कपास की इन 6 नई रोगप्रतिरोधी हाइब्रिड किस्मों से होगी मोटी कमाई, देगी बंपर पैदावार, जानिए पैदावार एवं खासियत

आइए जानते है कौन सी है कपास की 6 नई किस्में (New Cotton Variety 2025) एवं उनकी खासियत, अवधि एवं पैदावार की जानकारी।

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New Cotton Variety 2025 | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा हाल ही में 109 नई उन्नत किस्मों को जारी किया गया था। इनमें सोयाबीन, गेंहू, कपास, चना सहित कई किस्में शामिल है।

इन्हीं किस्मों में कपास की 6 नई हाइब्रिड किस्में भी शामिल है। जिनमें से 4 किस्में ICAR नागपुर द्वारा विकसित की गई है।

जबकि, 1-1 अन्य किस्म ICAR बैरकपुर एवं एआईसीआरपी, डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ, अकोला द्वारा तैयार किया गया है।

आइए जानते है कौन सी है वह कपास की 6 नई हाइब्रिड किस्में New Cotton Variety 2025 एवं इनकी खासियत, पैदावार एवं अवधि की जानकारी…

1. सीआईसीआर-एच बीटीकॉटन 65 (आईसीएआर-सीआईसीआर 18 बीटी) किस्म

New Cotton Variety 2025 | सीआईसीआर-एच बीटीकॉटन 65 (आईसीएआर-सीआईसीआर 18 बीटी) / CICR-H BtCotton 65 (ICAR -CICR 18 Bt) एक हाइब्रिड किस्म है।

जिसे आईसीएआर-केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान, नागपुर, महाराष्ट्र द्वारा खासकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र (महाराष्ट्र) के किसानों के लिए विकसित किया गया है।

सीआईसीआर-एच बीटीकॉटन 65 (आईसीएआर-सीआईसीआर 18 बीटी) किस्म की खासियत, पैदावार एवं अवधि :-

New Cotton Variety 2025 / कपास की यह किस्म वर्षा आधारित स्थिति के लिए उपयुक्त पाई गई है। इस किस्म के पकने की अवधि 140 से 150 दिन है।

जबकि, उपज क्षमता 15.47 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पाई गई है। व्यवहारिक स्थिति में अधिकतम 17 क्विंटल हेक्टेयर उपज ले सकते है।

यह किस्म अधिकांश रोगों के प्रति प्रतिरोधी है। जैसे; जीवाणुजनित झुलसा, ग्रे फफूंद, अल्टरनेरिया, कोरीनोस्पोरा लीफ स्पॉट, मायरोथ्सियम इत्यादि।

साथ ही साथ यह अधिकांश कीटों के प्रति भी सहनशील पाई गई है। इसमें जैसिड्स, एफिड्स, थ्रिप्स, लीफ हॉपर का खतरा नहीं पाया गया है। : New Cotton Variety 2025

2. सीआईसीआर-एच बीटीकॉटन 40(आईसीएआर-सीआईसीआर-पीकेवी 081 बीटी) किस्म

सीआईसीआर-एच बीटीकॉटन 40(आईसीएआर-सीआईसीआर-पीकेवी 081 बीटी) / CICR- H BtCotton 40(ICAR-CICR- PKV 081 Bt) किस्म भी एक हाइब्रिड किस्म है। : New Cotton Variety 2025

यह किस्म आईसीएआर-केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान, नागपुर, महाराष्ट्र द्वारा दक्षिणी क्षेत्र (आंध्रप्रदेश, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना एवं तमिलनाडु) के किसानों के लिए विकसित किया गया है।

सीआईसीआर-एच बीटीकॉटन 40(आईसीएआर-सीआईसीआर-पीकेवी 081 बीटी) किस्म की खासियत, पैदावार एवं अवधि :-

यह किस्म भी वर्षा आधारित स्थिति के लिए उपयुक्त है और इसके पकने की अवधि 140 से 150 दिन है।

इस किस्म की औसतन उपज क्षमता 17.30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। जबकि, व्यवहारिक स्थिति में 20 क्विंटल तक उपज प्राप्त की जा सकती है। : New Cotton Variety 2025

यह किस्म जैसिड्स, थ्रिप्स, व्हाइटफ्लाई, एफिड्स के प्रति प्रतिरोधी, बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट, अल्टरनेरिया लीफ ब्लाइट, ग्रे फफूंद के प्रति सहनशील है।

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3. शालिनी (CNH 17395) (CICR-HCotton 58) किस्म

तीसरी किस्म है शालिनी (CNH 17395) (CICR-HCotton 58) / Shalini (CNH 17395) (CICR-HCotton 58) किस्म, जो की हाइब्रिड किस्म में से एक है।

इस New Cotton Variety 2025 किस्म को आईसीएआर-केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान, नागपुर, महाराष्ट्र द्वारा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के किसानों के लिए तैयार किया गया है।

