एमपी के किसानों के लिए नई योजना, 5 शर्तें पूरी करने पर प्रति एकड़ इतना पैसा देगी राज्य सरकार…

एमपी में पराली जलाने पर जुर्माना और ना जलाने पर पैसे देगी मोहन सरकार। जानिए नई योजना (Farmers Welfare Mission) से किसे कितना फायदा होगा।

👉 व्हाट्सऐप चैनल को फॉलो करें

Farmers Welfare Mission | बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए मध्यप्रदेश में नरवाई / पराली ना जलाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे है। कृषि विभाग के अधिकारी बताते हैं कि हरियाणा, पंजाब, दिल्ली के बाद पराली जलाने की घटना मध्यप्रदेश में बढ़ती जा रही है।

ऐसे में मोहन सरकार पराली ना जलाने वाले किसानों के लिए नई योजना लेकर आई है। इस योजना को अन्नदाता मिशन (कृषक कल्याण मिशन / Farmers Welfare Mission) नाम दिया है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को पराली ना जलाने सहित 5 शर्तें पूरी करने पर अनुदान दिया जायेगा।

इस योजना के जरिए किसानों की आय बढ़ाने के साथ साथ उन्हें जलवायु अनुकूल खेती और फसलों के सही दाम दिलाना है। बता दें कि मंगलवार यानी 15 अप्रैल को हुई कैबिनेट मीटिंग में इस मिशन को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।

यदि आप प्रदेश सरकार की नई योजना अन्नदाता मिशन (कृषक कल्याण मिशन / Farmers Welfare Mission) का लाभ लेकर प्रोत्साहन राशि प्राप्त करना चाहते है? तो आइए जानते है किन्हें किन 5 शर्तों पर कितनी दी जायेगी सब्सिडी…

प्रोत्साहन राशि के 5 शर्तों को पूरा करना जरूरी

नई योजना अन्नदाता मिशन (कृषक कल्याण मिशन / Farmers Welfare Mission) के तहत जो किसान सरकार की पांच शर्तों को पूरा करेंगे उन्हें सरकार की तरफ से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इन पांच शर्तों में पराली जलाने से मुक्त खेती को अपनाने के साथ कीटनाशकों का कम इस्तेमाल करने की भी शर्त शामिल है।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में बढ़ोतरी, जैविक और प्राकृतिक खेती के क्षेत्र को बढ़ाना, खेती को जलवायु अनुकूल बनाना, किसानों को उच्च गुणवत्ता के खाद-बीज और कीटनाशनक उपलब्ध कराना, सस्ते ब्याज दरों पर लोन दिलाना और फूड प्रोसेसिंग और कृषि आधारित उद्योग पर फोकस करना है।

किसानों के लिए प्रोत्साहन राशि (Farmers Welfare Mission) हेतु यह है पांच निम्न शर्तें –

1- पराली जलाने से मुक्त खेती को अपनाना।

2- कृषि ऋण का समय पर भुगतान।

3- उर्वरक का बहुत कम इस्तेमाल वाली तिहलन व दलहन फसल का उत्पादन।

4- पानी के बहुत कम उपयोग वाली कृषि पद्धतियों को अपनाना।

5- कीटनाशकों का कम से कम उपयोग।

👉 सरकारी योजना व्हाट्सऐप ग्रुप।

योजना के अंतर्गत कितनी दी जायेगी प्रोत्साहन राशि

कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक अन्नदाता मिशन (Farmers Welfare Mission) के तहत किसानों को 1500 रुपए से लेकर 3000 रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके लिए किसानों को 5 शर्तों को पूरा करना होगा। इनमें तीन शर्तें अहम है।

पहली- पराली जलाने से मुक्त खेती को अपनाना, दूसरी- खेती के लिए लिए गए लोन का समय पर भुगतान। तीसरी शर्त के रूप में कीटनाशकों का कम इस्तेमाल यानी जैविक खेती की पद्धति को अपनाना है। इन तीनों शर्तों के अलावा तिलहन और दलहन की फसलें और ड्रिप इरिगेशन पद्धति को बढ़ावा देना भी शामिल है।

अधिकारी के मुताबिक मप्र के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत 12 हजार रुपए प्रतिवर्ष मिल रहे हैं। इन पांच शर्तों (Farmers Welfare Mission) को किसान पूरा करते हैं तो उन्हें 15 हजार रु. तक मिल सकते हैं। ये एक तरह से इन्सेंटिव होगा।

