चने की फसल (Gram Farming) से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए इस समय क्या करना होगा, आइए कृषि वैज्ञानिकों से जानते हैं..
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Gram Farming | रबी सीजन में कम सिंचाई वाले क्षेत्रों में चने की खेती होती है। चने की फसल इस समय फूल एवं फली की अवस्था में है।
ऐसी स्थिति में फसल की देखरेख करना अति आवश्यक है। क्योंकि थोड़ी सी सावधानी से पैदावार में गिरावट होने की संभावना रहती है। Gram Farming
कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक इस समय चने की फसल में फली छेदक कीट की संभावना हो सकती है।
इस किट की रोकथाम के लिए किसानों को क्या करना होगा एवं कीट नियंत्रण के लिए अनुदान लेने के लिए क्या करना होगा आइए जानते हैं..
इस वर्ष सामान्य रहा चने की बुवाई का रकबा
कृषि मंत्रालय ने जनवरी 2025 तक रबी फसलों के क्षेत्रीय कवरेज पर आंकड़े जारी किए हैं। कृषि विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष दालों का कुल बुवाई क्षेत्र 139.81 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले वर्ष के 139.11 लाख हेक्टेयर के समान है। चना की 96.65 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई, जो पिछले वर्ष 95.87 लाख हेक्टेयर से अधिक है। हालांकि चने की बुवाई का यह रकबा इस वर्ष के अनुमानित रकबे 100.00 लाख हेक्टेयर से कम है। Gram Farming
इस सीजन में कुल बुवाई क्षेत्र 632.27 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले वर्ष ( 631.44 लाख हेक्टेयर) के बराबर है। रबी की मुख्य फसल गेहूं की बुवाई इस वर्ष 320 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई के साथ प्रमुख बनी रही। यह पिछले वर्ष (315.63 लाख हेक्टेयर) और सामान्य क्षेत्र (312.35 लाख हेक्टेयर) से अधिक है। रबी सीजन की धान की बुवाई 22.09 लाख हेक्टेयर में हुई, जो पिछले वर्ष ( 21.53 लाख हेक्टेयर) से अधिक है।
चने की अधिक पैदावार के लिए यह जारी की एडवाइजरी
चने की फसल में इस समय सबसे अधिक प्रकोप फली छेदक किट का होता है। फली छेदक कीट की लटे हरे रंग की होती है जो बाद में गहरे भूरे रंग की हो जाती है । यह आरंभ में पत्तियों को खाती है, फली लगने पर इसमें छेद करके अन्दर का दाना खाकर खोखला कर देती है। Gram Farming इसके नियंत्रण हेतु निम्न उपाय अपनाये जाने चाहिए :–
फली छेदक कीट का प्रकोप बढ़ने पर उनके अण्डे एवं सुण्डियों को इकट्ठा करके नष्ट कर दें।
4-5 फेरोमोन ट्रैप प्रति हैक्टर का उपयोग करें तथा 15 दिन के अंतराल पर ल्यूर को बदल देवें। लगभग 50 प्रतिशत फूल आने पर एजेडीरेक्टीन (नीम का तेल ) 700 मि.ली. प्रति हैक्टर का छिड़काव करना चाहिए तथा आवश्यकतानुसार 15 दिन बाद इसी उपचार को दोहरावें। Gram Farming
अथवा 50 प्रतिशत फूल आने पर पहला छिड़काव एन.पी.वी. 250 एल.ई. प्रति हैक्टर की दर से तथा दूसरा छिड़काव 15 दिन बाद बेसिलस थुरिंजिनेसिस के 1200 ग्राम प्रति हैक्टर की दर से करना चाहिए।
अथवा फूल आते समय क्यूनालफास 25 ई.सी. एक लीटर या मैलाथियॉन 50 ई.सी. सवा लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हैक्टर की दर से छिड़काव करना चाहिए। Gram Farming
अथवा लेम्डासाइहेलोथ्रिन 5 प्रतिशत ई.सी. 400 मि.ली. प्रति हैक्टर की दर से छिड़काव करें।
अथवा प्रथम छिड़काव 50 प्रतिशत फूल बनते समय इण्डोक्साकार्ब 14.5 एस.सी. की 1. मिली मात्रा प्रति लीटर पानी तथा द्वितीय छिड़काव फलियों के दाने बनते समय क्लोरेन्ट्रॉनिलिप्रोल 18.5 एस.सी. की 140 मिली मात्रा को प्रति हैक्टर के हिसाब से पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए। Gram Farming
कीट नियंत्रण के लिए राज्य सरकार देगी अनुदान
फली छेदक कीट का प्रकोप दिखने पर राजस्थान एवं मध्य प्रदेश सरकार किसानों को अनुदान देगी। इसके लिए सरकार के निर्देशानुसार कीट का प्रकोप आर्थिक दहलीज स्तर (ETL) से अधिक होने पर फसलों को उपचारित करने हेतु अनुदान पर कीटनाशी रसायन कृषकों को उपलब्ध करवाये जाने के लिए मांग हेतु कीट व्याधि की सर्वेक्षण/रेपिड रोविंग सर्वे रिपोर्ट (प्रपत्र – 5 ) पूर्ण कर अविलम्ब संयुक्त निदेशक कृषि (पौ.सं) को भिजवायें। Gram Farming
जिससे प्रभावित क्षेत्र में कीट नियंत्रण हेतु अनुदान पर कीटनाशी रसायन उपलब्ध कराने के लिए भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्यों का आवंटन किया जा सके। समय पर कीट नियंत्रण कर कृषकों को लाभान्वित किया जावें।
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