कौन सी है वह उड़द की टॉप किस्में (Urad Summer Cultivation), जो किसानों को अधिक पैदावार देगी, आइए जानते है पूरी डिटेल..
Urad Summer Cultivation | इस समय जायद की प्रमुख फसल (मूंग एवं उड़द) की बुवाई का कार्य चल रहा है। कई किसान अपनी आमदनी बड़ाने के लिए मूंग एवं उड़द की खेती करते है। अगर आप भी उड़द की खेती कर रहे है तो, हम आपको बताने वाले है उड़द की टॉप किस्मों के बारे में। जिनकी बुवाई कर किसान भरपूर पैदावार ले सकते है। तो आइए जानते है कौन सी है वह टॉप किस्में…
ग्रीष्मकालीन उड़द की टॉप किस्में (Urad Summer Cultivation)
- उड़द की टीपीयू- 4 किस्म,
- उड़द की आईपीयू 94-1 उत्तरा किस्म,
- उड़द की पी.यू.-30 किस्म,
- उड़द की जवाहर उड़द 2 किस्म,
- हिम माश- 1(यू पी यू- 0031) किस्म,
- उड़द की यू जी 218 किस्म इत्यादि।
आइए अब इनकी जानकारी विस्तारपूर्वक जानते है..
1. उड़द की टीपीयू- 4 किस्म
Urad Summer Cultivation उड़द की टीपीयू- 4 (TPU-4) किस्म 74 दिन में तैयार हो जाती है। यह किस्म एक हैक्टेयर में 11 से 13 क्विंटल तक पैदावार देती है। इस किस्म को मध्यप्रदेश व गुजरात के लिए उपयुक्त बताया गया है। इस किस्म से किसान भरपूर पैदावार ले सकते है।
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2. उड़द की आईपीयू 94-1 उत्तरा किस्म
उड़द की आईपीयू 94-1 (उत्तरा) किस्म आईसीएआर- भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान कानपुर द्वारा विकसित की गई है। यह एनईपीजेड क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। Urad Summer Cultivation उड़द की ईपीयू 94-1 (IPU-4) किस्म पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में उगाने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 85 दिन में पककर तैयार हो जाती है। इसकी खेती से 12 से 14 क्विंटल प्रति हैक्टेयर तक उपज प्राप्त की जा सकती है।
3. उड़द की पी.यू.-30 किस्म
उड़द की यह उन्नत किस्म Urad Summer Cultivation के बीज मुख्य खेत में बुवाई के बाद 70 से 75 दिन में अच्छे से पक के तैयार हो जाती है। इस किस्म के दाने माध्यम आकार के और काले रंग के होते है। इस किस्म में पीला मौजेक वाइरस के सामने प्रतिरोधक है। उड़द की प्रसिद्ध किस्म की खेती किसान ने एक हैक्टर जमीन में की है तो 11 से लेकर 12 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है। और इस किस्म के बीज की बुवाई मध्य प्रदेश राज्य में अधिक होती है। यह किस्म मध्यप्रदेश में अधिक उगाई जाती है।
4. उड़द की जवाहर उड़द 2 किस्म
उड़द की इस प्रसिद्ध किस्म Urad Summer Cultivation के बीज माध्यम छोटा और चमकीले काले रंग का होता है। उड़द के इस किस्म के पौधे पर पास पास में कई सारी फलिया गुच्छों में लगाती है। किसान ने इस उड़द की वैरायटी की खेती एक हैक्टर जमीन में की है तो 11 से लेकर 12 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त होता है। और उड़द की इस उन्नत किस्म की खेती हमारे देश के मध्य प्रदेश राज्य में अधिक होती है।
5. हिम माश- 1(यू पी यू- 0031) किस्म
यह किस्म Urad Summer Cultivation सम-पर्वतीय तथा निचले पर्वतीय सम-उष्णकटिबंध क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। यह भूरे व काले दानों वाली और अधिक पैदावार देने वाली किस्म है, जो एक समय पर पककर तैयार हो जाती है। यह किस्म लगभग 72 से 76 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
यह पीली मौजेक बीमारी के लिए अधिक रोग प्रतिरोधी किस्म है। यह लीफकर्ल, श्यामवर्ण धब्बा तथा चूर्णिल आसिता बिमारियों के लिए भी प्रतिरोधी है। लेकिन सर्कोस्पोरा धब्बा रोग के लिए मध्यम ग्रहणशील है। इसकी औसत पैदावार 14 से 16 क्विंटल प्रति हैक्टेयर के लगभग है।
6. उड़द की यू जी 218 किस्म
Urad Summer Cultivation यह जल्दी तैयार होने वाली किस्म है, जो 81 दिनों में पक जाती है। यह किस्म सम-पर्वतीय तथा निचले पर्वतीय सम-उष्णकटिबंध क्षेत्रों के लिए उपयुक्त किस्म है। इसको जायद फसल के रूप में गर्मी की ऋतु में सिंचित क्षेत्रों में भी उगाया जा सकता है।
इसके पौधे बौने 30 से 40 सेंटीमीटर के होते है। फलियां 3 से 5 के समूह में लगती है तथा प्रत्येक फली में 5 से 7 दाने होते हैं, जो काफी मोटे होते है। यह पीली मोजेक के प्रति प्रतिरोधी है तथा सरकोस्पोरा पत्ता धब्बा बिमारी के लिए सहनशील है। इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति हैक्टेयर के लगभग है।
ग्रीष्मकालीन उड़द की अन्य टॉप किस्में
उड़द Urad Summer Cultivation की पूसा 1 किस्म :- यह खरीफ और जायद दोनों के लिए उपयुक्त है। लगभग 80 से 85 दिन में पक जाती है और 12 से 15 क्विंटल तक पैदावार होती है। यह पीला मोजेक रोधी किस्म है एवं इसके बीज काले होते है।
उड़द की खारगोन 3 किस्म :- मध्यम समय में पकने वाली किस्म है, जो 85 दिन में पक जाती है। इसके दाने काले रंग के होते हैं और पैदावार 12 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टर होती है।
उड़द की बसंत बीर (पी डी यू 1) किस्म :- यह उड़द की उन्नत Urad Summer Cultivation किस्म 70 से 80 दिन में पकने वाली, औसत पैदावार 10 से 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। बड़ा दाना, सीधी बढने वाली किस्म और काला दाना, बसंत के लिए उपयुक्त है।
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