समर्थन मूल्य पर खरीदी MSP wheat purchase इस वर्ष जल्दी शुरू होगी किसानों के लिए इस वर्ष क्या करना जरूरी है जानिए..
MSP wheat purchase | मंडियों में नए गेहूं की आवक होने लगी है, फिलहाल अगेती बोवनी के गेहूं मंडियों में पहुंच रहे हैं। फरवरी के मध्य में अधिकांश गेहूं पककर तैयार हो जाएंगे। सरकार भी इस वर्ष गेहूं के समर्थन मूल्य पर खरीदी जल्दी शुरू करने वाली है। इसके प्रमुख वजह सरकार के बफर स्टॉक में कमी होना। गेहूं का स्टाक देश में 16 साल में सबसे कमजोर बताया जा रहा है।
बफर स्टाक का पैमाना 1 अप्रैल की अवधि में 7.46 मिलियन टन है। इसके मुकाबले फिलहाल स्टाक 8.35 मिलियन टन रह गया है। जो बफर स्टाक से मामूली ज्यादा है। पिछले वर्ष सरकारी एजेंसियां गेहूं MSP wheat purchase के रिकार्ड उत्पादन के बावजूद खरीदी में पीछे रह गई। यही कारण है कि सरकार 1 महीने पहले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू करेगी।
गेहूं के समर्थन मूल्य पर जल्दी खरीदी करने के साथ ही सरकार ने गेहूं की स्टॉक सीमा निर्धारण 31 मार्च तक कर दी है। संभावना है कि इसे बढ़ाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक किसान सरकार को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेच सके। इधर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए किसानों के लिए भी नियमों में बदलाव हुआ है। नए नियम के अनुसार ही किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बेच सकेंगे। आईए जानते हैं नए नियम एवं किसानों को क्या करना होगा..
1 महीने पहले शुरू होगी MSP पर गेहूं की खरीदी
MSP wheat purchase | केंद्र सरकार ने सभी गेहूं उत्पादक राज्य सरकारों को निर्देश गेहूं खरीदी के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं सरकार द्वारा जारी निर्देश के अनुसार समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी इस वर्ष जल्दी शुरू होगी। इसी क्रम में हरियाणा एवं यूपी सरकार ने किसानों के रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं। यूपी में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का कार्य 15 मार्च से शुरू होगा जो 15 मई तक चलेगा। गेहूं खरीदी के दौरान पारदर्शिता बढ़ाने एवं किसानों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसके लिए सरकार ने कुछ नियमों में परिवर्तन भी किया है।
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गेहूं का उत्पादन कम होने की संभावना
अल नीनो के प्रभाव के कारण इस बार सर्दी कम पड़ी है। मौसम वैज्ञानिक गर्मी जल्दी शुरू होने की संभावना जता रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार फरवरी माह से गर्मी की शुरुआत हो जाएगी। इसका सीधा असर रबी फसलों पर पड़ेगा। खासकर गेहूं की फसल MSP wheat purchase इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होगी। ऐसे में गेहूं का उत्पादन कम होने की संभावना बढ़ गई है।
इधर दूसरी ओर पिछले दो वर्ष के दौरान सरकार के पास गेहूं का बफर स्टॉक घट गया है। यही कारण है कि सरकार अभी से गेहूं की अधिक खरीदी को लेकर सतर्क हो गई है। इस संबंद में केंद्र सरकार ने देश के गेहूं उत्पादक राज्यों को गेहूं की खरीदी संबंधी तैयारियां करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। देश के कई राज्यों में मार्च महीने से गेहूं की खरीद शुरू कर दी जाएगी।
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2024 में गेहूं का समर्थन मूल्य (MSP wheat purchase)
MSP wheat purchase | गेहूं के समर्थन मूल्य में पिछली वर्ष की तुलना में इस वर्ष समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई है। पिछले वर्ष समर्थन मूल्य 2125 रुपए था वहीं इस वर्ष 2275 रुपए प्रति क्विंटल रहेगा। एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने चुनावी घोषणा पत्र में गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल किए जाने की घोषणा की थी। हालांकि इसका अधिकृत आदेश नहीं हुआ है यदि आदेश होता है तो ऐसी स्थिति में गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए प्रति क्विंटल रहेगा।
समग्र id से खसरा लिंक करना जरूरी
सभी कृषकों को सूचित किया जाता है कि जिनके नाम से भी भूमि है वह सभी खसरो को समग्र और आधार से लिंक कराए, लिंक न होने की स्तिथि में गेहू MSP wheat purchase आदि का पंजीयन नहीं हो पाएगा। अंतिम समय की प्रतिक्षा न करे बाद में सर्वर नहीं चलता
यह डॉक्यूमेंट Documents आवश्यक :-
1. आधार कार्ड
2. समग्र आईडी
3. जमीन की किताब
4. पैन कार्ड या वोटर आईडी दोनो में से एक कुछ सभी किसान भाईयों को समग्र आइडी से भुमि की ई केवाईसी करवाना अनिवार्य है।
48 घंटे के अन्दर गेहूं का भुगतान होगा
MSP wheat purchase | न्यूनतम समर्थन मूल्य अर्थात एमएसपी में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष केंद्र सरकार ने 7 प्रतिशत की वृद्धि की है। इस वर्ष गेहूं खरीदी के साथ भुगतान की प्रक्रिया को सरल किया गया है। अधिकारियों के अनुसार गेहूं बेचने के 48 घंटे के अन्दर गेहूं का समर्थन मूल्य खाते में भेज दिया जाएगा। पिछले वर्ष इसका समय 7 दिन निर्धारित किया गया था।
MSP wheat purchase रजिस्ट्रेशन में नामिनी दर्ज करवाना होगा
इस वर्ष किसानों को रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ रजिस्ट्रेशन में नॉमिनी दर्ज करवाना होगा। गेहूं बेचने MSP wheat purchase के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसान गेहूं बेचने के समय अगर क्रय केन्द्र पर नहीं जा सकते हैं तो इसके लिए वह रजिस्ट्रेशन के समय अपने परिवार के किसी सदस्य का नाम दर्ज करा सकते हैं। गेहूं बेचने के लिए नामिनी में दर्ज व्यक्ति जाकर अपना अंगूठा लगाकर गेहूं बेच सकता है। किसानों के लिए यह भी आवश्यक किया गया है कि वह अभी से अपना बैंक खाता आधार सीडेड करा लें और एनपीसीआई से मैप करा दें।
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