यूपी के रहने वाले किसान ने टमाटर की खेती (Tomato Farming) से तगड़ा मुनाफा कमाया है, आइए जानते है उनकी सक्सेस स्टोरी के बारे में।
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Tomato Farming | हमारे देश के लोग टमाटर की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं। वहीं, टमाटर के बिना सब्जियों का स्वाद अधूरा माना जाता है। इसी वजह से बाजारों में पूरे वर्ष इसकी डिमांड बनी रहती है।
आज हम बाराबंकी जिले (Barabanki News) के ऐसे किसान की कहानी बताने जा रहे हैं जो बीते 25 वर्षों से टमाटर की खेती में महारत हासिल करते हुए अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
प्रगतिशील किसान नवनीत वर्मा गांव तेजवापुर ब्लाक त्रिवेदीगंज जनपद बाराबंकी के रहने वाले हैं। इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में किसान नवनीत वर्मा ने 3 एकड़ में हम टमाटर की खेती कर रहे है।
उन्होंने बताया कि बीते 25 वर्षों में सबसे अच्छी पैदावार टमाटर की हुई। 400-450 क्विंटल के करीब इस साल टमाटर Tomato Farming की उपज हुई। नवनीत बताते हैं कि हमारे टमाटर की सप्लाई सबसे ज्यादा नेपाल में होती है।
वहीं, गोरखपुर और लखनऊ के मंडियों में भी भेजा जाता है। 1800 रुपये प्रति क्विंटल के रेट से हमारे टमाटर को व्यापारी खरीद लेते है। यानी एक किलो टमाटर 18 रुपये।
Tomato Farming : 1 एकड़ में 6 लाख रुपये की बचत
Tomato Farming | किसान नवनीत वर्मा की गिनती बाराबंकी के बड़े और जागरूक किसानों में होती है। वहीं इस साल 2024 मुनाफे के सवाल पर उन्होंने बताया कि 1 एकड़ में लागत निकालने के बाद 5 से 6 लाख की बचत हो रही है।
कुल मिलाकर तीन एकड़ में 17 से 18 लाख रुपये की आमदनी हो जाती है। टमाटर की खेती में ज्यादा मेहनत भी नहीं लगती है न ही बहुत ज्यादा देखरेख की जरूरत है। समय-समय पर खाद्य, बीज, पानी देने से टमाटर Tomato Farming तैयार हो जाता है।
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टमाटर की खेती के लिए इन बातों का रखना होगा ध्यान
कृषि के क्षेत्र में 25 वर्षों का अनुभव रखने वाले प्रगतिशील किसान नवनीत वर्मा ने कहा कि टमाटर की खेती विभिन्न प्रकार की मिट्टी पर की जा सकती है, जिसमें रेतीली दोमट, चिकनी मिट्टी, लाल और काली मिट्टी शामिल हैं।
जिस खेत में टमाटर Tomato Farming की रोपाई करना है वहां पर जल निकासी की उचित व्यवस्था हो। खेत की अच्छे से जुताई करके क्यारी बना लें। उसके बाद उस क्यारी पर पौधे की रोपाई कर दें।
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इसकी अच्छी पैदावार के लिए मिट्टी का पीएच मान 7 से 8.5 तक होना चाहिए। दरअसल, टमाटर की फसल करीब 2 महीने तक चलती है।
जैविक और रसायनिक खाद का उपयोग किया
किसान नवनीत वर्मा ने आगे बताया कि टमाटर की खेती में बीजों से नर्सरी तैयार की जाती है। एक महीने में नर्सरी के पौधे खेतों में लगाने के लिए तैयार हो जाते हैं।
सर्दियों में फसलों को 6-7 दिनों के अंतराल पर और गर्मियों में 10-15 दिनों के अंतराल पर मिट्टी की नमी के आधार पर सिंचाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह फसलों को स्वस्थ रखने और अच्छी पैदावार के लिए आवश्यक है। टमाटर Tomato Farming एक गर्म जलवायु वाली सब्जी है जिसकी खेती ठंडे मौसम में की जाती है।
इसके सफल उत्पादन के लिए 21 से 23 डिग्री तापमान अनुकूल माना जाता है। आज हम 3 एकड़ में टमाटर की खेती कर रहे हैं और हम जैविक और रसायनिक खाद का उपयोग करते हैं जो केमिकल युक्त रहती हैं इस खेती में लागत कम मुनाफा अच्छा है।
वहीं टमाटर की खेती Tomato Farming में विशेषतौर से आईपीएम तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, टमाटर की खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
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