चाइना लहसुन ने बिगाड़ा लहसुन के भाव का गणित, चाइना लहसुन के बारे में वह सब कुछ जानिए जो जरूरी है..

चीन से अवैध रूप से आयात होने वाली China Garlic लहसुन के कारण किसानों में आक्रोश है, यह लहसुन किस प्रकार से हानिकारक है आईए जानते हैं..

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1 चीन से अवैध रूप से आयात होने वाली China Garlic लहसुन के कारण किसानों में आक्रोश है, यह लहसुन किस प्रकार से हानिकारक है आईए जानते हैं..
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China Garlic | चीन से आयात होने वाली लहसुन ने भारतीय लहसुन बाजार में हलचल मचा दी है। इस लहसुन के कारण जहां एक और किसानों को नुकसान हो रहा है, वहीं दूसरी ओर आम लोगों को भी स्वास्थ्यगत परेशानी होने की संभावनाएं बढ़ गई है।

यही कारण है कि किसान इस लहसुन का जमकर विरोध कर रहे हैं, मध्य प्रदेश की प्रमुख कृषि उपज मंडियों में चीन की इस लहसुन का विरोध करते हुए किसान धरना प्रदर्शन के पश्चात ज्ञापन शॉप रहे हैं।

गौरतलब है कि चीनी लहसुन (China Garlic) भारत में प्रतिबंधित है। इसके बावजूद तस्करों द्वारा चीन लहसुन को नेपाल और अफगानिस्तान के रास्ते भारत में लाया जा रहा है।

चाइना लहसुन के कारण किसानों का किस प्रकार से नुकसान हो रहा है एवं आम लोगों के लिए किस प्रकार यह लहसुन हानिकारक है, आईए इस लहसुन के बारे में सब कुछ जानते हैं..

चाइनीज लहसुन के कारण देसी लहसुन के भाव में गिरावट

China Garlic | भारत सरकार ने 2014 में चाइनीज लहसुन को भारत में प्रतिबंधित कर दिया था। इसके बाद भी भारत में चाइनीज लहसुन आ रहा है।

किसान और व्यापारियों का दावा है कि भारत में चाइनीज लहसुन प्रतिबंधित होने के बावजूद बड़ी मात्रा में अफगानिस्तान के रास्ते भारत में आ रही है।

किसानों ने चाइनीज लहसुन को लेकर नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन किया था। किसानों का आरोप है कि चाइनीज लहसुन आने से देशी लहसुन के रेट भी नहीं मिल पा रहे हैं।

बड़ी मात्रा में पकड़ाया था चाइना लहसुन

China Garlic | बता दें कि दिसंबर में किसानों की सूचना पर जावरा-उज्जैन बायपास पर पुलिस ने पंजाब पासिंग दो ट्रकों को पकड़ा था। दोनों ट्रक लहसुन से भरे थे। लहसुन के कैरेट पर काबुल अफगानिस्तान का टैग लगा था।

किसानों के विरोध के बाद रात में ही जावरा शहर थाना पुलिस ने दोनों ट्रकों को थाना परिसर में लाकर खड़ा करवा दिया था, लेकिन तीन दिन बाद भी अधिकारी यह पता नहीं कर पाए कि यह चाइनीज लहसुन है या अफगानिस्तान की।

दरअसल दोनों ट्रक चालकों के पास लहसुन से जुड़ी बिल्टी व कस्टम अप्रूवल के दस्तावेज मिले, जिनमें स्पष्ट लिखा है कि लहसुन की पैदावार अफगानिस्तान में हुई है और यह काबुल से भारत के लिए लोड हुआ। पुलिस भी मंडी, जीएसटी की जांच के बाद ही कार्रवाई की बात कह रही थी। दोनों ट्रकों में से लहसुन के सैंपल लेकर छोड़ दिया है। : China Garlic

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देसी लहसुन के भाव अधिक होने से तस्करी बड़ी

किसानों का कहना है कि बिना मंडियों से बिना अनुज्ञा के लहसुन, प्याज का एक भी कट्‌टा बाहर नहीं हो सकता। ऐसे में चाइनीज लहसुन अफगानिस्तान के रास्ते भारत में आना एक बड़ा नेटवर्क इसके पीछे होगा। : China Garlic

व्यापारियों और किसानों की मानें तो जो लहसुन अफगानिस्तान के नाम से आ रही है। यह चाइनीज लहसुन है। चाइनीज लहसुन भारत में प्रतिबंधित है। इसके बावजूद अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल के रास्ते भारत में आ रही है।

