गेहूं की नई किस्म HD 3385 एमपी में 80 से 100 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार देगी, देखें विशेषताएं..

एमपी के लिए अनुशंसित गेहूं की नवीन वैरायटी एचडी 3385 के उत्पादन क्षमता एवं विशेषताओं के बारे HD 3385 Wheat Variety Details में जानें..

HD 3385 Wheat Variety Details | रबी सीजन में गेहूं की खेती सबसे अधिक की जाती है पिछले दो-तीन वर्षों से गेहूं की खेती से किसानों को अच्छा फायदा भी मिल रहा है। लेकिन इसी दौरान गेहूं मौसम परिवर्तन के कारण गेहूं की पैदावार पर भी असर पड़ा है।

यही कारण है कि कृषि वैज्ञानिक मौसम परिवर्तन के दौरान अच्छी पैदावार देने वाली एवं रोग प्रतिरोधी गेहूं की नवीन किस्मों को विकसित कर रहे हैं।

इन्हीं वैरायटी में से हाल ही में एक वैरायटी कृषि वैज्ञानिकों ने विकसित की है जो अनुकूल परिस्थितियों में प्रति हेक्टेयर 80 से 100 क्विंटल का पैदावार देगी।

गेहूं के इस नवीनतम वैरायटी HD 3385 Wheat Variety Details के विषय में एवं इसकी समस्त विशेषताओं के बारे में आइए जानते हैं..

HD-3385 गेहूं वेरायटी की जानकारी

हाल ही में विकसित की गई गेहूं की नवीन किस्म HD 3385 एक उच्च उपज देने वाली किस्म है। यह वैरायटी सिंचित, समय पर बोई गई परिस्थितियों में उत्तर पश्चिमी और उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्र के लिए उपयुक्त है। HD 3385 Wheat Variety Details

HD 3385 ने NWPZ में सभी परीक्षण प्रविष्टियों में पहला स्थान प्राप्त किया और NEPZ में सभी स्थानों पर तीसरा स्थान प्राप्त किया।

करनाल से विकसित हुई यह वैरायटी

उत्पादकता व अन्य गुणों में यह किस्म लाजवाब है। इस वैरायटी को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आई.ए.आर.आई.) मुख्यालय करनाल ने विकसित किया है। गेहूं की नई उन्नत प्रजाति एचडी- 3385 का प्रसार पूरे भारत के गेहूं उत्पादक राज्यों में किया जाएगा। जलवायु प्रतिरोधी, रतुआ रोधी और रोगरोधी गुणों के चलते इस किस्म HD 3385 Wheat Variety Details की अनुशंसा सभी गेहूं उत्पादक क्षेत्रों के लिए की गई है।

एचडी 3385 की पैदावार (उत्पादन)

HD 3385 Wheat Variety Details ; गेहूं के इस नवीन वैरायटी एचडी 3385 ने राष्ट्रीय स्तर पर DBW 187, DBW222, HD 2967 और HD 3086 जैसे परीक्षणों से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार गेहूं की यह वैरायटी प्रति हेक्टेयर 80 से 100 क्विंटल का उत्पादन देगी।

इस किस्म की औसतन उपज क्षमता 59.7 प्रति हेक्टेयर है। जबकि सामान्य परिस्थितियों में उपज क्षमता 73.3 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक है। इस किस्म की अधिकतम उपज क्षमता 80 क्विंटल से अधिक भी रही है। गेहूं की इस किस्म की पैदावार HD 2967 किस्म से 15%, HD 3086 किस्म से 10%, DBW 222 से 9% और DBW 187 से 6.7% ज्यादा है।

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एचडी 3385 गेहूं वेराइटी की मुख्य विशेषता

कृषि वैज्ञानिकों द्वारा अलग-अलग क्षेत्र में किए गए परीक्षणों में इसकी उत्पादन क्षमता करीब 75 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पाई गई है। HD 3385 Wheat Variety Details

गेहूं की यह नवीनतम वैरायटी गेहूं में लगने वाले करनाल बंट रोग के प्रति अत्यधिक रोग प्रतिरोधक है।

इस किस्म की अगेती बुवाई करने पर मार्च के अंत में यदि तापमान बढ़ेगा तो इसके पकते समय दानों पर असर नहीं पड़ेगा। HD 3385 Wheat Variety Details

