एमपी में गिरेगा सोयाबीन का उत्पादन, सोयाबीन की पैदावार में कमी से सोयाबीन के भाव में कितनी तेजी आएगी, जानिए

Soybean price : भारत के प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्यों में MP पहले स्थान पर है यहां सोयाबीन के उत्पादन में गिरावट से भाव पर असर पड़ेगा…

Soybean price  : मध्य प्रदेश में पिछले एक-दो दिन से बारिश का दौर पुनः शुरू हो गया है। लेकिन इस बीच अगस्त माह में बारिश की लंबी खेंच के कारण खरीफ की फसल खासकर सोयाबीन पर बहुत ही विपरीत असर पड़ा है। मप्र में इस वर्ष कुल 146.96 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की फसलों की बोवनी की गई है। इसमें 53.35 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन, 33.85 लाख हेक्टेयर में धान, 17.44 लाख हेक्टेयर में मक्का एवं 13.90 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द की बोवनी की गई है।

मानसून के पुन: सक्रिय होने से किसानों ने काफी राहत महसूस की है। लेकिन कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदेश में कहीं-कहीं 100% फसलें नष्ट हो गई है, वहीं औसत रूप से देखें तो 60% सोयाबीन की फसल बर्बाद हो चुकी है। इसका असर सोयाबीन सहित अन्य खरीफ की फसलों के पैदावार पर पड़ेगा। यानी कि इस वर्ष सोयाबीन का उत्पादन काम होगा। सोयाबीन का उत्पादन घटने से सोयाबीन के भाव पर बड़ा असर पड़ेगा। आइए जानते हैं कि आने वाले दिनों में सोयाबीन के भाव Soybean price पर क्या असर देखने को मिल सकता है..

फसलों पर पड़ा अल नीनो का प्रभाव

एग्रीकल्चर एक्सपर्ट देविंदर शर्मा का कहना है कि अगस्त के महीने में अलनीनो की शुरुआत हुई है। मतलब साफ है कि इसका असर सिर्फ इस सीजन में नहीं बल्कि अगले सीजन में भी पड़ेगा। खरीफ के बाद अब रबी फसल की बुआई के समय भी किसान विपरीत परिस्थितियों का सामना करेंगे।

इसकी वजह से स्वाभाविक है कि अनाजों की कीमत Soybean price बढ़ेगी। अगर किसानों को अपने फसल की सही कीमत मिलती है तो किसान इस पैसे को अपने बाकी कामों में खर्च करेंगे। इससे बाजार में बैलेंस बना रहेगा, लेकिन किसानों को फसल का सही दाम नहीं मिला तो महंगाई आसमान छू सकती है।

इसका सबसे ज्यादा असर गांव में रहने वाले किसानों पर ही पड़ेगा। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुख्य अर्थशास्त्री धर्म कीर्ति जोशी का कहना है कि पिछले डेढ़ महीने में कम बारिश की वजह से महंगाई बढ़ने की संभावना ज्यादा हो गई है। Soybean price

वैश्विक स्तर पर सोयाबीन की यह है स्थिति

विश्व का सबसे बड़ा सोयाबीन आयातक देश चीन वर्तमान में अमेरिका के बजाय ब्राजील से आयात कर रहा है। ब्राजील में सोयाबीन के बंपर उत्पादन एवं कीमतों Soybean price में कमी की वजह से वर्ष 2023 में जुलाई तक कुल खरीदी पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले ब्राजील से 64 प्रतिशत एवं अमेरिका से 32 प्रतिशत खरीदी की।

वर्ष 2027 को समाप्त होने वाले पंचवर्षीय योजना के तहत चीन सोयाबीन एवं अन्य खाद्यान्न में आत्म निर्भरता के लिए प्रयास कर रहा हैं, लेकिन अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार 2022-23 के मार्केटिंग वर्ष के दौरान चीन का तिलहन आयात एक वर्ष पूर्व 9.90 करोड़ से बढ़कर 10 करोड़ होने का अनुमान है। Soybean price

सोयाबीन के उत्पादन में कमी के कारण

किसानों का कहना है कि मध्य प्रदेश में खास तौर पर पश्चिमी भाग में बारिश नहीं होने के कारण सोयाबीन पीली पड़ गई है ऐसे ही हालात रहे तो फसल जानवरों को खिलने लायक भी नहीं बची। अगर सोयाबीन को उत्पादन में कमी आएगी तो सोयाबीन के भाव Soybean price में बढ़ोतरी होगी। यही कारण है कि सोयाबीन प्लांट के भाव औसतन 200 रुपए बढ़ गए हैं।

सोयाबीन प्लांट वाले 1 सप्ताह पहले 5000 रुपए प्रति क्विंटल की दर से सोयाबीन खरीद रहे थे, वहीं अब यह भाव 5200 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं। वर्तमान में मंडियों की हड़ताल चल रही है जिसके कारण भी स्थिति और बिगड़ने की संभावना अभी से जताई जाने लगी है। इधर मंडियों में हड़ताल होने से तेल बाजार में ग्राहकी और कमजोर पड़ गई। मध्यप्रदेश की मंडियों में एक लाख बोरी सोयाबीन आ रहा था, वह भी रुक गया है। Soybean price

खाद्य तेल का आयात बढ़ा 

सोयाबीन का उत्पादन कम होने के अनुमान के बीच खाद्य तेल का आयात बढ़ गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत ने अगस्त माह में 18.49 लाख टन खाद्य तेलों का आयात हुआ है। यह उच्च स्तर पर आयात का एक रिकॉर्ड है। इसी माह सनफ्लावर तेल का आयात 3.66 लाख टन एवं सोया तेल 3.57 लाख टन का आयात किया गया है। उत्तर भारत के बंदरगाहों पर सोया तेल का आयात 2.43 लाख टन किया गया, जो कि सनफ्लावर तेल से दुगना है।