ये भी पढ़ें 👉 किसानों के लिए एक ओर मौका, योजनाओं का लाभ लेने के लिए इस तारीख तक करें पंजीकरण

नई स्कीम में कृषि यंत्रों पर सब्सिडी देने का प्लान

Farmers Welfare Mission | कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय के एक अधिकारी बताते हैं कि पराली को रिसाइकिल किया जा सकता है। इसके लिए कृषि यंत्रों की जरूरत पड़ती है। सरकार की कोशिश है कि इन कृषि यंत्रों तक किसानों की पहुंच बन सके।

इसके लिए यंत्रों पर सब्सिडी देने का भी प्रावधान किया जा रहा है। ताकि किसानों के साथ स्व सहायता समूह या बेरोजगार युवा इन्हें खरीद कर किराए पर दे सके। इससे ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

हैप्पी सीडर और सुपर सीडर जैसे कृषि उपकरणों के इस्तेमाल से पराली को हटाया जा सकता है। हैप्पी सीडर ऐसा यंत्र होता है जो खेत में लगी पराली हटाने के साथ बुवाई भी करता है। वहीं सुपर सीडर ऐसा यंत्र होता है जो पराली को हटाने के साथ उसे जमीन के नीचे दबा देता है।

इन दोनों कृषि यंत्रों की कीमत करीब दो लाख रु. है इसके लिए सरकार 40 फीसदी सब्सिडी दे रही है। इसके अलावा हार्वेस्‍टर के साथ एसएमएस का उपयोग, मल्‍चर, श्रेडर, स्‍ट्रा रीपर जैसे उन्‍नत कृषि यंत्रों का इस्तेमाल किया जा सकता है। : Farmers Welfare Mission

किसानों की आय में होगी बढ़ोतरी : कैलाश विजयवर्गीय

मप्र में लघु और सीमांत किसानों की संख्या सबसे ज्यादा है, मगर उन तक तकनीक और संसाधनों की सीमित पहुंच है। मानसून पर निर्भरता की वजह से ये किसान फसल का सही उत्पादन भी नहीं कर पाते। जिसकी वजह से उन्हें फसल के उचित दाम नहीं मिलते। : Farmers Welfare Mission

कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि अन्नदाता की आय बढ़ाने के साथ वे खेती के साथ और भी व्यवसाय कर सके इसके लिए सरकार ने पॉलिसी बनाई है। कृषि विभाग के अलावा उद्यानिकी एवं फूड प्रोसेसिंग, खाद एवं नागरिक आपूर्ति, सहकारिता, पशुपालन एवं डेयरी और मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास विभाग को भी इसमें जोड़ा गया है। : Farmers Welfare Mission

किसानों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे जलवायु अनुकूल खेती करें। साथ ही ऐसी फसलों का उत्पादन करें जो पोषण और खाद्य सुरक्षा तय करते हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि इस पॉलिसी के जरिए गौशालाओं को बढ़ावा देने का काम भी किया जाएगा। इसके लिए आहार, डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था भी सरकार करेगी।

एमपी एवं केंद्र सरकार की योजनाओं से अप टू डेट रहने के लिए सरकारी योजना के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े।

👉 सरकारी योजना व्हाट्सऐप ग्रुप।

कृषि योजना खेती किसानी, मंडी, भाव लेटेस्ट बिजनेस एवं टेक की जानकारी के लिए आप 

👉 व्हाट्सऐप चैनल को फॉलो करें

यह भी पढ़िए…👉कृषकों को डिग्गी योजना में मिलेगा 3 लाख रुपए तक का अनुदान, आवेदन की प्रक्रिया सहित पूरी जानकारी देखें..

👉 मुर्गीपालन व्यवसाय शुरू कर रहे है? 1 करोड़ 40 लाख तक की सब्सिडी के लिए 13 अप्रैल तक यहां करें आवेदन

👉पशुपालकों के लिए खास योजना: गाय और भैंस पर मिलेगी 90% सब्सिडी, कैसे एवं कहां करें अप्लाई, जानें

👉एमपी के किसानों को तालाब बनवाने पर मिलेगा 75 प्रतिशत अनुदान, लाभ लेने के लिए यहां से अभी डाउनलोड करें फार्म पीडीएफ

प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.

Leave a Comment