प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा हाल ही में 109 उन्नत किस्में जारी की थी, इन्हीं में 3 नई मसूर की किस्में (Lentil New Variety) भी शामिल है। आइए जानते है इनकी डिटेल..
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Lentil New Variety | हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा हाल ही में विभिन्न 109 नई रोग प्रतिरोधी किस्मों को जारी किया गया था।
जारी हुई 109 नई किस्मों में सोयाबीन, गेंहू, चना, मटर, गन्ना, कपास सहित कई किस्में शामिल है।
इन्हीं में मसूर की 3 नई (पंत मसूर 14-पीएल 320, आरकेएल 20-26(डी) कोटा मसूर 6, पीएसएल-17 एवं पंत मटर 484 किस्म) रोगप्रतिरोधी किस्में भी शामिल है।
आइए जानते है इन 3 नई मसूर की किस्मों Lentil New Variety को किन क्षेत्रों के लिए अनुशंसित किया गया है एवं खासियत और पैदावार क्या है…
1. पंत मसूर 14-पीएल 320 किस्म
Lentil New Variety | पंत मसूर 14-पीएल 320 किस्म एक खुले परागण वाली किस्म है। जिसे आईसीएआर-एआईसीआरपी ऑन पल्सेस, जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर, उत्तराखंड द्वारा विकसित किया गया है।
इस किस्म को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर-पश्चिम और मध्य राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू और कश्मीर के मैदानी क्षेत्रों के लिए अनुशंसित किया गया है
Lentil New Variety | पंत मसूर 14-पीएल 320 किस्म की अवधि, खासियत एवं पैदावार :-
यह किस्म एनडब्ल्यूपीजेड में रबी मौसम की समय पर बोई गई वर्षा आधारित / सिंचित स्थितियों के लिए उपयुक्त है।
पंत मसूर 14-पीएल 320 किस्म बुवाई के 128 दिनों बाद पककर तैयार हो जाती है। कुल मिलाकर इसकी अवधि 128 दिन है।
पंत मसूर 14-पीएल 320 किस्म में उच्च बीज प्रोटीन सामग्री (25.72%) पाई गई है, जिसकी बाजार में कीमत अच्छी देखने को मिलेगी।
यह किस्म जंग के प्रति प्रतिरोधी, स्टेमपीलियम ब्लाइट, विल्ट के प्रति मध्यम प्रतिरोधी, एस्कोकाइटा ब्लाइट, फली छेदक के प्रति मध्यम प्रतिरोधी, एफिड के प्रति प्रतिरोधकता क्षमता पाई गई है। : Lentil New Variety
वहीं बात करें इसकी पैदावार की तो, पंत मसूर 14-पीएल 320 किस्म की पैदावार औसतन पैदावार 15.55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। अधिकतम 17 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन लिया जा सकता है।
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2. मसूर आरकेएल 20-26(डी) कोटा मसूर 6 किस्म
Lentil New Variety | मसूर आरकेएल 20-26(डी) कोटा मसूर 6 किस्म को आईसीएआर-एआईसीआरपी ऑन पल्सेस, कृषि विश्वविद्यालय, कोटा, राजस्थान द्वारा विकसित किया गया है।
जो की, खासकर भारत का उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र और मध्य क्षेत्र के लिए अनुशंसित की गई है।
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मसूर आरकेएल 20-26(डी) कोटा मसूर 6 किस्म की अवधि, खासियत एवं पैदावार :-
कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह किस्म रबी मौसम में वर्षा आधारित सामान्य बुआई स्थितियों के लिए उपयुक्त है।
मसूर आरकेएल 20-26(डी) कोटा मसूर 6 किस्म लगभग एनडब्ल्यूजेड में 125 एवं सीजेड में 111 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
इस किस्म से CZ में 16.0 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज जबकि, एनडब्ल्यूजेड में 17.37 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उपज ली जा सकती है। : Lentil New Variety
इस किस्म में प्रोटीन (21.07%) पाया गया है और यह जंग और विल्ट के प्रति मध्यम प्रतिरोधी पाई गई है।
3. मसूर पीएसएल-17 किस्म
मसूर पीएसएल-17 किस्म एक खुले परागण वाली किस्म है। जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली द्वारा विकसित की गई है।
कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, इसे मध्य राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के मैदान के लिए अनुशंसित किया गया है। : Lentil New Variety
मसूर पीएसएल-17 किस्म की अवधि, खासियत एवं पैदावार :-
यह किस्म लवणीय परिस्थितियों के लिए उपयुक्त पाई गई है।
मसूर पीएसएल-17 किस्म की पकने की अवधि लगभग 125 दिनों की है।
इस किस्म में आयरन 67.0 पीपीएम, जिंक 41 पीपीएम, प्रोटीन 28.8% और यह विल्ट एवं जंग के प्रति मध्यम प्रतिरोधी है।
बात करें पैदावार की तो, मसूर पीएसएल-17 किस्म से प्रति हेक्टेयर 12.95 क्विंटल तक पैदावार निकली जा सकती है। व्यवहारिक स्थितियों में 14 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उपज ले सकते है।
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