सोयाबीन में डाले जाने वाले इस खाद में होती है सबसे ज्यादा मिलावट, ये है पहचान करने के 2 आसान तरीके

आइए आपको बताते है कौन सा है वह खाद (DAP Fertilizer) एवं आसान तरीके से कैसे करें असली एवं नकली की पहचान।

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DAP Fertilizer | पूरे देशभर में इस समय सोयाबीन की बुवाई का कार्य चल रहा है। सोयाबीन का पैदावार बढ़ाने के लिए किसान कई प्रकार के खाद एवं उर्वरक का उपयोग करते है। ज्यादातर किसान सोयाबीन की बुवाई के समय डीएपी का उपयोग कर रहे है। किसानों के बीच डीएपी बहुत लोकप्रिय खाद बन गया है।

लेकिन कई बार सोसायटियों से किसानों के बीच नकली डीएपी खाद पहुंच जाता है। जिसको देखकर आसानी से पहचान नहीं जा सकता की यह असली है या नकली। ऐसे में हम आपको बताने वाले है की, किसान साथी किस प्रकार घर बैठे आसानी से असली एवं नकली डीएपी खाद की पहचान कर सकते है। तो आइए जानते है पूरी डिटेल… DAP Fertilizer

क्या है डीएपी खाद ?

DAP खेत में उपयोग होने वाली फोस्फोरिक खाद में से एक मानी जाती है। जिसका पूरा नाम डाई अमोनियम फॉस्फेट है। किसान इसका इस्तेमाल सबसे अधिक हरित क्रांति के बाद से करने लगे हैं। बता दें कि इस खाद में 18 प्रतिशत नाइट्रोजन व 46 प्रतिशत फास्फोरस पाया जाता है। ये ही नहीं इसमें पोषक तत्वों के साथ 39.5 प्रतिशत घुलनशील फास्फोरस, 15.5 प्रतिशत अमोनियम नाइट्रेट भी उपलब्ध है। यह खाद भारतीय बाजार में 50 किलोग्राम के पैक के साथ उपलब्ध है। DAP Fertilizer

यूरिया से बेहतर है डीएपी खाद

डीएपी का इस्तेमाल फसलों की बुआई के लिए किया जाता है। इसमें उपस्थित फास्फोरस एवं नाइट्रोजन तत्व बीजों के अंकुरण एवं पौधों की वृद्धि एवं पुष्पन के लिए टॉनिक का कार्य करते हैं। यदि किसान बुवाई के समय डीएपी नहीं देता है तो नाइट्रोजन की कमी का एक घटक यूरिया से पूरा हो जाता है, लेकिन फास्फोरस की कमी फसल के लिए घातक होती है। DAP Fertilizer

यदि यह पौधों को उपलब्ध नहीं होता है, तो फलने और फूलने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे पैदावार बहुत कम हो जाता है। पोटाश भी पौधों के विकास में एक महत्वपूर्ण तत्व है, जिससे जड़ का विकास होता है। यूरिया पौधों को पौष्टिक बनाने का काम करता है। क्लोरोफिल की कमी से पौधा पीला पड़ जाता है। अतः पौधे को कम भोजन मिलता है। नतीजतन आय नगण्य है। इन्हीं कमियों को पूरा करने के लिए फसलों में डीएपी दी जाती है।

इन 2 तरीकों से असली डीएपी खाद की पहचान करें

DAP Fertilizer ; सबसे ज्यादा मिलावट महंगी खाद यानी डायमोनियम फास्फेट में पाई जाती है। कभी-कभी इसे देखकर पहचान करना आसान नहीं होता है, लेकिन अगर किसान थोड़ी सी सावधानी बरतें तो नुकसान से बचा जा सकता है। असली डीएपी की पहचान इन दो तरीकों से किया जा सकता है :-

पहला तरीका :- अगर कुछ डीएपी के दानों को धीमी आंच पर कड़ाही में गर्म किया जाए और ये दाने फूल जाएं, तो समझिए किसान भाइयों, यही असली डीएपी है, डीएपी की असली पहचान है। इसके सख्त बीज भूरे, काले और बादामी रंग के होते हैं और नाखून से आसानी से नहीं टूटते।

दूसरा तरीका :- किसान भाइयों के पास असली डीएपी की पहचान करने का एक और आसान तरीका है। डीएपी असली है या नकली इसकी पहचान करने के लिए किसान डीएपी के कुछ बीज हाथ में लेते हैं और इसे तंबाकू की तरह चूने के साथ मिलाने से तेज गंध निकलती है जिसे सूंघना मुश्किल होता है तो समझ लीजिए कि यह डीएपी है। DAP Fertilizer

डीएपी खाद का क्या काम है ?

डीएपी खाद किसानों की पहली पसंद है। पौधों को अपने पूरे जीवन में लगभग 16 पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिसमें नाइट्रोजन और फास्फोरस को महत्वपूर्ण और प्राथमिक पोषक तत्व माना जाता है। डीएपी रासायनिक खाद का एक क्षारीय रूप है, जिसमें 46% फास्फोरस और 18% नाइट्रोजन होता है। DAP Fertilizer

डीएपी को खेत में लगाने से फसलों को सभी पोषक तत्व मिलते हैं और नाइट्रोजन एवं फास्फोरस की कमी पूरी होती है। डीएपी पानी में घुलनशील होते हैं, जो फसलों को पानी देते ही मिट्टी में घुल जाते हैं। जो की पौधों में जोड़ों के विकास में बहुत योगदान देता है। डीएपी का उपयोग न्यूक्लिक एसिड फास्फोलिपिड्स के उत्पादन में भी बहुत मदद करता है। DAP Fertilizer 

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