मानसून की बारिश को देखते हुए किसानों के लिए सोयाबीन Soybean Farming 2023 की कौन सी किसमें उपयुक्त रहेगी / अच्छी पैदावार देगी जानिए …
Soybean Farming 2023 ; खरीफ फसलों की खेती मानसून पर निर्भर है। जब मानसून की बारिश कम या अधिक होती है तो ऐसे में खरीफ फसलों की पैदावार प्रभावित होती है। इस वर्ष भी मानसून को लेकर अलग-अलग तर्क दिए जा रहे हैं लेकिन देखा जाए तो इस वर्ष मानसून देश में देरी से पहुंच रहा है वहीं इसकी विदाई भी लेट होगी।
किसानों को सोयाबीन की बुवाई करने के पहले मानसून के विषय में जानना जरूरी है। मानसून की बारिश के अनुसार किसान साथी सोयाबीन की बुवाई Soybean Farming 2023 करें तभी फायदे में रहेंगे। आइए जानते हैं कैसा रहेगा इस वर्ष मानसून एवं सोयाबीन की कौन-कौन सी किस्में अच्छी पैदावार देगी।
इस साल कैसा रहेगा मानसून – Soybean Farming 2023
IMD द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार 4 जून को मानसून केरल में पहुंच जाएगा। मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि Soybean Farming 2023 मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थिति अनुकूल है। हालांकि यह 4 दिन लेट है। ज्ञात हो कि भारत में मानसून 1 जून को 1 जून तक केरल में दस्तक दे देता है। मौसम वैज्ञानिकों ने यह भी पूर्वानुमान जारी किया है कि इस साल मानसून के सामान्य रहने की सबसे अधिक संभावना है।
उम्मीद की जा रही है कि यदि बारिश हर जगह एक जैसी हुई तो सभी जगह के लिए यह एक आदर्श स्थिति होगी। हर जगह एक जैसी बारिश होती है तो कृषि पर इसका ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। मौसम वैज्ञानिक सितंबर अक्टूबर महीने में भी बारिश का अनुमान लगा रहे हैं मतलब सितंबर अक्टूबर तक मानसून की बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने बताया कि इस बार सामान्य मानसून रहने की उम्मीद है और अल नीनो की स्थिति के बावजूद इसका असर मानसून पर ज्यादा नहीं पड़ेगा। आईएमडी ने कहा कि, देश में मानसून के समय सामान्य Soybean Farming 2023 रूप से बारिश होगी। इस साल सामान्य या उससे अधिक बारिश होने की 67 प्रतिशत संभावना है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव एम. रविचंद्रन ने कहा कि, दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान देश में सामान्य बारिश देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि लंबी अवधि के औसत से लगभग 96 प्रतिशत बारिश होने का अनुमान है।
आमतौर पर मानसून 21 मई को पोर्ट ब्लेयर पहुंचता है। फिर 11 दिन बाद केरल में 1 जून को पहुंचता है। लेकिन, इस बार मौसम विभाग पहले ही बता चुका कि मानसून 2-3 दिन देरी से पहुंच सकता है। अब क्योंकि, यह पोर्ट ब्लेयर से पहले ही दो दिन और अटका रह सकता है, इसलिए यह केरल में 5 से 9 जून के बीच दस्तक दे सकता है। जून में मानसूनी हवाओं Soybean Farming 2023 के कमजोर रहने के आसार हैं।
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इस बार देश में कितनी बारिश का है अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल देश में सामान्य मानसून रहने का अनुमान Soybean Farming 2023 है। इस साल देश में औरत बारिश 96 प्रतिशत हो सकती है। वहीं स्काईमेट के अनुसार देश में इस बार 94 प्रतिशत बारिश का अनुमान है।
