अगर आप बकरीपालन करने का सोच रहे है या फिर कर रहे। तो यहां आर्टिकल में जान लीजिए किन बकरे बकरियों की नस्ल (Top Goat Breeds) से होगा अच्छा मुनाफा।
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Top Goat Breeds | बकरी पालन बिजनेस काफी तेज गति से बढ़ रहा है। पहले बकरी पालन ग्रामीण इलाकों तक ही सीमित था, लेकिन अब ये शहरी इलाकों में भी फैल गया है। इसकी खास वजह यह है कि इससे कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है।
बकरी पालन में बहुत ही कम खर्च आता है, इससे इस बिजनेस की लागत काफी कम हो जाती है। वहीं मुनाफे की बात की जाए तो बकरी पालन से काफी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। इससे दो तरह से पैसा प्राप्त किया जा सकता है। एक तो इसका दूध बेचकर, दूसरा इसका मांस बेचकर। : Top Goat Breeds
बकरी का दूध काफी महंगा बिकता है और इसकी बाजार में डिमांड भी अच्छी है। बकरी पालन को यदि बिजनेस के रूप में किया जाए तो इससे काफी मोटा पैसा कमाया जा सकता है। इसके लिए आपको कुछ बातों पर ध्यान देना होगा तभी आप इससे बेहतर मुनाफा कमा पाएंगे।
अगर आप बकरीपालन कर रहे है या करने की सोच रहे है तो हम आपको यहां आर्टिकल में बताने वाले है की आपको किन बकरे या बकरियों की नस्लों (Top Goat Breeds) का पालन करना चाहिए। आइए जानते है आर्टिकल में पूरी जानकारी…
Top Goat Breeds | बकरीपालन में बकरियों का चयन किस प्रकार करें ?
सबसे पहले बात आती है कि हम बकरी पालन शुरू कैसे करें और शुरू कर रहे है तो किन बकरियों की नस्लों का चयन करना चाहिए। ऐसे में ध्यान रखें कि, आप बकरीपालन दूध के लिए कर रहे है या सिर्फ मांस के लिए।
क्योंकि अलग अलग नस्ल की बकरियां अलग अलग रहती है। कुछ बकरियां अच्छा दूध देती है लेकिन बाजार में उनके मांस की डिमांड नहीं है। दूध देने के लिए बकरी की अलग नस्लें है और मीट के लिए अलग नस्ल पालनी चाहिये। : Top Goat Breeds
बकरीपालन सबसे पहले छोटे स्तर से इसकी शुरुआत करनी चाहिए। इसके लिए आप 10 बकरी और एक बकरे से इसकी शुरुआत कर सकते हैं। इसके बाद बकरियों की संख्या बढ़ाकर 20 तक कर सकते हैं। इस तरह 20 बकरी पर एक बकरा और 40 बकरी पर 2 बकरा के हिसाब से आप बकरीपालन शुरू कर सकते हैं। इसके लिए विभिन्न राज्य सरकारें योजनाएं भी चला रही है।
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दूध के लिए पाली जाने वाली बकरी की नस्ल | Top Goat Breeds
यदि आपको बकरीपालन में सिर्फ दूध बेचकर कमाई करनी है तो, उसके लिए आप जमनापारी नस्ल की बकरी को पाल सकते है। बकरी का यह नस्ल अपने दूध से पशुपालकों को ज्यादा मुनाफा देती है। जमुनापारी बकरी प्रतिदिन डेढ़ से दो लीटर तक दूध देती है।
इस नस्ल की बकरी की ऊंचाई, लंबाई व वजन अन्य नस्ल के मुकाबले अधिक होता है। यह बकरी अपने पूरे जीवनकाल में 12 से 14 बच्चों को जन्म देती है। जमुनापारी नस्ल की बकरी सफेद रंग की होती है। पीठ पर लंबे बाल और माथे पर सींग छोटे होते हैं। : Top Goat Breeds
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इस बकरी का दूध डेंगू सहित कई बीमारियों में मरीजों के लिए रामबाण है। विश्वभर में जमुनापारी बकरियों की डिमांड को देखते हुए भारत सरकार ने इसे विश्व प्रसिद्ध प्रजाति का दर्जा दिया है। जमुनापारी बकरी की मांग मलेशिया, वियतनाम, इंडोनेशिया, श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश आदि देशों में सबसे ज्यादा है।
