मध्यप्रदेश में 25 अक्टूबर से एमएसपी पर सोयाबीन खरीदी (MSP Soybean Purchase) शुरू होने वाली है। सोयाबीन खरीदी के लिए क्या नई व्यवस्था रहेगी, जानिए।
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MSP Soybean Purchase | मध्यप्रदेश में आज यानी 20 अक्टूबर को एमएसपी सोयाबीन पंजीयन की अंतिम तिथि है। इसके बाद 25 अक्टूबर से प्रदेश में सोयाबीन की खरीदी शुरू हो जायेगी।
लगभग 25 सालों बाद प्रदेश सरकार सोयाबीन खरीदी करने जा रही है। बता दें की, सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4,892 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
प्रदेश सरकार ने हाल ही में एमएसपी पर सोयाबीन खरीदी को लेकर दिशा निर्देश जारी किए है। दरअसल, कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) मोहम्मद सुलेमान ने बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
बैठक में सोयाबीन खरीदी के नियम MSP Soybean Purchase के साथ साथ रबी सीजन के लिए खाद, फसल ऋण योजना सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई है। आइए विस्तारपूर्वक जानते है सोयाबीन खरीदी के नियम सहित अन्य जानकारी…
किसानों को अब नहीं करना होगा इंतजार
MSP Soybean Purchase | बैठक में जानकारी दी गई कि 25 अक्टूबर से सोयाबीन की खरीदी शुरू होगी, जो 31 दिसंबर तक चलेगी। किसानों के लिए पंजीकरण का कार्य जारी है।
एपीसी ने कहा कि खरीदी केंद्रों पर सभी जरूरी इंतजाम किए जाएं, ताकि किसानों को परेशानी न हो। साथ ही, टोकन व्यवस्था लागू कर किसानों को लंबी कतारों में खड़ा होने से बचाया जाएगा। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त खरीदी केंद्र भी खोले जाएंगे।
25 अक्तूबर से शुरू होगी सोयाबीन की खरीद
MSP Soybean Purchase | मध्य प्रदेश सरकार की ओर से निर्देशों में कहा गया है कि सोयाबीन की सरकारी खरीद प्रक्रिया 25 अक्तूबर से शुरू हो जाएगी। इसके लिए प्रदेश में 1400 से अधिक खरीद केंद्र बनाए गए हैं।
जो किसान सोयाबीन उपज बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन कराएंगे उनकी फसल की सरकारी खरीद 31 दिसंबर 2024 तक होगी। यानी फसल की सरकारी खरीद 67 दिन तक जारी रहेगी।
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एमएसपी पर सोयाबीन खरीदी की व्यवस्था
MSP Soybean Purchase | उपार्जन केन्द्र पर नियत उपार्जन एजेन्सी द्वारा उपार्जन कार्य सप्ताह में पांच दिवस ( सोमवार से शुक्रवार ) प्रातः 8:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक उपार्जन कार्य किया जाएगा।
उपार्जन केन्द्र पर कृषक तौल पर्ची सांय 6:00 बजे तक जारी की जाएगी ताकि गुणवत्ता परीक्षण दिन के उजाले में किया जाकर अंतिम कृषक की तौल शाम 8:00 बजे तक पूर्ण की जा सके।
उपार्जन कार्य नियत दिवसों में एवं नियत समयावधि अनुसार किया जाना सुनिश्चित कराया जाए। जिन कृषकों की उपज की तौल अपरिहार्य कारणों से सोमवार से शुक्रवार तक नहीं हो सकी तो ऐसी दशा में उनकी तौल शनिवार को की जा सकेगी।
शनिवार एवं रविवार को प्रति सप्ताह उपार्जन केन्द्र पर शेष स्कंध का परिवहन, कृषकों से तौल किए गए स्कंध का उपार्जन केन्द्र पर सुरक्षित व्यवस्थित भंडारण, लेखामिलान तथा अस्वीकृत स्कंध का अपग्रेडेशन कार्य किया जाकर निराकरण किया जाएगा। : MSP Soybean Purchase
गोदाम स्तरीय उपार्जन केन्द्र पर गुणवत्ता परीक्षण में NON FAQ पाए जाने वाले स्कंध का भंडारण उपार्जन समिति द्वारा गोदाम / केप पर नहीं किया जाएगा।
बेमौसम बारिश आदि की विशेष परिस्थिति उत्पन्न होने की दशा में गोदाम स्तरीय केन्द्र पर NON FAQ स्कंध का भंडारण पांच दिवस की अवधि हेतु किया जा सकेगा।