आमतौर पर मानसून एक जून को केरल तट (Kerala Coast) पर दस्तक देता है लेकिन इस बार अल नीनो (Al Nino) का असर अधिक होने से मानसून को केरल पहुंचने में देरी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून 4 जून को केरल पहुंच सकता है, साथ ही यह भी माना जा रहा है कि मानसून इससे भी देरी Soybean Farming 2023 से पहुंच सकता है।
मानसून को लेकर क्या है स्काईमेट का पूर्वानुमान
इससे पहले मानसून को लेकर निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के कहना था कि इस साल मानसून में देरी Soybean Farming 2023 हो सकती है। स्काईमेट के फाउंडर डायरेक्टर जतिन सिंह के अनुसार इस बार मानसून केरल में एक जून की जगह 6 दिन की देरी से के साथ 7 जनू को दस्तक दे सकता है। 15 दिन के शुरुआती अनुमान के अनुसार मानसून की शुरुआत कमजोर होने की पूरी संभावना है।
जुलाई अगस्त में बारिश कम पर फसल Soybean Farming 2023 प्रभावित नहीं होगी :– मौसम वैज्ञानिक हेमंत भुआर्य ने कहा सिस्टम समय पर बने तो 1 जून से प्री मानसून व 10 जून से मानसून आने की संभावना है। कमजोर बारिश से जुलाई अगस्त में तापमान बढ़ सकता है। जुलाई अगस्त में काफी कम बारिश है।सितंबर अक्टूबर में बारिश होगी। इससे खरीफ फसल Soybean Farming 2023 ठीक होगी, लेकिन रबी की फसल प्रभावित होगी।
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सोयाबीन की नई किस्मों का चयन करें
मौसम, जलवायु, परिस्थिति के अनुसार सोयाबीन की खेती Soybean Farming 2023 में करने में कठिनाई आती जा रही है। सोयाबीन की फसल में फैलने वाले रोग एवं कम वर्षा के कारण सोयाबीन की पैदावार प्रभावित होती है।
कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों की इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अब सोयाबीन की कई ऐसी किस्में इजाद की है, जो कम वर्षा में भी अच्छा उत्पादन देगी। क्योंकि इनकी परिपक्वता अवधि कम होने के कारण बाद में यदि पानी नहीं गिरता है तो भी अच्छी पैदावार होगी, वहीं दूसरी ओर रोग प्रतिरोधक क्षमता होने के कारण सोयाबीन की फसल Soybean Farming 2023 सुरक्षित रहेगी। किसान साथी ऐसी ही नई किस्मों का चयन करें।
मानसून के लिहाज से सोयाबीन की किस्में देगी अच्छी पैदावार
जैसा कि मौसम वैज्ञानिक अनुमान लगा रहे हैं कि मानसून इस वर्ष गैर से आएगा एवं इसकी रवानगी भी लेट हो सकती है, मतलब साफ है कि सितंबर अक्टूबर में पानी गिरेगा। ऐसी स्थिति में किसान ज्यादा दिन में पकने वाली सोयाबीन की वैरायटी Soybean Farming 2023 लगा सकते हैं।
कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि इन परिस्थितियों में सोयाबीन की सबसे बेहतरीन वैरायटी आर वी एस एम की 1135 एवं जेएस 2172 सबसे उत्तम रहेगी। कृषि विशेषज्ञों की सलाह है कि किसान साथी इस वर्ष इन किस्मों की बुवाई करें :–
RVSM 1110 की विशेषताएं
- पिछले वर्ष सोयबीन Soybean Farming 2023 की किस्म RVS 2011/10 ने अच्छा उत्पादन दिया। ज्यादा बीज डालने पर भी आडा गिरने की कोई समस्या नही।
- जरमिनेशन का परसेंट भी काफी अच्छा 85 से 95 %। मूंग वाले खेत मे भी जहा जयदा नमी रहती है वहा भी अच्छा उत्पादन।
- सोयाबीन की मुख्य बीमारिया जैसे येलो मोजेक वायरस, चारकोल रोट ,रायजेक्टोनिया एरियल ब्लाइट, स्टेम फ्लाई, फ्रॉग ऑय लीफ स्पोट, माईरोथिसियम पत्ती धब्बा के प्रति रेसिस्टेंट।
- मध्य्म दिन में पकने वाली किस्म 95 से100 दिन के लगभग।
- मध्य्म दिन मे भी अच्छा उत्पादन क्षमता 8 से 12 क्विंटल एकड़ तक।
- दाना मीडियम 100 दाने का वजन 10 से 12 ग्राम।
