महावीरा पावर प्लस खाद (Jiron Fertilizer) से बढ़ाए गेंहू का उत्पादन, गेंहू की फसल में कब कब एवं कितना उपयोग करें यह खाद। आइए जानते है सबकुछ…
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Jiron Fertilizer | मध्यप्रदेश वर्तमान में प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य है। प्रदेश में गेहूं की औसत उत्पादकता 20 से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, जो राष्ट्रीय औसत उत्पादकता 30 से 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से काफी कम है।
राज्य में गेहूं का उत्पादन कम होने का प्रमुख कारण असंतुलित उर्वरक उपयोग एवं पौषक तत्व प्रबंधन की कमी है।
चूंकि गेहूं की फसल अधिकतम पौषक तत्व चाहने वाली फसल है। इसलिये आवश्यक पौषक तत्व के अभाव में गेहूं में कई तरह के कीट एवं रोग भी लगते हैं जिससे गेहूं का उत्पादन प्रभावित होता है।
गेहूं की बुवाई के दौरान आधार खाद Jiron Fertilizer के रूप में आवश्यक पौषक तत्व वाले उर्वरकों की आपूर्ति किया जाना चाहिये। वर्तमान में सिक्स इन वन पौषक तत्व वाली खाद उपलब्ध है जिसके उपयोग से गेहूं का उत्पादन सर्वाधिक लिया जा सकता है।
हमें उत्तम किस्म का गेहूं तभी प्राप्त होगा जब हम पौषक तत्व आधारित गेहूं उपयोग में लेंगे। गेहूं की फसल के लिये प्राथमिक पौषक तत्व नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटाश है।
द्वितीयक पौषक तत्व मैग्नीशियम, सल्फर एवं कैल्शियम है। अन्य माइक्रोन्यूट्रिएंट्स जैसे मैगनीज, बोरोन, जिंक, आयरन, कापर, निकल एवं कोबाल्ट भी गेहूं के बेहतर एवं गुणवत्तायुक्त उत्पादन के लिये जरूरी है। : Jiron Fertilizer
गेहूं में पोषक तत्वों की कमी के लक्षण
आर. एम. फास्फेट्स एण्ड केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड इन्दौर (म.प्र.) के हेड एग्रोनोमिस्ट श्री प्रमोद कुमार पाण्डेय के अनुसार गेहूं की फसल में विभिन्न पोषक तत्वों जैसे नत्रजन, फास्फोरस, पोटैशियम, मैगनीज, तांबा, लोहा, सल्फर, कैल्शियम, जिंक एवं बोरान की पौधों में कमी के लक्षण जैसे-
• पौधों का रंग हल्का हरा होना, बढ़वार सामान्य से कम और आकार नुकीला होना।
• कन्सों की संख्या में कमी, तना पतला तथा बालियों का आकार में छोटी होना। : Jiron Fertilizer
• पत्तियों का रंग गहरा हरा, बैंगनी, अग्रभाग का सूखकर पीला पड़ना इत्यादि।
महावीरा जीरोन पॉवर प्लस से बढ़ाएं गेहूं का उत्पादन
■ महावीरा जीरोन पॉवर प्लस गेहूं के लिए सबसे शक्तिशाली खाद।
■ तीन बोरी यानी 150 किलो प्रति एकड़ बुवाई के समय अनुशंसित।
■ गेहूं का उत्पादन 18 से 20 क्विंटल प्रति एकड़ पाएं। : Jiron Fertilizer
■ छः पौषक तत्वों कैल्शियम, फास्फोरस, सल्फर, जिंक, बोरोन, मैग्नीशियम का मिश्रण
■ चमकदार एवं सर्वाधिक गेहूं उत्पादन के लिए करें प्रयोग।
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महावीरा जीरोन पावर प्लस से करें गेहूं में पोषक तत्वों का प्रबंधन
उर्वरक उद्योग की प्रमुख कंपनी आर.एम. फास्फेट्स एण्ड केमिकल्स प्रायवेट लिमिटेड ने गेहूं की फसल से सर्वश्रेष्ठ गुणवत्तापूर्ण उत्पादन पाने के लिये पौषक तत्व आधारित महावीरा जिरोन पॉवर प्लस Jiron Fertilizer उपलब्ध करवाया है।
आर. एम. फास्फेट्स एण्ड केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड हेड एग्रोनोमिस्ट श्री प्रमोद कुमार पाण्डेय ने बताया कि महावीरा जिरोन पॉवर प्लस सिक्स इन वन खाद है। इसमें फास्फोरस, कैल्शियम, सल्फर, जिंक, मैग्नीशियम एवं बोरोन ऐसे छः पौषक तत्व हैं जो गेहूं के अत्यधिक गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के लिये जरूरी है।
विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों एवं अनुसंधान केन्द्रों ने यह प्रमाणित किया है कि महावीरा जिरोन पॉवर प्लस गेहूं के लिये सर्वश्रेष्ठ खाद है। महावीरा जिरोन पॉवर प्लस में उपलब्ध 16 प्रतिशत फास्फोरस जड़ों की वृद्धि के लिये महत्वपूर्ण है। यह गेहूं के लिये विशेष लाभदायक खाद है।
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फास्फोरस (16%) : फास्फोरस से जड़ें तेजी से विकसित होती हैं, फूल एवं बालियां बनने में तथा उनके पकने में सहायक होता है। : Jiron Fertilizer
कैल्शियम (19%) : कैल्शियम जड़ों के विकास एवं पौधे के अंगों की रचना के लिये जरूरी एवं कोशिकाओं का अभिन्न तत्व होने से पौधे में मजबूती प्रदान करता है।
बोरोन (0.20%) : बोरोन के कारण गेहूं के दाने की चमक बढ़ती है एवं नवीन अंगों के निर्माण में मदद करता है।
जिंक (0.5%) : जिंक पोटैशियम एवं कैल्शियम अनुपात को नियंत्रित करके फूलों एवं बालियों को गिरने से रोकता है। बालियों का आकार बढ़ाने एवं दानों की संख्या बढ़ाने में मदद करता है। जिंक क्लोरोफिल उत्पाद में सहायक तथा प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को बढ़ाता है। : Jiron Fertilizer
मैग्नीशियम (0.5%) : मैग्नीशियम पौधों को हरा-भरा एवं स्वस्थ्य रखने का कार्य करता है। गेहूं की फसल में महावीरा जिरोन पॉवर प्लस के प्रयोग से दाने की चमक, गुणवत्ता एवं भंडारण क्षमता में वृद्धि होती है। गेहूं की बुवाई के समय तीन बोरी (150 किलोग्राम) महावीरा जिरोन पॉवर प्लस पॉवर प्लस प्रयोग करने से अपेक्षित उत्पादन लिया जा सकता है।
महावीरा जिरोन खाद का उपयोग कब एवं कितना करें (प्रयोग विधि)
अधिक जानकारी के लिए कंपनी के कस्टमर केयर नंबर 8956926412 पर संपर्क किया जा सकता है।
महावीरा जिरोन खाद कहानी किसानों की जुबानी…
महावीरा जिरोन (Jiron Fertilizer) से मिला गेंहू का अधिक उत्पादन : जिला ग्राम सोंडा निवासी सुमेर सिंह के अनुसार उन्होंने गत वर्ष गेहूं की फसल में महावीरा जीरोन खाद डाला था। कृषक के अनुसार महावीरा जीरोन गेहूं के लिये सबसे अच्छा खाद है। बुवाई के दौरान 3 बैग प्रति एकड़ उपयोग किया था।
पिछले साल के बम्पर उत्पादन को देखते हुये इस साल सुमेर सिंह ने पूरी गेहूं की फसल में महावीरा जीरोन खाद (Jiron Fertilizer) डाला है। श्री सिंह ने बताया कि एक गेहूं के खेत में पिछले साल अन्य खाद डाला था उसका उत्पादन महावीरा जीरोन वाले खेत से आधा निकला।
इसलिये अब सुमेर सिंह ने तय किया है कि सभी फसलों में महावीरा जीरोन खाद ही डालेंगे। कृषक ने बताया कि इसमें पांच पौषक तत्व होने से फसल का उत्पादन एवं गुणवत्ता दोनों सर्वश्रेष्ठ रहती है। युवा कृषक सुमेर सिंह का मोबाइल नंबर 9131624211 है।
महावीरा जिरोन गेंहू के लिए सबसे शक्तिशाली खाद : जिला ग्राम- बमुलियापुरा निवासी विनोद जाट पिछले कुछ सालों से महावीरा जीरोन खाद का उपयोग गेहूं की फसल में कर रहे हैं। श्री जाट के अनुसार गेहूं की फसल के लिये महावीरा जीरोन सबसे उत्तम एवं शक्तिशाली खाद है।
इस Jiron Fertilizer के प्रयोग से खेत में दीमक की समस्या पूरी तरह से खत्म हो गयी। साथ ही खेत की कठोर मिट्टी भी नरम हो गई जिससे जलधारण क्षमता खेत की बढ़ गई। महावीरा जीरोन में पांच पोषक तत्व होने से गेहूं की फसल बेहतरीन है।
एक पौधे में दस से अधिक कल्ले (शाखायें) फूटे हुए हैं। युवा कृषक को विश्वास है कि महावीरा जीरोन के कारण गेहूं का दाना हमेशा की तरह इस बार भी चमकदार रहेगा जिससे उन्हें बाजार भाव अधिक मिलेगा। विनोद जाट का मोबाइल नं. 8319803019 है।
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