अफगानिस्तान के रास्ते जो लहसुन आ रही है उसके सारे दस्तावेज तैयार कर नंबर एक में भारत में लाया जा रहा है। जबकि पाकिस्तान, नेपाल के रास्ते नंबर दो में लहसुन आ रही है। चीन लहसुन की तस्करी इसलिए अधिक हो रही है, क्योंकि देसी लहसुन के भाव अधिक हैं। : China Garlic

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भारत में प्रतिबंधित है चाइनीज लहसुन

वर्ष 2014 में तत्कालीन केंद्र सरकार ने चाइनीज लहसुन पर भारत में प्रतिबंध लगाया था। प्रतिबंध का कारण यह था कि जांच में चाइनीज लहसुन गुणवत्ता पूर्ण नहीं थी। : China Garlic

कैमिकल वाली पाई गई थी। मिलीभगत के कारण चायना से भारत में वर्तमान में 80 प्रतिशत लहसुन आ रहा है। जबकि भारत में मध्यप्रदेश सबसे ज्यादा लहसुन उत्पादक राज्य है।

चाइनीज लहसुन की पहचान कैसे करें

चाइनीज लहसुन की सबसे बड़ी पहचान उसका रंग है। यह इसका छिलका सफेद के साथ हल्का गुलाबी रंग का होता है। जबकि देसी लहसुन पूरा सफेद होता है।

इस लहसून में जड़े नहीं होती हैं। जबकि देसी लहसुन में नीचे जड़े देखी जा सकती हैं।

चाइनीज लहसुन (China Garlic) की कली बड़ी-बड़ी होती है। जबकि देसी लहसुन की कली छोटी होती हैं।

चाइनीज लहसुन में कोई गंध नहीं होता है। वहीं, देसी लहसुन में झार जैसी तीखी महक और स्वाद होता है।

चाइनीज लहसुन का छिलका पतला होता है। देसी लहसुन का छिलका थोड़ा मोटा होता है।

चाइनीज लहसुन के कारण क्या-क्या नुकसान है, जानिए

China Garlic | भारत सरकार ने 2014 में चाइनीज लहसुन से फंगस इंफेक्शन की रिपोर्ट्स पर देश में इसके आने पर बैन लगा दिया।

चीन में यह लहसुन बड़े औद्योगिक पैमाने पर उगाया जाता है। ऐसे में, इसमें कीटनाशकों और रसायनों का भी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है

फफूंद ना लगे इसके लिए चाइनीज लहसुन को मिथाइल ब्रोमाइड नाम के एंटी फंगल रसायन से ट्रीट किया जाता है।

यह गंभीर बीमारियों की वजह कीटनाशकों में क्लोरिन और इस जैसे रसायन गंभीर बीमारियों की वजह बनते हैं।

रिपोर्ट्स में इनसे कैंसर तक होने की संभावना बताई जाती है। दूसरी तरफ देसी लहसुन ऑर्गेनिक तरीके से कम से कम रसायनिक खाद और कीटनाशक के साथ उगाया जाता है। : China Garlic

इन राज्यों में जाती है लहसुन

मध्यप्रदेश के रतलाम के अलावा मालवांचल क्षेत्र से महाराष्ट्र, गुजरात, आसाम, उड़ीसा, बिहार, यूपी समेत पूरे भारत देश में लहसुन जाती है। साल भर में दो बार लहसुन की पैदावर किसानों द्वारा की जाती है। फरवरी व मार्च पैदावर करता है जो कि बारिश में जुलाई से अगस्त माह में मंडियों में लाई जाती है। इसके बाद मुख्य फसल सितंबर-अक्टूबर माह में आती है। : China Garlic

चाइना लहसुन (China Garlic) ने बिगाड़ा लहसुन के भाव

भारत में मध्यप्रदेश से सबसे ज्यादा लहसुन का उत्पादन होता है। प्रदेश के रतलाम, नीमच, मंदसौर, उज्जैन, इंदौर, शुजालपुर आदि जिलों में लहसुन की खेती सबसे अधिक होती है। यहां के किसान सालभर में दो बार लहसुन का उत्पादन करते है।

लहसुन की खेती में मेहनत अधिक होती है। इसके बावजूद कई बार पैदावार अधिक होने के कारण भाव में कमी से किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। अब किसानों को चीन लहसुन के कारण नुकसान झरना पड़ रहा है। चीन लहसुन की सबसे अधिक खपत होटल और अन्य बड़े स्तर पर होती है। 

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