शालिनी (CNH 17395) (CICR-HCotton 58) किस्म की खासियत, पैदावार एवं अवधि :-

यह भूरे रंग का प्राकृतिक रंग का कपास है जो हथकरघा बुनाई के लिए उपयुक्त है। साथ ही खेती के लिए यह किस्म भी वर्षा आधारित खरीफ स्थिति के लिए उपयुक्त है। : New Cotton Variety 2025

इसके पकने की अवधि 160 से 165 दिन है। वही बात करें, इसकी पैदावार की तो इसकी औसतन उपज क्षमता 14.41 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। जबकि, अधिकतम उपज 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक ली जा सकती है।

यह चूसने वाले कीटों के प्रति सहनशील है। मध्य क्षेत्र में वर्षा आधारित परिस्थितियों में ऑल्टरनेरिया लीफ स्पॉट, बैक्टीरियल ब्लाइट, कोरीनेस्पोरा लीफ स्पॉट के लिए प्रतिरोधी बॉलवर्म, रोग मुक्त है।

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4. क्यूबिक सीएनएच-18529 (सीआईसीआर-एच एनसीकॉटन 64) किस्म

New Cotton Variety 2025 | कपास की क्यूबिक सीएनएच-18529 (सीआईसीआर-एच एनसीकॉटन 64) किस्म / कपास CNH-18529 (CICR-H NCCotton 64) किस्म एक हाइब्रिड किस्म है।

जिसे आईसीएआर-केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान, नागपुर, महाराष्ट्र द्वारा छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के क्षेत्र के लिए अनुसंशित किया गया है।

क्यूबिक सीएनएच-18529 (सीआईसीआर-एच एनसीकॉटन 64) किस्म की खासियत, पैदावार एवं अवधि :-

यह किस्म मध्य क्षेत्र की वर्षा आधारित और सिंचित परिस्थितियों के लिए उपयुक्त है। जिसकी पकने की अवधि 160 से 165 दिन है।

साथ ही उपज क्षमता की बात करें तो, इसकी औसतन उपज 10.11 क्विंटल प्रति हेक्टेयर देखी गई है। : New Cotton Variety 2025

यह किस्म एफिड्स, जैसिड्स, व्हाइटफ़्लाई, थ्रिप्स, हेलियोथिस आर्मिजेरा, गुलाबी बॉलवर्म के प्रति सहनशील है।

जबकि, अल्टरनेरिया लीफ स्पॉट, ग्रेमिल्ड्यू, बैक्टीरियल ब्लाइट, कोरीनेस्पोरा लीफस्पॉट, रस्ट के प्रति मध्यम प्रतिरोधी।

5. कपास पीडीकेवीधवल (AKA-2013- 8) किस्म

कपास पीडीकेवीधवल (AKA-2013- 8) / PDKVDhawal (AKA-2013- 8) किस्म भी एक हाइब्रिड वैरायटी है।

जिसे एआईसीआरपी, डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ, अकोला, महाराष्ट्र द्वारा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के लिए अनुसंशित किया गया है। : New Cotton Variety 2025

कपास पीडीकेवीधवल (AKA-2013- 8) किस्म की खासियत, पैदावार एवं अवधि :-

कपास की यह किस्म वर्षा आधारित स्थिति में समय पर बोई गई खरीफ के लिए उपयुक्त है।

इसके पकने की अवधि 160 से 180 दिन है। जबकि, औसतन उपज क्षमता 12.84 देखी गई है।

साथ ही यह किस्म पत्ती हॉपर, जीवाणु पत्ती ब्लाइट, माइरोथेसियम पत्ती धब्बा, अल्टरनेरिया पत्ती धब्बा, ग्रे फफूंद के प्रति सहनशील पाई गई है। : New Cotton Variety 2025

6. कपास की जेआरसी 9 किस्म

कपास जेआरसी 9 किस्म (Cotton JRC 9 variety) को आईसीएआर-केंद्रीय जूट एवं संबद्ध रेशा अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल द्वारा विकसित किया गया है।

कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा और असम के लिए अनुसंशित की गई है।

कपास जेआरसी 9 किस्म की खासियत, पैदावार एवं अवधि :-

कपास की जेआरसी 9 किस्म समय पर बोई गई वर्षा आधारित एवं सिंचित स्थिति के लिए उपयुक्त है।

इसकी परिपक्वता अवधि 110 से 120 दिन (फाइबर), जबकि 120- 130 दिन (बीज) है।

इसके रेशे की सूक्ष्मता – 1.74 टेक्स, फाइबर शक्ति – 13.88 ग्राम/टेक्स है।

यह किस्म तना सड़न और जड़ सड़न के प्रति सहनशील, पीला माइट, बिहार रोयेंदार कैटरपिलर, जूट सेमीलूपर के प्रति सहनशील है।

वही इसकी पैदावार की बात करें तो, इसकी उपज क्षमता अन्य किस्मों की तुलना में सबसे ज्यादा है। यह प्रति हेक्टेयर 31.97 क्विंटल तक पैदावार देने की क्षमता रखती है। 

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