख है. में एवं तिलहनी फसलें 13.30 लाख हेक्टेयर में बोई गई है।

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कृषि विभाग द्वारा सुझाए गए उपाय

Rabi Crops | कृषि विभाग ने किसानों को पाले से बचाव के लिए नीचे दिए गए पांच उपाय अपनाने की सलाह दी है :-

1. गंधक और थायो यूरिया का छिड़काव करें :– गंधक के तेजाब का 0.1 प्रतिशत घोल (2 ग्राम प्रति लीटर पानी) या थायो यूरिया (500 पीपीएम) का छिड़काव 15-15 दिन के अंतराल पर करें। यह फसलों को शीतलहर से सुरक्षित रखने में मददगार साबित होगा।

2. धुंआ करें :– जिस रात पाला पड़ने की संभावना हो, उस रात खेतों के किनारों पर घास-फूस और कचरा जलाकर घूंआ करें। इससे वातावरण में गर्मी बनी रहेगी और पाले से फसलों को बचाया जा सकेगा।

3. फसलों को ढकें :– सब्जियों की फसलों को पाले से बचाने के लिए उन्हें पॉलीथीन या भूसे से ढक दें। ठंडी हवा से बचाने के लिए खेतों के किनारों पर वायुरोधी टाटीयां लगाना भी उपयोगी हो सकता है। : Rabi Crops

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4. वायुरोधक पेड़ लगाएं :– खेतों की मेड़ों पर शहतूत, शीशम, खेजड़ी और बबूल जैसे वायुरोधक पेड़ लगाएं। ये पेड़ ठंडी हवाओं को रोककर फसलों को सुरक्षा प्रदान करेंगे।

5. हल्की सिंचाई करें :– पाला पड़ने की संभावना होने पर खेत में हल्की सिंचाई करें। यह न केवल जमीन की नमी को बनाए रखेगा, बल्कि तापमान को 0.5 से 2 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ाने में भी मदद करेगा। : Rabi Crops

किसानों के लिए महत्वपूर्ण चेतावनी

Rabi Crops | विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे इन उपायों को जल्द से जल्द अपनाएं और नियमित रूप से मौसम की जानकारी लेते रहें। सर्दी के इन कठिन दिनों में सतर्कता ही फसलों को सुरक्षित रखने का सबसे बड़ा हथियार है।

शीतलहर और पाले का सीधा असर फसलों की उपज और गुणवत्ता पर पड़ता है। इसके कारण पौधों के ऊतकों में पानी जम सकता है, जिससे उनकी कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। समय पर उठाए गए कदम न केवल फसलों को बचाते हैं, बल्कि किसानों को आर्थिक नुकसान से भी सुरक्षित रखते हैं। : Rabi Crops

अगले कुछ दिनों तक कैसा रहेगा एमपी का मौसम

आईएमडी विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक बताते है की, प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के असर से मौसम का मिजाज बदला रहेगा। राजस्थान के ऊपर भी एक लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) की एक्टिविटी रहेगी। जिससे बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं।

आईएमडी भोपाल के वैज्ञानिकों के अनुसार कल 25 दिसंबर को ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, अशोकनगर और गुना में कोहरा रहेगा। 26 एवं 27 दिसंबर को कैसा रहेगा प्रदेश का मौसम, यहां क्लिक कर जानिए…

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