किसानों के लिए काफी लाभदायक है एक्वापोनिक्स एवं हाइड्रोपोनिक खेती (Agri Technics), आइए जानते है कैसे होती है इनकी खेती।
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Agri Technics | खेतीबाड़ी में नई नई तकनीकें अपनाई जा रही है, जिन से किसान खेती को काफी आसानी तरीके से कर पा रहे हैं और इससे अच्छी खासी कमाई भी कर रहे हैं।
ठीक इसी प्रकार एक्वापोनिक्स एवं हाइड्रोपोनिक तकनीक से खेती की जा रही है। इन 2 तकनीक की मदद से किसान कम जगह, कम लागत एवं कम पानी में खेती कर सकते है।
किसानों के लिए एक्वापोनिक्स एवं हाइड्रोपोनिक तकनीक से खेती काफी लाभदायक साबित हो रही है।
अगर आप भी सब्जियों की खेती कर रहे है तो, आइए जान लेते है एक्वापोनिक्स एवं हाइड्रोपोनिक तकनीक Agri Technics की खेती कैसे होती है एवं कैसे होगा लाभ…
1. एक्वापोनिक्स तकनीक से खेती
Agri Technics | सबसे पहले हम बात करते है एक्वापोनिक्स तकनीक की खेती के बारे में। इस तकनीक से खेती करने के लिए कम जगह और पानी की आवश्यकता होती है।
एक्वापोनिक्स खेती के लिए दो टैंक तैयार किए जाते हैं, जिसमें से एक में मछलियों की खेती और दूसरे में फ्लोटिंग कीबोर्ड पर सब्जियों की खेती की जाती है।
इन दोनों टैंक को इस तकनीक के तहत एक दूसरे से पाइप के सहारे जोड़ा जाता है। यह तकनीक किसानों के लिए काफी लाभदायक साबित हो रही है, क्योंकि इस विधी से खेती करने पर किसान दोगुना मुनाफा आसानी से कमा रहे हैं।
इस विधी Agri Technics से खेती करने पर पारंपरिक खेती और ड्रिप खेती के मुकाबले लगभग 90 फीसदी तक पानी की बचत का जा सकती है।
कैसे होती है एक्वापोनिक्स खेती? :- एक्वापोनिक्स विधी से सब्जियों की खती के लिए किसानों को कीटनाशक या किसी भी खाद की आवश्यकता नहीं होती है। पानी से ही पौधे को उसकी जरुरत के हिसाब से भोजन मिलता रहता है।
इस Agri Technics तकनीक से पौधे लगाने के लिए आपको सबसे पहले किसी भी छोटे ट्रे में पौधे को तैयार करना होता है और इसके बाद इन्हें किसी तैरते हुए बोर्ड पर रखना होता है।
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पानी में मछलियां होने से टैंक में उनके मल से पानी में अमोनिया की बढ़ोतरी होती रहती है और यह पानी सब्जियों वाले टैंक में ट्रांसफर होता रहता है।
क्या होगा एक्वापोनिक्स खेती का लाभ :- एक्वापोनिक्स तकनीक Agri Technics से खेती करने पर पानी की अच्छी खासी बचत की जा सकती है। पानी को जब दूसरे टैंक में डाला जाता है, जो इससे पौधे की मिट्टी पानी से आवश्यक पोषक तत्वों को सोख लेती है।
फिर इस पानी को वापस से मछलियों के टैंक में डाल दिया जाता है। इस प्रकिया को बार-बार किया जाता है। इससे जलवायु या वातावरण के चुनाव के लिए किसानों को अधिक परेशान होने की आवश्यकता नहीं होती है।
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2. हाइड्रोपोनिक तकनीक की खेती
दूसरी, हाइड्रोपोनिक विधि Agri Technics के बारे में बात करते है। इस खेती तकनीक में बाग़वान द्वारा पौधों की उगाई जाने वाली पर्यावरण को नियंत्रित करने की क्षमता, पानी और खाद का उपयोग कम करने की क्षमता और उत्पादन में वृद्धि करने की क्षमता शामिल होती है।
हाइड्रोपोनिक्स खेती विधि का उपयोग फल और सब्जियों सहित विभिन्न फसलों को उगाने के लिए किया जा सकता है।
हाइड्रोपोनिक खेती हमारी दुनिया की कई मौजूदा कृषि समस्याओं का समाधान प्रदान करती है। शहरी किसान तेजी से हाइड्रोपोनिक्स Agri Technics की ओर रुख कर रहे हैं, जो छतों पर कीटनाशक मुक्त उपज उगाने की एक जल-बचत विधि है।
एक शोध के अनुसार, भारत में हाइड्रोपोनिक्स बाजार 2020 और 2027 के बीच 13.53 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ने की उम्मीद है।
कैसे होती है हाइड्रोपोनिक खेती? :- हाइड्रोपोनिक खेती मिट्टी के बिना पौधों एवं साग-सब्जी को उगाने की एक बेहतरीन विधि है। हाइड्रोपोनिक खेती पाइपों के माध्यम से की जाती है, इसमें पाइपों के ऊपरी हिस्सा में निर्धारित दुरी पर छेद की जाती है।
पाइपों में पौधों को पोषक तत्वों से भरपूर घोल में उगाया जाता है जो उनके विकास के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।
जड़ों को घोल में डुबाया जाता है, जिससे वे पोषक तत्वों और पानी को अपनी आवश्यकता अनुसार अवशोषित कर पाते हैं।
आमतौर पर हाइड्रोपोनिकली Agri Technics उगाए जाने वाले पौधों में टमाटर, मिर्च, खीरे, स्ट्रॉबेरी, लेट्यूस, धनिया और पालक शामिल है, जो आमतौर पर वाणिज्यिक उपयोग के लिए होते हैं।
हाइड्रोपोनिक्स खेती के लाभ :- हाइड्रोपोनिक्स एक रेगिस्तान, सूखे क्षेत्र, छतें, गंदे मिट्टी क्षेत्र या उन किसी भी पर्यावरण में उपयोग किया जा सकता है, जहां पारंपरिक कृषि संभव नहीं होगी।
हाइड्रोपोनिक्स खेती के बहुत सारे लाभ हैं और इससे विभिन्न जलवायु और स्थानों में उच्च उत्पादन हासिल किया जा सकता है।
हाइड्रोपोनिक्स खेती में मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिए यह उन क्षेत्रों में उपयोग किया जा सकता है जहां पौधों की खेती के लिए परंपरागत कृषि के लिए उचित प्राकृतिक संसाधन नहीं होते हैं।
साथ ही, हाइड्रोपोनिक्स खेती Agri Technics में मिट्टी–आधारित खेती की तुलना में कम पानी की आवश्यकता होती है, जिससे यह प्रभावी और पर्यावरण के प्रति सजग होता है।
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