कांडला- मुंद्रा पर सनफ्लावर तेल का आयात 1.20 लाख टन किया गया, जो कि जुलाई माह से दुगना है। खरीफ में बोवनी ठीक हुई है, किंतु उत्पादकता गत वर्ष से कम बैठने की आशंका रखी जाती है। इस माह यूएसडीए की मासिक रिपोर्ट में आपूर्ति एवं मांग में सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित होने की संभावना जारी कर सकता है।

अमेरिका में गर्म एवं शुष्क मौसम की वजह से सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित होने की संभावना अधिक बलवति सिद्ध हो सकती है। मौसम की चिंता एवं वायदा समर्थन व्यापार करने वालों को मिल रहा है। विदेशी बाजार तेज होने से लोकल में सोया तेल के भाव सुधार दिए। Soybean price

आवक घटने से तेल में भी तेजी

वर्षा की लंबी खेंच ने सोयाबीन किसानों को चिंता में डाल दिया। मालवा-निमाड़ में कई जगह सोयाबीन मुरझा चुकी है। सोया फसल को भारी नुकसान पहुंच सकता है। फलियों में दाने पर भी असर पड़ने की आशंका है। इसके चलते प्लांटों की लेवाली जोरदार बनी हुई है। अर्जेंटीना की सोया डालर योजना पर अटकलें बाजार में अनिश्चितता पैदा कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार अर्जेंटीना सोया डालर योजना की घोषणा आज करने की उम्मीद है। यूएसडीए ने 10.73 लाख टन के अमेरिकी सोयाबीन साप्ताहिक निर्यात की सूचना दी जो बाजार की उम्मीद के अनुरूप था। Soybean price

अमेरिका में घटा सोया तेल का स्टॉक

लंबे समय तक गर्मी और शुष्क मौसम से यूएस मिडवेस्ट के कई क्षेत्रों में सोयाबीन की पैदावार को खतरा है। अगस्त में अमेरिकी सोया तेल का स्टाक जुलाई के अंत के 2.203 बिलियन पाउंड के मुकाबले घटकर 2.071 बिलियन पाउंड होने का अनुमान है। Soybean price

सोयाबीन तेजी मंदी रिपोर्ट

  • इस सप्ताह मध्य प्रदेश की मंडियां बंद होने से भाव Soybean price पर पढ़ा असर।
  • बीते सप्ताह सोयाबीन के भाव 50-120 रुपये / क्विंटल बाजार टूटे।
  • महाराष्ट्र कीर्ति प्लांट के भाव अपने सपोर्ट 5200 रु तक बढ़े।
  • सोयाबीन की आवक अच्छी लेकिन यहां से और गिरावट आयी तो बिकवाली कमजोर पड़ जाएगी।
  • पर्याप्त मात्रा में स्टॉक को देखते हुए प्लांट ऊँचे भाव Soybean price पर माल नहीं पकड़ रहे हैं।
  • सोया तेल और डीओसी में कमजोरी से प्लांटों को क्रशिंग में डिस्पैरिटी का सामना करना पड़ रहा है।
  • इस वर्ष अगस्त महीने में 100 साल में सबसे कम बारिश रिकॉर्ड किया है।
  • अगस्त के बाद सितम्बर महीने में कम बारिश होने का अनुमान जताया जा रहा है।
  • राजस्थान,मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में कमजोर बारिश से सोयाबीन की फसल को हो रहा बड़ा नुकसान।
  • जुलाई महीने में हुई अधिक बारिश से जो नमी मिटटी में थी उससे काफी हद तक अगस्त महीने में कमजोर बारिश की भरपाई हुई है।
  • अगले 10-15 दिन में बारिश नहीं होने से फसल को भारी नुकसान तथा उत्पादन में 10 15 प्रतिशत की गिरावट का खतरा मंडरा रह है।
  • सितम्बर महीने में कमजोर बारिश के अनुमान से उत्पादन घटने का डर। सोयाबीन के भाव Soybean price में बढ़ोतरी आएगी।

आने वाले समय में सोयाबीन के भाव क्या रहेंगे

पिछले वर्ष 1 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच सोयाबीन के भाव Soybean price में 1000 रुपये कुंटल की तेजी देखने को मिली थी। इस वर्ष भी सोयाबीन की नयी फसल की आवक में अभी देरी रहेगी। मौसम से उत्पादन में गिरावट के अनुमान से एक उछाल इस बीच मिलने की उम्मीद सपोर्ट की और दिखाई दे रही है। कीर्ति प्लांट के सोयाबीन भाव अपने 5200 पर सपोर्ट लेकर 5250 पर बंद हुआ है। मौजूदा स्तर पर सोयाबीन में ज्यादा जोखिम नहीं दिख रहा है। कुल मिलाकर देखा जाए तो इस वर्ष सोयाबीन के भाव 6000 रुपए प्रति कुंतल तक रह सकते हैं।

प्लांटों की सोयाबीन में खरीदी भाव Soybean price

बैतूल ऑयल सतना 5200 बैतूल 5150 सावरिया इटारसी 5125 अडानी 5050 अवि 5025 बंसल 5000 धीरेंद्र सोया 5040 दिव्यज्योति 5000 हरिओम 5000 केएन इटारसी 5025 लाभांषी 5050 आयडिया 5050 केपी निवाड़ी 5050 खंडवा ऑयल्स 5025 मित्तल सोया 5050 नीमच प्रोटिन 5025 पतंजलि 5025 महेश 5000 सोनिक 5050 स्नेहिल 5000 वर्धमान कालापीपल 5000 विप्पी 5040 रुपए।

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