जानें, गेहूं की कौन सी है यह किस्म (Best Wheat Variety) और क्या है इसकी विशेषता और लाभ..
Best Wheat Variety | इस समय रबी सीजन की फसलों की बुवाई अंतिम दौर में चल रही है। जो किसान अभी तक गेहूं की बुवाई नहीं कर पाए हैं, वे इस माह भी गेहूं की पिछेती बुवाई कर सकते हैं। इसके लिए कई ऐसी किस्में हैं जो बेहतर उत्पादन देती हैं। गेहूं की किस्मों में एक किस्म ऐसी भी है जिसकी खेती काफी पहले से होती आई है।
खास बात यह है कि इस किस्म की बेहतर क्वालिटी की वजह से इसके बाजार में काफी अच्छे भाव मिल जाते हैं, पिछले साल यह गेहूं Best Wheat Variety पंजाब में 8,000 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बिका था। ऐसे में इस किस्म की खेती किसानों के लिए काफी फायदे का सौदा साबित हो सकती है।
डायबिटीज रोगियों के लिए कारगर है यह किस्म
Best Wheat Variety | सरकार की ओर से भी राज्य के किसानों को इस किस्म के गेहूं की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से किसानों को इसका बीज भी उपलब्ध कराया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह किस्म शुगर फ्री होने के कारण डायबिटीज के रोगियों के लिए भी उपयोगी है।
इस किस्म का नाम सोना-मोती है। यह गेहूं की पुरानी किस्मों में से एक है। इसकी खेती हमारे देश में पहले से होती आई है। यह किस्म स्वास्थ्य के लिए तो फायदेमंद है ही साथ ही इसके बाजार भाव Best Wheat Variety भी काफी अच्छे मिल जाते हैं, ऐसे में किसान भाई इस गेहूं की किस्म की खेती करके काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
👉व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
सोना-मोती गेहूं किस्म की विशेषता
गेहूं की इस किस्म Best Wheat Variety के लिए कहा जाता है कि हमारे देश में प्राचीन काल से सोना मोती गेहूं की किस्म की खेती होती आई है। गेहूं की यह किस्म स्वास्थ्य के लिए काफी पोष्टिक मानी जाती है। इस किस्म में भरपूर मात्र में खनिज और प्रोटीन भी होता है। इसमें 26 प्रतिशत अधिक खनिज और 40 प्रतिशत अधिक प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। सोना मोती गेहूं की किस्म की खेती कम उपजाऊ भूमि पर भी आसानी से की जा सकती है।
ये भी पढ़ें 👉 कृषि वैज्ञानिकों ने विकसित की बंपर पैदावार देने वाली धान की नई किस्म, यह भी मिलेगा फायदा
इस किस्म के गेहूं की खेती Best Wheat Variety में कम सिंचाई की आवश्यकता होती है। जहां साधारण गेहूं की किस्म में 5 से 6 सिंचाई की आवश्यकता होती है वहीं इस किस्म में 3 सिंचाई से भी काम चल जाता है। इस किस्म की खेती जैविक व प्राकृतिक पद्धति से की जाए तो रासायानिक व कीटनाशक के भारी खर्च की बचत की जा सकती है। इससे खेती की लागत में कमी आएगी। गेहूं की इस परंपरागत किस्म में जलवायु परिवर्तन व रोगों का प्रभाव कम देखा गया है।
सोना-मोती गेहूं किस्म की पैदावार/उत्पादन क्षमता
यदि बात की जाए गेहूं की सोना-मोती किस्म Best Wheat Variety से मिलने वाली पैदावार की तो जैविक एवं प्राकृतिक पद्धति से इसकी खेती करने पर गेहूं की दूसरी किस्म के मुकाबले अधिक पैदावार प्राप्त होती है। इस गेहूं की औसत पैदावार 12 से 15 क्विंटल प्रति एकड़ तक प्राप्त की जा सकती है।
8 हजार रुपए क्विंटल बिकता है सोना-मोती गेहूं
सोना-मोती गेहूं Best Wheat Variety की खेती पंजाब, हरियाणा, बिहार, झारखंड और मध्यप्रदेश राज्य के कई किसान कर रहे हैं। वहां उन्हें इसका काफी अच्छा भाव मिल रहा है। शुगर फ्री होने के कारण इस किस्म की बाजार मांग काफी अच्छी है।
किसान इसकी खेती करके काफी अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। पिछले साल पंजाब में सोना-मोती गेहूं 8,000 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बेचा गया था। इसे देखते हुए इस किस्म के गेहूं की खेती Best Wheat Variety किसानों के लिए काफी बेहतर मुनाफा देने वाली साबित हो सकती है।
👉ऐसी खबरों के लिए व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।
यह भी पढ़िए….👉 जिन किसानों में अब तक सोयाबीन नहीं बेची उनके लिए भाव को लेकर बड़ी अच्छी खबर, अब क्या भाव रहेंगे जानें..
👉 सरसों की बोवनी 4 लाख हेक्टेयर में हुई, बंपर पैदावार के लिए अभी यह काम करें..
👉 बाजार में महिंद्रा के इन टॉप 5 ट्रैक्टरों की भारी डिमांड, जानें टॉप 5 मॉडल की कीमत एवं खासियत
👉 300 से 500 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन देने वाली प्याज की सबसे अच्छी टॉप 8 किस्में
प्रिय पाठको…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.