एमपी के अधिकतर शहरों का गिरने लगा रात का तापमान, मौसम वैज्ञानिकों से जानें इस महीने का मौसम (Weather) पूर्वानुमान।
👉व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
Weather | मध्य प्रदेश में ठंड को लेकर जैसे कयास लगाए जा रहे थे मौसम का मिजाज कुछ दिनों से उससे हटकर रहा है।
दीपावली तक दिन की बेचैन कर देने वाली धूप ने जहां लोगों को चौंकाया तो वहीं रात का तापमान भी कुछ खास राहत देने वाला नहीं था। लेकिन नवंबर की शुरुआत से मौसम का मिजाज बदलने लगा है।
मध्यप्रदेश के अधिकतर शहरों में रातें सर्द होने लगी हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 10 नवंबर से ठंड की एंट्री मध्यप्रदेश में मानी जा सकती है। हर बार नवंबर महीने में ठंड गर्मी और बारिश का ट्रेंड रहा है।
आइए जानते है इस बार नवंबर महीने में मध्यप्रदेश का मौसम Weather कैसा रहेगा, जानें मौसम वैज्ञानिकों का पूर्वानुमान…
प्रदेश का हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा
Weather | मध्यप्रदेश के कई शहरों में रात के तापमान में गिरावट आ गई है। हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा है। अक्टूबर के बाद नवंबर में भी यहां दिन-रात का टेम्प्रेचर सबसे कम है।
शनिवार-रविवार की दरमियानी रात यहां का पारा 12.8 डिग्री सेल्सियस रहा था। इससे पहले टेम्प्रेचर 15 डिग्री से कम था। ग्वालियर-चंबल में भी रात में ठंड बढ़ गई है।
शनिवार-रविवार की दरमियानी रात मंडला में 15 डिग्री सेल्सियस, रीवा में 15.6 डिग्री, उमरिया में 15.8 डिग्री, राजगढ़ में 16.4 डिग्री, नौगांव में 16.6 डिग्री, जबलपुर में 16.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। : Weather
वही सतना में 17.1 डिग्री, मलाजखंड-बैतूल में 17.2 डिग्री, टीकमगढ़ में 17.3 डिग्री, रायसेन में 17.4 डिग्री, भोपाल-ग्वालियर में 17.6 डिग्री, छिंदवाड़ा में 18 डिग्री, खरगोन में 18.2 डिग्री, उज्जैन में 18.4 डिग्री, इंदौर-गुना में 19.2 डिग्री, धार में 19.3 डिग्री, दमोह-खंडवा में 19.4 डिग्री, सिवनी-रतलाम में 19.6 डिग्री पारा रहा।
👉व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
बता दें की, नवंबर में मध्यप्रदेश में ठंड-गर्मी के साथ बारिश का ट्रेंड भी है, लेकिन इस बार इसकी संभावना कम है। मौसम Weather विभाग के मुताबिक, नवंबर में सिस्टम की एक्टिविटी कम रहेगी।
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से एक्टिव होने वाले साइक्लोनिक सर्कुलेशन और लो प्रेशर एरिया की वजह से कहीं-कहीं बादल या बूंदाबांदी जरूर हो सकती है।
एमपी में नवंबर में औसत बारिश करीब आधा इंच ही है। मौसम विभाग के अनुसार, 15 नवंबर से ठंड का असर तेज होगा। पिछले 10 साल से यही ट्रेंड है।
ये भी पढ़ें 👉 कम सिंचाई और अधिक तापमान में भी बेहतर उपज देगी गेंहू की ये नई किस्म, जानें डिटेल
हालांकि, दिन में गर्मी का असर दूसरे सप्ताह तक बना रहेगा। इसके बाद पारा 30 डिग्री से नीचे पहुंच जाएगा। उत्तरी हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट होगी।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के जाने के बाद मौसम सामान्य होता है, लेकिन आसमान बादलों से घिरा रहता है। अक्टूबर की तरह उमस महसूस नहीं होती है। रात के पारे में गिरावट आने लगती है।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से ग्वालियर, चंबल, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई संभागों में हल्की बारिश हो जाती है। दिन में पारा 30 डिग्री और रात में 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहता है।
Weather | नवंबर में राजधानी में रात का तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही ट्रेंड रहा है। इस बार भी दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से लुढ़केगा।
मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में नवंबर में रात का तापमान 6.1 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह 30 नवंबर 1941 को दर्ज किया गया था।
इस महीने बारिश होने का ट्रेंड भी है। 10 साल में दो बार बारिश हो चुकी है। साल 1936 में नवंबर महीने में साढ़े 5 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है।
इंदौर-उज्जैन का ऐसा रहता है मौसम
Weather | उज्जैन में 30 नवंबर 1974 को रात का तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 6 नवंबर 2008 को दिन का तापमान 36.5 डिग्री रहा था।
पिछले 10 साल की बात करें तो न्यूनतम तापमान 10-11 डिग्री के बीच रहा है जबकि दिन में यह 33 से 35 डिग्री के बीच पहुंच चुका है।
वही इंदौर में दूसरे हफ्ते से पारा गिरने लगता है। इंदौर में ठंड का असर रहता है। खासकर दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से गिरता है। इस वजह से रातें ठंडी हो जाती हैं और टेम्प्रेचर 10 से 12 डिग्री के बीच रहता है।
25 नवंबर 1938 को पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। कभी-कभार बारिश भी हो जाती है। दिन में 31 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहता है। : Weather
मौसम, खेती किसानी की नई नई जानकारी से अपडेट रहने के लिए आप हमारे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो कर सकते है।
👉व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
यह भी पढ़िए….👉 करनाल संस्थान द्वारा तैयार की गई गेहूं की 3 उन्नत किस्मों की विशेषताएं व खेती के बारे में जानें…
👉इस वर्ष किसानों को गेहूं के यह नई किस्म मालामाल करेगी, उपज क्षमता एवं विशेषताएं जानिए..
👉 गेंहू की इस खास किस्म से किसान ने एक हेक्टेयर से निकाला था 102 क्विंटल उत्पादन, जानें पूरी डिटेल
👉शरदकालीन गन्ने की टॉप 5 उन्नत किस्मों से मिलेगी 95 टन प्रति हेक्टेयर उपज…
प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.