अगर आप भी बासमती धान की खेती (Top Basmati Varieties) से अच्छी आमदनी करना चाहते हैं, तो इन उन्नत किस्मों को अपनाकर लाभ कमा सकते हैं।
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Top Basmati Varieties | अगर आप बासमती धान की खेती करते हैं या करना चाहते हैं, तो आपके लिए यह खबर बेहद काम की है। बासमती चावल की मांग भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी काफी ज्यादा है। इसकी सुगंध, स्वाद और पकने पर आकार में दोगुना होने की खासियत इसे खास बनाती है। यही वजह है कि बासमती चावल की खेती किसानों को अच्छा मुनाफा दिला सकती है।
भारत में बासमती धान की कई किस्में उगाई जाती हैं, लेकिन आज हम आपको बासमती की टॉप 3 उन्नत किस्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो उत्पादन, गुणवत्ता और लाभ के लिहाज से सबसे बेहतरीन मानी जाती हैं। ये किस्में हैं – पूसा बासमती 1718, पूसा बासमती 1509 और जया (भारत का गौरव) है। आइए इन उन्नत किस्मों (Top Basmati Varieties) के बारे में यहां विस्तार से जानें…
1. पूसा बासमती 1718 धान किस्म (Pusa Basmati 1718)
Top Basmati Varieties | यह किस्म बासमती उत्पाद श्रेणी (GI टैग) में शामिल है और पूसा बासमती 1121 का एक उन्नत संस्करण है, जो बैक्टीरियल ब्लाइट बीमारी से बचाव में सक्षम है। यह बासमती धान की एक प्रमुख किस्म है, जिसकी पकने की अवधि लगभग 135 दिन होती है। इसकी औसत उत्पादन क्षमता करीब 46.4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।
यह किस्म अपनी उत्कृष्ट गुणवत्ता, लंबी दानेदार बनावट और सुगंध के कारण न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अत्यधिक लोकप्रिय है। यही कारण है कि इसे देश की विदेशी मुद्रा अर्जित करने वाली टॉप बासमती किस्मों (Top Basmati Varieties) में गिना जाता है। यह किस्म विशेष रूप से दिल्ली, पंजाब और हरियाणा जैसे क्षेत्रों के लिए उपयुक्त मानी जाती है।
2. पूसा बासमती 1509 धान किस्म (Pusa Basmati 1509)
इसे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) द्वारा विकसित किया गया है। यह कम समय में पकने वाली बासमती किस्म है। यह बासमती धान की एक उन्नत किस्म है, जो लगभग 115 दिनों में पककर तैयार हो जाती है, जो कि पारंपरिक 1121 किस्म की तुलना में लगभग 30 दिन पहले है। : Top Basmati Varieties
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इसकी औसत उत्पादन क्षमता करीब 41.4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत इसकी कम ऊंचाई और कम सिंचाई की आवश्यकता है, जिससे किसानों को 3 से 4 सिंचाई की बचत होती है। साथ ही, जल्दी पकने के कारण किसानों को अगली फसल, विशेष रूप से गेहूं की बुवाई के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है, जिससे फसल चक्र बेहतर ढंग से प्रबंधित हो पाता है। : Top Basmati Varieties
3. जया किस्म – भारत का गौरव (Jaya – Pride of India)
जया किस्म को चमत्कारी चावल के रूप में जाना जाता है। यह एक अर्ध-बौनी किस्म है और किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। यह धान की एक उच्च उत्पादकता वाली किस्म है, जो लगभग 130 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। : Top Basmati Varieties
इसकी उत्पादन क्षमता करीब 5 टन प्रति हेक्टेयर तक होती है, जिससे किसानों को भरपूर उपज प्राप्त होती है। यह किस्म कम लागत में खेती योग्य होने के कारण किसानों को अधिक लाभ प्रदान करती है। अधिक उत्पादन और कम लागत की विशेषता इसे एक लाभकारी विकल्प बनाती है, खासकर उन किसानों के लिए जो बेहतर मुनाफे के साथ टिकाऊ खेती की दिशा में कार्य करना चाहते हैं।
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