गेहूं की या वैरायटी तापमान सहनशील है। जैसे कि 2021-22 में अचानक तापमान में वृद्धि होने से गेहूं की कच्ची बालियों में दूधिया दानों पर असर हुआ था। इस प्रजाति में तापमान के प्रति सहनशीलता है।

गेंहू की नई किस्म एचडी 3385 किस्म के पौधे की ऊंचाई 98 सेमी है।

गेहूं की नई किस्म एचडी 3385 किस्म येलो, ब्राउन और ब्लैक रस्ट के लिए अत्यधिक प्रतिरोधी है। इस किस्म में टिलरिंग की समस्या नहीं देखी गई है।

गेहूं की इस वैरायटी को कब बोएं

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय स्टेशन करनाल के अध्यक्ष एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ. शिवकुमार यादव ने कहा कि उत्तर भारत के राज्य पंजाब, हरियाणा, एन. सी. आर. दिल्ली क्षेत्र व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एचडी-3385 की बिजाई अक्तूबर अंत व नवम्बर का प्रथम सप्ताह (25 अक्तूबर से 5 नवम्बर तक ) उपयुक्त समय और तापमान की स्थिति अनुसार शुरू की जाएगी। HD 3385 Wheat Variety Details

उत्तर भारत के राज्यों में गेहूं की अन्य सभी अनुशंसित किस्मों की बिजाई के लिए किसानों को उपयुक्त समय और तापमान का भी ध्यान रखना है। रात का तापमान 16 से 20 डिग्री और दिन का तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास होना चाहिए।

देश भर में प्रसार के लिए उपयुक्त वैरायटी

गेहूं की यह किस्म कृषि मंत्रालय के प्रोटेक्शन ऑफ प्लांट वैरायटीज एंड फार्मर्स राइट अथॉरिटी (पी.पी.वी. एंड एफ. आर.ए.) दिल्ली मुख्यालय की ओर से पंजीकृत है। इस एक्ट के तहत भी अनुसंधान संस्थान कई नई किस्मों HD 3385 Wheat Variety Details के बीज प्रसार के लिए एम.ओ.यू. साइन करते हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आई.ए.आर.आई. की ओर से 70 बीज उत्पादक संस्थाओं के साथ एचडी-3385 के बीज का उत्पादन करने के लिए अनुबंध करार हो चुका है। बीज संस्थाओं को इस प्रजाति का बीज दिया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा बीज उत्पादित करके कम समय में किसानों तक उपलब्धता की जा सके।

किसानों को बीज देते समय इसका पैकेज ऑफ प्रैक्टिस बता दिया जाएगा। 70 बीज संस्थाओं के साथ संस्थान मुख्यालय ने इस किस्म HD 3385 Wheat Variety Details के बीज को बढ़ावा देने के लिए अनुबंध करार किया है। इस वर्ष बीज उत्पादकों को इसका बीज दिया जाएगा ताकि बीज को बढ़ावा मिल सके। संस्थान का प्रयास रहेगा कि भविष्य में कम से कम समय में अधिक से अधिक किसानों तक इस नई किस्म का बीज पहुंचाया जा सके।

गेहूं उत्पादन में देश बना आत्मनिर्भर

गेहूं उत्पादन के मामले में भारत न केवल आत्मनिर्भर है बल्कि वार्षिक घरेलू खपत पूरी करने के अलावा कुछ मात्रा में गेहूं निर्यात भी करता है। भारत में गेहूं का क्षेत्रफल करीब 31 मिलियन हेक्टेयर तक पहुंच गया है। HD 3385 Wheat Variety Details

गेहूं का सालाना उत्पादन करीब 112.92 मिलियन टन तक के आंकड़े को छू चुका है। देश के अनुसंधान वैज्ञानिकों कर सको एवं श्रमिकों की कठोर मेहनत का ही नतीजा है कि करीब 140 करोड़ आबादी वाले देश में गेहूं को लेकर खाद्य सुरक्षा कायम है।

दूसरी ओर मुख्य गेहूं उत्पादक राज्यों में किसानों की तमन्ना रहती है कि उन्हें क्रमवार नए-नए उच्च उत्पादकता वाले बीज उपलब्ध होते रहें।‌ इस दिशा में आई.सी.ए.आर. (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) के अनुसंधान संस्थानों के अनुसंधान कार्य चरम पर हैं। HD 3385 Wheat Variety Details 

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