गेंहू में खरपतवार नियंत्रण (Weeds in Wheat Crop) के लिए क्या-क्या उपाय करने चाहिए। इसकी पूरी जानकारी आर्टिकल में देखें..
Weeds in Wheat Crop | गेंहू की अच्छी पैदावार के लिए किसान साथियों को फसल की देखभाल करना जरूरी है। नही तो! पैदावार कम बैठती है और मुनाफा भी इतना निकल नही पाता है। गेंहू की बुवाई, सिंचाई एवं खाद उर्वरक के बाद बारी आती है खरपतवार नियंत्रण करना, लेकिन इसका नियंत्रण कैसे करें? आपको बता दे की, जिस तरह सोयाबीन की फसल खरपतवार से भारी नुकसान होता है। उसी तरह गेंहू की फसल को भी खरपतवार से नुकसान पहुंचता है।
हालांकि रबी सीजन में खरपतवार प्रकोप इतना ज्यादा देखा नही जाता है। लेकिन खरपतवार तो खरपतवार रहती है। अगर खेत में ज्यादा खरपतवार Weeds in Wheat Crop रहे तो वह जरूर फसल को नुकसान पहुंचाता है। गेंहू की अच्छी पैदावार के लिए खरपतवार नियंत्रण करना बेहद ही आवश्यक होता है। यहां आर्टिकल में आपको खरपतवार नियंत्रण के लिए डाली जाने वाली दवाई की जानकारी देने जा रहे है, तो आइए जानते है चौपाल समाचा के इस आर्टिकल में पूरी डिटेल..
ज्यादा खरपतवार (जंगली जई. गुल्ली डण्डा) को नष्ट करें
खरपतवार नियंत्रण Weeds in Wheat Crop यदि पहले से ही बिना खरपतवार का खेत हो तो गेहूँ में खरपतवारों की समस्या नहीं होती है। यदि कम मात्रा में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार गेहूँ के अन्दर उगे हुए हों तो उनसे पैदावार पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है बल्कि कभी कभी पैदावार बढ़ भी जाती है लेकिन जंगली जई. गुल्ली डण्डा आदि हो तो इन्हें खेत से निकालना अथवा खत्म करना आवश्यक हो जाता है। यदि हाथ से खींचकर, खुरपी द्वारा या हो आदि चलाकर खत्म कर दिया जाय तो उत्तम रहता है।
👉 सरकारी योजनाओं से अपडेट रहने के लिए 👉 व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े...
खरपतवार नियंत्रण के लिए कौन सी दवाई डालें?
यदि यह सम्भव न हो तो रसायनों का इस्तेमाल किया जा सकता है। गेहूँ की फसल Weeds in Wheat Crop को पहले 35 दिन तक खरपतवार विहीन रखना अति आवश्यक है, यही समय अधिक क्रांतिक होता है। बुवाई के तुरन्त बाद पेंडीमिथालिन की 1.0 ली. सक्रिय तत्व है. मात्रा का छिड़काव करने से दोनों तरह के खरपतवार खत्म होते हैं।
यदि आवश्यक हो तो 4 हफ्ते की फसल पर चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों के लिये 2,4-ड़ी 0.75 कि.ग्रा. सक्रिय तत्व या मेटसल्फ्यूरॉन मिथाइल 4 ग्राम /हे. सक्रिय तत्व का छिड़काव करें।
यदि संकरी पत्ती वाले खरपतवार Weeds in Wheat Crop हैं तो क्लोडिनेफॉप प्रोपरजिल 60 ग्राम सक्रिय तत्व या सल्फोसल्फ्यूरॉन 25 ग्राम सक्रिय तत्व है, का छिड़काव करें यदि दोनों प्रकार के खरपतवार हो तो रैडीमिक्स खरपतवारनाशक जैसे वेस्टा या एटलान्टिस 400 ग्राम / हेक्टेयर की दर से 400-500 लीटर पानी प्रति हेक्टेयर के हिसाब से छिड़काव करें।
गेंहू की फसल सुरक्षा
यदि बीज उचित स्थान संस्था से खरीदा गया है तो गेहूं की फसल Weeds in Wheat Crop में प्राय: कीट व व्याधि का प्रकोप नहीं होता है। इस समय पुरानी अधिकतर गेहूँ की प्रजातियाँ बीमारियों विशेषकर तना एवं पत्तियों के रतुआ के प्रति प्रतिरोधक क्षमता खो चुकी हैं तथा ब्लाइट (पत्तियों का प्रकोप भी देखा जा रहा है।
Weeds in Wheat Crop यदि पत्तियों या तने का रतुआ (रस्ट) का प्रकोप हो तो तुरन्त 10 दिन के अंतराल पर 0.1 प्रतिशत का प्रोपिकोनाजोल (टिल्ट 25 ईसी) का छिड़काव कम से कम दो बार करें यह दवा ब्लाइट के लिये भी प्रभावी है। कीट पर अन्य व्याधि का प्रकोप हो तो तुरन्त विशेषज्ञ सलाह से उपचार करें।
⚡ऐसी खबरों के लिए व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।⚡
यह भी पढ़िए….👉 सरसों की बोवनी 4 लाख हेक्टेयर में हुई, बंपर पैदावार के लिए अभी यह काम करें..
👉 बाजार में महिंद्रा के इन टॉप 5 ट्रैक्टरों की भारी डिमांड, जानें टॉप 5 मॉडल की कीमत एवं खासियत
👉 300 से 500 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन देने वाली प्याज की सबसे अच्छी टॉप 8 किस्में
👉मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए बनाई नई योजना, 2025 तक 50 करोड़ का प्रावधान किया
Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.