समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी बंद हुई: अब लोकवन, सहित अन्य किस्मों के गेहूं के भाव में तेजी, जानें भाव

क्या समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी बंद होने के बाद गेहूं के भाव Gehun ka taaja bhav और अधिक बढ़ेंगे, जानिए

Gehun ka taaja bhav | समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी बंद हो चुकी है। इधर मंडियों में भी गेहूं की आवक कमजोर हो गई है। व्यापार विशेषज्ञ बताते हैं कि मंडियों में अब स्टॉक की खरीदी अधिक हो रही है, जिसके कारण गेहूं के भाव में तेजी बनी हुई है।

भले ही इस वर्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पिछले वर्ष की तुलना में अधिक खरीदी हुई हो लेकिन Gehun ka taaja bhav पिछले वर्ष के समान ही बने हुए हैं, बल्कि पिछले वर्षों से इस वर्ष गेहूं के भाव अधिक होने की संभावना है क्योंकि सरकारी स्तर पर एमओएस पर गेहूं की बिक्री किए जाने के आसार कम हैं। आइए इस खबर में जानते हैं कि गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी बंद होने के बाद Gehun ka taaja bhav क्या है एवं आगे क्या रहने की संभावना है …

इस वर्ष गेहूं की पैदावार कम हुई

गौरतलब है कि इस वर्ष रबी की फसलें दो तरह से खराब हुई है। पहले ठंड की बजाय गर्मी का प्रभाव अधिक रहा। इसके बाद देश के कई भागों में बेमौसम वर्षा से फसल खराब भी हुई है। वास्तविक नुकसान का आकलन कृषि मंत्रालय भी नहीं लगा सका। जानकार क्षेत्रों के अनुसार इस वर्ष गेहूं उत्पादन Gehun ka taaja bhav में गिरावट आई है। इसके अलावा क्वालिटी माल की सबसे अधिक कमी बताई जाती है। मालवा क्षेत्र में हल्के किस्म का मालवराज गेहूं सरकारी गोदामों में गया।

इस वर्ष सरकार नहीं बेच पाएगी खुले बाजार में गेहूं

कृषि मंत्रालय बोवनी के आंकड़ों के साथ उत्पादन अनुमान निकालकर बैठ जाता है। मौसम में खराबी को अंत तक नजर अंदाज करता रहता है। इसके परिणाम सामने आ रहे हैं। पिछले दिनों सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर दी गई थी कि जून-जुलाई से एमओएस के माध्यम से गेहूं Gehun ka taaja bhav की बिक्री की जाएगी। लेकिन अब इसकी संभावना बहुत ही कम है।

इधर दूसरी ओर प्रदेश की मंडियों में गेहूं की आवक अभी से सूख चुकी है, जबकि मई माह ही चल रहा है। गेहूं का कारोबार करने वाले व्यापारी बताते हैं कि इस वर्ष वार्षिक स्टॉक करने वाले उपभोक्ताओं की खरीदी भी कमजोर रही।

मिल क्वालिटी गेहूं के भाव बढ़े – Gehun ka taaja bhav 

मंडियों में आवक घटने से मैदा मिलों ने खरीदी भाव बढ़ा दिए है। अतः लगभग सभी मंडियों में हल्की किस्म के गेहूं के भाव एमएसपी से काफी ऊपर चले गए हैं। ऐसा लग रहा है कि यह वर्ष भी गेहूं में तेजी का रह सकता है। मिल क्वालिटी गेहूं 2300 से 2325 रुपए बोला जाने लगा। गेहूं के भावों में तेजी की वजह से आटा, मैदा एवं रवा के भावों में फिर से तेजी आने लगी है। गेहूं उत्पादों के भाव पुनः तेजी पकड़ने लगे हैं। ग्राहकी सामान्य से अधिक नहीं है।

आटा मिल वालों ने बढ़ाए गेहूं के भाव, लोकवन 2850 रुपए बिका

सरकारी पूल में गेहूं Gehun ka taaja bhav की कमी को आधार बनाकर भाव में उछाल लाया जा रहा है। रिस्क दोनों तरफ से है। अगर सरकार ने गेहूं आयात कर खुले बाजार में सस्ता बेचा तो हजारों बोरी का महंगा स्टॉक लाखों रुपए का नुकसान भी दे देगा। बुधवार को उज्जैन मंडी का नीलाम महंगा रहा। आटा मिल वालों ने 20-25 रुपए भाव बढ़ा कर खरीदी कर दी।

