वैज्ञानिक तरीके से उद्यान लगाए, इस तरह होगा अधिक मुनाफा

सिंचाई, उर्वरक और पौधे की किस्में करती है उत्पादन को प्रभावित, कृषि विभाग से जानिए किस तरह उद्यान (Garden Crops) से अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है।

👉 व्हाट्सऐप चैनल को फॉलो करें।

Garden Crops | फलों के बाग लगाना कृषक के लिए आमदनी का अच्छा खासा जरिया है। किसान वैज्ञानिक तरीके से बाग लगा कर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं लेकिन बगीचे लगाने से पूर्व कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए। फलों के पेड़ लंबे समय के लिए लगाए जाते हैं इसलिए बाग इस तरह तैयार करें जिससे आपको फायदा मिलता रहे।

देखभाल में कम खर्च हो, पेड़ स्वस्थ रहें और बाग में मौजूद साधनों का पूरा इस्तेमाल हो सके। हर फल वाले पेड़ को फैलने के लिए सही जगह मिल सके। बाग में काम करने के लिए मजदूर व तकनीकी कर्मचारी भी हों।

पौधों का चयन इस प्रकार करें

लवणीय व क्षारीय जमीन पर बेर, आंवला, लेसवा, खजूर व बेलपत्र के पौधों को लगाएं। राजस्थान की जलवायु में खासतौर से अनार, आम, पपीता, करौंदा, आंवला. नीबू, मौसम्बी, माल्टा, संतरा, अनार, बेल, बेर व लेसवा आदि फलों को आसानी से लगाया जा सकता है। Garden Crops

जिन भागों में पाले का ज्यादा असर रहता है, उन इलाकों में आम, पपीता व अंगूर के बाग नहीं लगाएं। अधिक गरमी व लू वाले इलाकों में लेसवा व बेर के पेड़ लगाएं।

नमी वाले इलाकों में मौसमी, संतरा व किन्न के पेड़ लगाने चाहिए। गरम व ठंडी हवाओं और अन्य प्राकृतिक दुश्मनों से बचाव के लिए खेत के चारों ओर देशी आम, जामुन, बेल, शहतूत, आंवला, करौंदा, इमली के पेड़ लगाएं। Garden Crops

इस विधि से लगाएं बगीचे

बगीचों को वर्गाकार विधि से ही लगाएं, क्योंकि यह सबसे आसान तरीका है। पौधे लगाने से तकरीबन एक महीने पहले गड्ढे खोद कर 20 से 25 दिनों तक इन गड्ढों को खुला छोड़ दें, जिससे तेज धूप से कीटाणु खत्म हो जाएं। गड्ढे खोदते समय ऊपर की आधी उपजाऊ मिट्टी एक तरफ रख दें और आधी मिट्टी दूसरी तरफ डाल दें। Garden Crops

गड्ढों की खुदाई के 1 माह बाद गोबर की खाद 20-25 किलो, सुपर फास्फेट 250 ग्राम, क्यूनाल्फोस 50 ग्राम, नीम की खली 2 किलो, जमीन क्षारीय हो तो 250 ग्राम जिप्सम और गड्ढे की मिट्टी का मिश्रण तैयार करें। इसमें खेत की ऊपरी मिट्टी मिलाएं।

इस मिश्रण से गड्ढों को खेत की सतह से कुछ ऊंचाई तक दबा कर भरें। काफी मात्रा में पानी डालें। पौध रोपाई अच्छी बारिश के बाद करें। Garden Crops

पौध रोपाई में सावधानी

नर्सरी से खरीदे गए पौधों को तैयार गड्ढों में लगाएं। रोपाई जुलाई-अगस्त में शाम के समय करें। पौधे को रोपने से 2 घंटे पहले लिपटी हुई घास पिंड व पॉलिथीन थैली को थोडे समय के लिए पानी में रख कर उसमें भरी हवा को बाहर निकालें, पौधा लगाने से पहले लिपटी हुई घास व पॉलिथीन थैली को मिट्टी के पिंड से हल्के से हटा दें। Garden Crops

जड़ों को बचाकर रखें। पौधे पर लगे पैबंद वाले स्थान व शाखा के जुड़ाव वाले बिंदु को जमीन के तल से 25 सेमी ऊपर रखें। नीचे से निकलने वाली शाखाओं व रोगी शाखाओं को हटाते रहें।

पानी की ज्यादा जरूरत होती है। इस समय 2-3 दिनों के अंतर पर पानी दें। पानी की कमी वाले क्षेत्रों में बूंद-बूंद सिंचाई विधि का इस्तेमाल करें। पौधों को शुरू के 2 महीने तक पौधों को बारिश के मौसम में बारिश होती रहे तो पानी देने की जरूरत नहीं होती है। सर्दी में 10 से 15 दिनों के अंतर पर सिंचाई करें। गर्मी में 7 से 10 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करें। Garden Crops

👉 व्हाट्सऐप चैनल को फॉलो करें।

खेती किसानी की नई नई जानकारी से अपडेट रहने के लिए आप हमारे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो कर सकते है।

यह भी पढ़िए….👉 10 से 12 दिन की सोयाबीन फसल के लिए कृषकों को इंदौर अनुसंधान संस्थान की उपयोगी सलाह

👉 3 साल से घाटे में सोयाबीन की खेती! अब किसान इस फसल की खेती में जुटे, अनुदान भी दे रही है सरकार…

👉 मालवांचल में 30 प्रतिशत बोवनी पूरी हुई, किसानों को पसंद आई सोयाबीन की यह किस्में, मंडी रेट 7000..

👉 बंपर पैदावार के लिए धान की बुवाई को लेकर कृषि विभाग की खास सलाह, बरतें ये अहम सावधानियां…

👉 सोयाबीन के पौधे कीट-फफूंद से रहेंगे दूर, बुवाई से पहले करें यह जरूरी काम, कृषि विभाग ने दी सलाह….

👉 पिछले साल सोयाबीन की इन टॉप 3 नई किस्मों ने किया कमाल, निकाला था सबसे ज्यादा उत्पादन, देखें..

प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें

Leave a Comment