- फलिया छटकने की कोई समस्या नही।
- पौधे की ऊँचाई 55 से 70 CM ।
JS-2172
Soybean Farming 2023 उम्र(95 से 100 दिन) हाईट 75 से 85 CM 100 दाने का वजन 14 से 16 ग्राम ,दाना बोल्ड चमकदार फलिया चटकने की समस्या बिल्कुल भी नही, फलिया हल्की रुयेदार उत्पादन क्षमता 8 से 12 क्विंटल एकड़ बीज दर 35 से 40 kg प्रति एकड़।
RVS 2024
Soybean Farming 2023 उम्र 100 से 105 दिन) हाईट 75 से 85 cm ,100 दाने का वजन 10 से 12 ग्राम दाना मीडियम ,थोड़ी बहुत फलिया चटकने की ओर आड़ा गिरने की समस्या है फलिया चिकनी ,उत्पादन क्षमता 8 से 11 प्रति एकड़ (बीज दर-30 से 35 kg प्रति एकड़)
ब्लैक बोल्ड (BLACK BOLD)
Soybean Farming 2023 उम्र 90 दिन) हाईट 55 से 65 CM, 100 दाने का वजन 12 से 14 ग्राम,थोड़ी बहुत फलिया चटकने की समस्या है, उत्पादन क्षमता 9 से 10 प्रति एकड़ बीज दर- 45 kg प्रति एकड़।
NRC -138
Soybean Farming 2023 उम्र 90 दिन) हाईट 60 से 70 cm,100 दाने का वजन 10 से 12 ग्राम,फलिया चटकने की समस्या बिल्कुल भी नही, बीज दर 35 से 40 kg प्रति एकड़।
RVS-2018
Soybean Farming 2023 उम्र 90 से 95 दिन) हाईट 75 से 85 cm ,100 दाने का वजन 10 से 12 ग्राम दाना मीडियम , फलिया चटकने की ओर आड़ा गिरने की समस्या नही है फलिया चिकनी ,उत्पादन क्षमता 8 से 11 प्रति एकड़ (बीज दर-30 से 35 kg प्रति एकड़)
PS-1569
Soybean Farming 2023 उम्र 88 दिन) हाईट 75 से 80 cm ,100 दाने का वजन 10 से 12 ग्राम दाना बोल्ड , ,उत्पादन क्षमता 8 से 9 प्रति एकड़।
RUCHI-1516 या 1027
Soybean Farming 2023 उम्र 93 दिन) हाईट 75 से 85 cm ,100 दाने का वजन 10 से 14 ग्राम दाना बोल्ड , ,उत्पादन क्षमता 8 से 10 क्विंटल प्रति एकड़ (बीज दर-18 से 23 kg प्रति एकड़)
कृषि वैज्ञानिक बोले – सोयाबीन बीज की वैरायटी 9560 में आ रही समस्या
प्रतिकूल मौसम और सोयाबीन Soybean Farming 2023 बीज वैरायटी 9560 में आ रही समस्याओं के कारण पिछले कुछ वर्षों से किसानों की फसल खराब हो रही है। जरूरी है कि किसान सोयाबीन बीज की अन्य वैरायटी जैसे कि आरवीएसएम 1135, जे.एस. 2172 आदि का उपयोग शुरू करें।
किसानों को फसल खराब होने से बचाने के लिए जरूरी जानकारी देना भी जरूरी है। अच्छी वैरायटी के बीजों से मृदा संरक्षण में भी सहायता मिलेगी, जिससे किसानों की आगे की फसल अच्छा उत्पादन दे सकेगी। यह बात भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान की निर्देशिका डॉ. नीता खांडेकर ने कही।
किसानों, बीज निगम के सदस्यों एवं कृषि अधिकारियों के साथ चर्चा कर सोयाबीन Soybean Farming 2023 की विभिन्न सीड वैरायटी के बारे में जानकारी प्रदान करें।
साथ ही, सोयाबीन Soybean Farming 2023 की वैरायटी 9560 को लेकर किसानों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उसके समाधान के लिए जरूरी सावधानियां व फसल खराब होने से कैसे बचाई जा सकती है, उसके बारे में भी आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाय। उन्होंने कहा कि प्रशासन किसानों की आवश्यकतानुसार सोयाबीन बीज की अन्य गुणवत्तापूर्ण वैरायटी महाराष्ट्र एवं राजस्थान से लाने का भी प्रयास करेगा।
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Soyabin ki acchi kisam koan si hai 90din ki bolte hai 110din me aati hai
अभी तक तो सोयाबीन की बेहतरीन किस्म JS 9560 है वहीं एनआरसी 150 भी इसी अवधि में पकने वाली अच्छी किस्म है।