मल्टीनेशनल कंपनियां भी मंडियों से लोकवन गेहूं 2400 से 2600 रुपए भाव में खरीदी करवा रही हैं। इस साल बारिश से प्रभावित गेहूं Gehun ka taaja bhav होने से इसमें जल्दी डंक लगने का खतरा है। गीला-सूखा, कच्चा पक्का गेहूं टिकाऊ कम बताया जा रहा है। इस साल गेहूं की बाजी स्टॉक वालों के हाथ में रहेगी। 3000-3500 के भाव मानकर लगाया जा रहा धन ज्यादा लगा है।

लोकवन गेहं में आगे बड़ी तेजी की उम्मीद

Gehun ka taaja bhav गोल्ड होने के बाद स्टॉक वालों की तादाद भी बढ़ चुकी है। 300 रुपए से ज्यादा की तेजी ऑफ सीजन में आने की संभावना में ही बड़ी खरीदी ऊंचे से ऊंचे भाव पर चल रही है। 2700-2800 रुपए के भाव मंडी नीलाम में किसानों को लोकवन, पूर्णा गेहूं के मिल रहे हैं। यह भाव किसानों के लिए आकर्षक है। शनिवार को मंडी में आवक कम रही, भाव में तेजी बनी रही।

चिमनगंज मंडी उज्जैन के गेहूं कारोबारी अमर अग्रवाल ने बताया यह साल गेहूं का मानकर ही व्यापारी इसमें निवेश कर रहे हैं। भाव आगे तेज रहेंगे ऐसा ट्रेंड चलाया जा रहा है, लेकिन पक्के तौर पर तेजी वाले भाव का दावा नहीं कर रहे। 300-400 रुपए की रिस्क लेकर व्यापार करने वाले कारोबारी इतना ही लाभ मान रहे ।

व्यापार दिन-रात में बदल जाता है, कब कौन सी खाद्य नीति लागू कर दी जाए। सरकार की नजर में भी गेहूं के बड़े भाव Gehun ka taaja bhav की जानकारी है। इधर व्यापारियों को व्यापार करना है, खरीदो बेचो इस समय रुककर एकतरफा खरीदो जो भी भाव मिले खरीदो। इधर किसान इतने अच्छे भाव मिल रहे जितना बेच सको बेच दो। अब गेहूं की आवक ओर भाव की ताजा पोजीशन मंगलवार की खुलती मंडी में पता चलेगी।

पूर्णा गेहूं के भाव में भी तेजी

गुजरात वालों की एमपी Gehun ka taaja bhav की मंडियों में पूर्णा गेहूं की खरीदी से पूर्णा गेहूं के भाव में पिछले सप्ताह (8 से 13 मई 2023) तेजी आई है। चिमनगंज मंडी उज्जैन में पूर्णा गेहूं में खरीदी होने से 100 रुपए से ज्यादा की भाव वृद्धि हो चुकी है। 4 हजार रुपए के भाव मानकर खरीदी करने वाले तो आगे बड़ा लाभ मानकर 2300 से 2600 रुपए तक के भाव पर भी बोली लगा रहे हैं।

इस साल गेहूं का स्टॉक करने की होड़ कारोबारियों में ज्यादा देखी जा रही है। उज्जैन मंडी व्यापारी महेश मेहता ने बताया रोटी में ही अब पौष्टिकता होने से बेस्ट सुपर गेहूं ऊंचे भाव पर खरीदा जा रहा है ऐसे ग्राहक मात्र 10 फीसदी के आसपास है। शेष 2600-2700 रुपए के भाव पसंद नहीं कर रहे हैं।

