केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान ने किसानों के लिए लॉन्च की आलू की 3 नई किस्में (Potato New Variety), आइए जानते है क्या है इनकी खासियत..
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Potato New Variety | भारत में आलू की खेती बहुतायत में की जाती है। हमारे देश में चावल, गेहूं, गन्ना के बाद क्षेत्रफल में आलू का चौथा स्थान माना जाता है।
यह एक ऐसी फसल है, जिससे अन्य फसलों की अपेक्षा अधिक उत्पादन मिलता है। आलू की खेती किसानों के लिए अतिरिक्त आय का एक बेहतरीन जरिया है।
ऐसे में आईसीएआर भी किसानों के लिए आए दिन नई नई किस्मों को विकसित कर रही है। इसी कड़ी में ICAR, शिमला ने आलू की 3 नई किस्मों को लॉन्च कर दिया है।
अगर आप आलू की खेती Potato New Variety करते है या करने की सोच रहे है तो यह जानकारी आपके काम आने वाली है। आइए जानते है इन तीनों किस्मों की जानकारी….
1. कुफरी चिप्सोना-5 आलू किस्म
आलू की कुफरी चिप्सोना-5 चिप्स Potato New Variety को आईसीएआर-केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा विकसित किया गया है। यह एक वानस्पतिक रूप से प्रवर्धित किस्म है।
कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस किस्म को खासकर हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य के लिए अनुशंसित किया गया है
कुफरी चिप्सोना-5 आलू किस्म की खासियत
यह किस्म सफेद, क्रीमयुक्त, अंडाकार कंद, उथली मध्यम आंखें और मलाईदार मांस पैदा करता है और परिवेशीय परिस्थितियों में इसका भण्डारण अच्छा रहता है। Potato New Variety
मध्यम परिपक्वता (90-100 दिन), प्रसंस्करण (चिप बनाने) के लिए उच्च उपज वाली किस्म (35 टन/हेक्टेयर)।
इसमें 21% कंद शुष्क पदार्थ, कम शर्करा (<100 मिलीग्राम/100 ग्राम एफडब्ल्यू) और स्वीकार्य चिप रंग है।
प्रतिरोधकता क्षमता की बात करें तो, इसमें पछेती तुषार के प्रति मध्यम प्रतिरोध क्षमता है। Potato New Variety
2. कुफरी जमुनिया आलू किस्म
कुफरी जमुनिया आलू किस्म को भी आईसीएआर-केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा विकसित किया गया है। यह एक वानस्पतिक रूप से प्रवर्धित किस्म Potato New Variety है।
बता दें की, यह किस्म खासतौर से हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के मैदानी इलाके, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, ओडिशा, असम, पश्चिम बंगाल और बिहार के लिए अनुशंसित की गई है।
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कुफरी जमुनिया आलू किस्म की खासियत
Potato New Variety यह गहरे बैंगनी रंग के आयताकार कंद पैदा करता है, जिनकी आंखें उथली होती हैं और मांस बैंगनी होता है।
मध्यम परिपक्वता (90-100 दिन), उच्च उपज देने वाली किस्म (32-35 टन/हेक्टेयर) जो खाने के लिए उपयुक्त है।
इसके गूदे में उच्च एंटीऑक्सीडेंट (एस्कॉर्बिक एसिड: 52 मिलीग्राम, कैरोटीनॉयड: 163 माइक्रोग्राम, एंथोसायनिन: 32 मिलीग्राम/100 ग्राम ताजा वजन) होते हैं, साथ ही कंद में उच्च शुष्क पदार्थ भी होता है।
यही वजह है की बाजार में कुफरी जमुनिया आलू किस्म Potato New Variety का अच्छा दाम देखने को मिलेगा। साथ ही बता दें की, इसे रखना अच्छा होता है।
3. कुफरी भास्कर आलू किस्म
कुफरी भास्कर आलू किस्म Potato New Variety को भी आईसीएआर-केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा विकसित किया गया है। यह एक वानस्पतिक रूप से प्रवर्धित किस्म है।
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाके (प्रारंभिक रोपण) और मध्य मैदानी इलाके (मुख्य रोपण के लिए राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़) के क्षेत्रों के लिए अनुशंसित की गई है।
कुफरी भास्कर आलू किस्म की खासियत
कुफरी भास्कर आलू किस्म Potato New Variety की सबसे बड़ी खासियत ये है की, यह एक गर्मी सहन करने वाली किस्म है जिसमें माइट और हॉपर बर्न सहनशीलता है।
शीघ्र-मध्यम परिपक्वता (85-90 दिन), अच्छी उपज क्षमता (30-35 टन/हेक्टेयर) और परिवेशीय परिस्थितियों में लंबे समय तक भंडारण क्षमता है।
यह सफेद-क्रीम रंग के अंडाकार, उथली मध्यम आंखों वाले कंद और क्रीम रंग के मांस का उत्पादन करता है। Potato New Variety
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Kufari Chipsona 5 ka beej kaha milega
इसका बीज अनुसंधान केंद्र पर मिलेगा।