मांस के लिए पाली जाने वाली बकरी की नस्ल
Top Goat Breeds | यदि आप बकरीपालन में खासकर मांस के लिए बकरी का चयन करना चाहते है तो, उसके लिए बील्ट बकरी की नस्ल प्रसिद्ध है। बकरी की बीटल नस्ल मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा में पाई जाती है।
यह नस्ल मांस के लिए पाली जाती है। इस नस्ल की बकरी की टांगे लंबी होती है और कान लटके हुए होते हैं। इसके सींग पीछे की ओर मुड़े होते हैं। इसके पतली पूंछ होती है। इसके नर बकरे का वजन 50 से 60 किलोग्राम तथा मादा बकरी का वजन 35-40 किलोग्राम होता है।
इस नस्ल की बकरी प्रतिदिन औसतन 2 से 2.25 किलोग्राम तक दूध देती है। वहीं प्रति ब्यांत में 150 से 190 किलोग्राम दूध का उत्पादन दे सकती है। बीटल नस्ल की बकरी की अनुमानित कीमत 20 हजार रुपए से 25 हजार रुपए तक होती है। : Top Goat Breeds
दूध एवं मांस दोनों के लिए प्रसिद्ध बकरी की नस्ल
दूध एवं मांस के लिए सिरोही नस्ल को ऑल इन वन माना जाता है। यानी इस नस्ल को दूध और मांस दोनों के लिए पाला जा सकता है। सिरोही नस्ल की बकरी अन्य नस्ल के मुकाबले ज्यादा दूध देती है। साथ ही इसका दूध सुपाच्य और ताकतवर होता है जो लोग भैंस का दूध नहीं पचा पाते हैं उन्हें सिरोही नस्ल का दूध पीने की सलाह दी जाती है।
सिरोही नस्ल की बकरी पहली बार 19 या 20 माह में बच्चों को जन्म देती है। यह एक साथ दो बच्चे यानी एक साल में 4 बच्चे और रोजाना एक से दो लीटर दूध देने के कारण काफी लोकप्रिय है। दूध और मांस उत्पादन से ज्यादा कमाई की वजह से सिरोही नस्ल देशभर में प्रसिद्ध है। : Top Goat Breeds
सिरोही नस्ल की बकरी राजस्थान के अलावा, उत्तरप्रदेश और गुजरात में भी पाई जाती है। इस नस्ल के बकरे और बकरी का शरीर मध्यम आकार का होता है जहां बकरे का वजन 50 किलोग्राम व बकरी का वजन 23 किलोग्राम के आसपास होता है। सिरोही नस्ल की अधिकांश बकरियां भूरे रंग की होती है। इस नस्ल की बकरी का दुग्धकाल करीब 175 दिन होता है।
बात करें बकरे की तो, सिरोही नस्ल के बकरे उत्तम नस्ले के होते हैं जिनसे बकरी पालन के क्षेत्र में उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है। इस नस्ल की बकरे और बकरी में रोगप्रतिरोधक क्षमता और सूखा सहने की क्षमता अन्य नस्ल के बकरें-बकरियों से अधिक होती है। ऐसे में पशुपालक इस नस्ल की बकरी का पालन करके काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं। : Top Goat Breeds
बकरी पालन में कितना खर्च आता है ?
Top Goat Breeds | 50 बकरियां और 2 बकरे को मिलाकर एक यूनिट माना जाता है। यदि आप एक यूनिट बकरी पालन के लिए बकरी फार्म खोलते हैं तो इसमें एक वर्ष में करीब 8 लाख रुपए तक का खर्च आ सकता है।
हालांकि बकरियों को चराई के लिए जंगल में ले जाने पर इसके खर्च में कमी भी की जा सकती है। बता दें कि बकरी के आहार में ज्यादा खर्च नहीं आता है। : Top Goat Breeds
बकरी छोटे मोटे पौधों की पत्तियां खाकर भी अपना गुजारा कर लेती है। लेकिन यदि बिजनेस के तौर पर आप इसे करना चाहते हैं तो आपको इसके 1 यूनिट के रखरखाव, देखभाल व भोजन आदि के लिए करीब 8 लाख रुपए सालाना खर्च करना पड़ सकता है।
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