गेहूं के स्टाकिस्ट हुए सक्रिय

इस वर्ष गेहूं Gehun ka taaja bhav की दिशावर में मांग कमजोर होने से व्यापार आधे सीजन में ही खामोश हो गया। जिससे भविष्य में तेजी की मनोदशा बन जाने से स्टाकिस्ट सक्रिय हो गए हैं। इधर स्थानीय उपभोक्ताओं की मांग पूर्णा, सरबती में मजबूत है।

सीजन के शुरुआती दिनों में किसानों को गेहूं के काफी आकर्षक भाव मिल रहे थे। बता दें बीते दो तीन साल कोरोना के चलते सालाना गेहूं स्टाक करने वाले ग्राहकों में कमी आ गई थी। अधिकतर रेडीमेड आटा खरीदना पसंद कर रहे थे। इस बार पुनः गेहूं खरीदी पर रुझान बढ़ा है।

मंडियों Gehun ka taaja bhav में अब स्टाकिस्टों की खरीदी बढ़ गई है। नीलामी में खरीदा अधिकांश गेहूं स्टाक में जा रहा है। कारोबारियों को 2000 से 2300 रुपये क्विंटल बिक रहे गेहूं में 300 से 500 रुपये क्विंटल की तेजी दिखाई दे रही है। यानी भविष्य में गेहूं के भाव 3000 रुपये क्विंटल पार कर जाएंगे।

इंदौर मंडी में गेहूं के भाव

इंदौर की मंडी लोकवन गेहूं का रेट सबसे ज्यादा 2650-2700 रुपये रहा, वहीं मिल क्वालिटी गेहूं 2300-2325, पूर्णा गेहूं 2550-2600, मालवराज गेहूं 2275-2300 रुपये क्विंटल रहा। देशभर में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का कुल आंकड़ा 15 मई तक 25.9 मिलियन टन पर पहुंच गया है।

अंत तक खरीदी 27 मिलियन टन तक पहुंचने की उम्मीद है। सरकार अब निश्चिंत है। दरअसल, सरकारी खरीदी के सहारे अब गोदामों Gehun ka taaja bhav में सार्वजनिक वितरण की आवश्यकता से 8 मिलियन टन भंडारण ज्यादा हो चुका है। बफर स्टाक के साथ सरकार की कुल आवश्यकता 18.4 मिलियन टन की रहती है।

गेहूं फ्लोर मिल डिलीवरी भाव

  • आयटीसी उज्जैन 2400
  • देवास 2425
  • पीथमपुर 2425
  • मालवा एग्रो इंदौर 2380
  • बजरंग घाटा बिल्लौद 2335
  • मालवराज 2180
  • संघवी फूड देवास 2325
  • निमरानी 2385
  • खंडवा ऑयल्स 2400
  • मालवराज 2275
  • हरदा 2340
  • रानी सती सेंधवा 2400
  • चमेली देवी फ्लोर मिल्स निमरानी 2375
  • कमांडर इंडस्ट्रीज खंडवा 2400
  • अक्षत निमरानी 2360
  • मालवराज 2260
  • संजय उत्तम औरंगाबाद 2500
  • जीके औरंगाबाद 2510 से 2520 रुपए।

गेहूं के ताजा वर्तमान भाव

गेहूं लोकवन 1860 से 2795 रूपए, गेहूं शरबती 2401 से 3656 रूपए, गेहूं पूर्णा 2060 से 2800 रूपए, गेहूं पोषक 2024 से 2312 रूपए प्रति क्विंटल।

क्या गेहूं के भाव बढ़ेंगे या नहीं जानिए

बीते वर्ष Gehun ka taaja bhav में भारी तेजी दर्ज हो चुकी है। विश्लेषकों का यह भी मानना है कि इस बार सरकार को समर्थन मूल्य पर लक्ष्य से काफी अधिक मात्रा में गेहूं मिला है। केंद्र सरकार की एजेंसी भारतीय खाद्य निगम भी इस बार जून ,जुलाई से खुले बाजार में गेहूं बेचना शुरू कर देगी। ऐसे में गेहूं में भारी तेजी की संभावना पर शंका पैदा करता है। ऐसा भी माना जा रहा है कि आने वाला साल चुनाव का होने से सरकार खाद्यान्न की तेजी पर नजर रखेगी। निर्यात पर प्रतिबंध पहले से ही लगा हुआ है।

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