नियत अवधि में उपार्जन समिति से ऐसे स्कंध का अपग्रेडेशन आवश्यक रूप से कराया जाए। नियत अवधि में अपग्रेडेशन कार्य नहीं कराये जाने की स्थिति में उपार्जन केन्द्र की समिति को भंडारण शुल्क नियमानुसार भंडारण एजेन्सी की दर से जमा कराया जाना होगा। : MSP Soybean Purchase
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रबी फसलों की बुवाई के लिए उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित
कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) मोहम्मद सुलेमान ने भोपाल और नर्मदापुरम संभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि प्रदेश में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है, जिससे किसानों को किसी प्रकार की समस्या न हो।
उन्होंने कहा कि डीएपी की तरह एनपीके भी उच्च गुणवत्ता वाला है और इसमें फसलों के सभी जरूरी पोषक तत्व शामिल हैं। : MSP Soybean Purchase
बैठक में निर्देश दिया गया कि किसानों को नरवाई जलाने से बचाने के लिए जागरूक किया जाए और सुपर सीडर मशीन के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए। इससे खेतों में नमी बचती है और बुवाई जल्दी होने से बेहतर उत्पादन मिलता है।
सचिव कृषि श्री सेलवेंद्रन ने बताया कि कृषि के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश का अग्रणी राज्य है। दालों के उत्पादन में मध्यप्रदेश देश में 24 प्रतिशत उत्पादन के साथ प्रथम है।
अनाजों के उत्पादन में 12% उत्पादन के साथ देश में द्वितीय और तिलहन के उत्पादन में 20% उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर है। प्रदेश की कृषि विकास दर 19 प्रतिशत है। देश में मध्यप्रदेश के सर्वाधिक 16.5 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में जैविक खेती होती है। : MSP Soybean Purchase
उन्होंने बताया कि रबी 2024-25 के लिए प्रदेश में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है। रबी के लिए प्रदेश में कुल 16.43 लाख मीट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध है, जिसमें 6.88 यूरिया, 1.38 डीएपी, 2.70 एनपीके, 4.08 डीएपी +एनपीके, 4.86 एसएसपी और 0.61 लाख मीट्रिक टन एमओपी उर्वरक उपलब्ध है।
MSP Soybean Purchase | प्रदेश में रबी फसलों के अंतर्गत मुख्य रूप से चंबल एवं ग्वालियर संभागों में सरसों 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक, उज्जैन, इंदौर, भोपाल, सागर संभागों में चना, मसूर 20 अक्टूबर से 10 नवंबर तक, उज्जैन, इंदौर, भोपाल, चंबल, सागर, नर्मदापुरम में गेहूं 1 नवंबर से 30 नवंबर तक तथा जबलपुर, रीवा एवं शहडोल संभागों में गेहूं एवं चना की फसलों की बोनी 15 नवंबर से 31 दिसंबर तक की जाती है।
शून्य ब्याज पर फसल ऋण योजना का लाभ
MSP Soybean Purchase | अपर मुख्य सचिव सहकारिता श्री अशोक बर्णवाल ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में रबी फसलों के लिए भी किसानों को शासन की शून्य प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण योजना का लाभ दिए जाना सुनिश्चित करें।
हर जिले में “वन स्टॉप सेंटर” बनाए जाएं, जहां किसानों को सारी सुविधाएं मिल सकें। समिति स्तर पर अल्पावधि ऋणों की वसूली बढ़ाई जाए। जो प्राथमिक सहकारी समितियां ठीक से कार्य नहीं कर रही हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाए।
उन्होंने निर्देश दिए की पैक्स के ऑडिट का कार्य अक्टूबर तक पूर्ण किया जाए तथा नवीन पैक्स के गठन की कार्रवाई की जाए। बताया गया कि ऋण महोत्सव के अंतर्गत आगामी 6 नवंबर तक किसानों को अ-कृषि ऋण वितरित किए जा रहे हैं। : MSP Soybean Purchase
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