बंपर पैदावार देने वाली चना की टॉप 5 नवीन किस्मों के बारे में जानिए, 8 क्विंटल प्रति बीघा तक पैदावार मिलेगी

अगर आप भी आने वाले सीजन में चना की फसल लगाने का मन बना रहे है तो, यहां जानिए 8 क्विंटल बीघा तक पैदावार देने वाली चना की टॉप 5 किस्में (Gram Varieties)…

👉व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

Gram Varieties | चना भारत की सबसे महत्वपूर्ण दलहनी फसल है। चने को दालों का राजा भी कहा जाता है.। मुख्य रूप से चना की खेती मुख्य रूप से उत्त्तरप्रदेश, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान तथा बिहार में की जाती है। सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में चने की खेती की जाती है।

चना शुष्क एवं ठंडी जलवायु की फसल है इसे रबी मौसम में उगाया जाता है। सोयाबीन फसल की कटाई होने के बाद नवंबर दिसंबर यानी रबी सीजन में चने की बुवाई शुरू कर दी जाती है।

देश का हर किसान चाहता है की, वह फसल से ज्यादा से ज्यादा उपज ले सकें। आपको बता दे की, चने के अच्छे उत्पादन के लिए बेशक उन्हें बिजाई हेतु एक अच्छी किस्म Gram Varieties का चयन करना होता है।

ऐसे में कई किसानों की क्वेरी रहती है, की वह चने की कौन सी किस्म लें जिससे उसे ज्यादा से ज्यादा उपज मिले ? चने की सबसे अच्छी किस्म कौन सी है? आज हम आपको इन्हीं प्रश्नों के जवाब डिटेल में देंगे। चने की टॉप 5 किस्म के बारे में जानकारी जानने के लिए आर्टिकल को अंत तक पढ़ें…

1. चना – फूले विक्रांत किस्म

Gram Varieties | चने की यह फुले विक्रांत किस्म https://choupalsamachar.in/vikrant-phule-channa-variety/ एक अत्यंत उन्नत नवीनतम किस्म महात्मा फूले कृषि विश्वविद्यालय, राहुरी से हाल ही में जारी की गई है। फूले विश्वविद्यालय से पूर्व में चने की अत्यंत लोकप्रिय किस्में विजय, विशाल एवं दिग्विजय पूर्व में प्रसारित की जा चूकि है।

किन्तु यह किस्में बहुत पुरानी हो चुकी थी अत: नई परिस्थिति एवं वातावरण के अनुरूप एक नवीन किस्म जो कि बीमारियों एवं कीटों के प्रति प्रतिरोधकता के साथ किसानों को अधिकतम उत्पादन के साथ अधिकतम लाभ प्रदान कर सकें ऐसी एक आवश्यकता थी।

इसी बात को ध्यान रखते हुए मध्यम एवं गहरी जमीनों हेतु 20 अक्टूबर से रबी की बीजाई हेतु बीज दर 30 कि.ग्रा. एकड़ रखने एवं 1 से 2 सिंचाई देने पर आदर्श परिणाम। असिंचित स्थितियों के लिए भी उपयुक्त किस्म Gram Varieties।

इस किस्म का दाना आकर्षक रंग पीला- ब्राउन, आकार मध्यम व विल्ट (उक्टा) के लिए प्रतिरोधकता वाली किस्म सिंचित स्थितियों में अधिकतम उत्पादन क्षमता 42 क्विंटल हेक्टेयर एवं व्यवहारिक परिस्थितियों में किसानों द्वारा इससे भी अधिक उत्पादन लेकर चने की खेती को लाभ की खेती बनाने का कार्य इस किस्म का उत्पादन लेकर किसान प्राप्त कर सकेगें। इस किस्म की अवधि 105 से 110 दिवस है।

2. चना पूसा मानव ( BGM – 20211 ) किस्म

Gram Varieties | चने की यह अत्यंत उन्नत किस्म पूसा एव (IARI) नई दिल्ली द्वारा हाल ही में मध्य क्षेत्र हेतु जारी की है जो कि म.प्र., राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़, विदर्भ क्षेत्र के लिए अनुशंसित है। चने की यह एक चमत्कारी एडवांस जनरेशन की जिनोमिक्स तकनीक से बनी एक उन्नत किस्म है।

इस किस्म की अवधि काफी अर्ली लगभग 108 से 110 दिन, दाना पीला (गहरा भूरा), आकर्षक 100 दानों का वजन लगभग 20 ग्राम, बीज दर 25-30 किलो एकड़ यह विल्ट (उक्टा) के प्रति अत्यधिक प्रतिरोधी किस्म है यह शुष्क, जड़ गलन, कालर राट एवं बोने पन के प्रति मध्यम रूप से प्रतिरोधी है।

इस किस्म Gram Varieties की उत्पादन क्षमता परम्परागत किस्मों से लगभग दोगुनी है यानि लगभग 42 क्विंटल हेक्टेयर तक व्यवहारिक रूप से इस किस्म का उत्पादन किसानों द्वारा लिया गया है। इस किस्म में प्रोटीन की मात्रा 18.92% जो कि सर्वाधिक है।

हर घेघरे में (पाड) में 2-3 दाने अत्याधिक शाखाओं वाला फैलावदार पौधा, बेड पद्धति, चुपाई (डिबलिंग) विधि, डिप पद्धति से भी इस किस्म का उत्पादन लिया जा सकता है। चने की यह चमत्कारी किस्म चने की खेती में एक मील का पत्थर साबित होगी तथा चने की खेती को एक नई दिशा प्रदान करेगी।

👉व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

3. चना – आर. वी. जी. 204 (RVSSG 8102) किस्म

चने की यह अत्यंत उन्नत किस्म Gram Varieties मैकेनिकल हार्वेस्ट हेतु ऊँची किस्म होने से हार्वेस्टर से काटने हेतु उपयुक्त किस्म है। चने यह किस्म राजमाता सिंधिया कृषि विश्वविद्यायल के सिहोर केन्द्र से वर्ष 2021 में जारी की गई है।

देश के मध्य क्षेत्र मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट, बुंदेलखण्ड हेतु समय से बोनी के लिए अनुशंसित की गई है। इस किस्म को ICCV 10 व ICCL 87322 चने की किस्मों के क्रास से यह किस्म विकसीत की गई है।

इसका दाना आकर्षक, मध्यम आकार, 100 दानों का वजन लगभग 24 ग्राम इस किस्म की अवधि 110 दिवस सिंचित अवस्था में रहेगी।

चने की इस किस्म Gram Varieties को एडवांस जनरेशन की किस्म के रूप में एक बड़ा नाम किसानों के बीच मिलने वाला है क्योंकि रोग प्रतिरोधकता, उच्च उत्पादकता, हार्वेस्टर से काटने की सुविधा जिससे मजदूरी, समय व लागत की बचत ऐसे गुण है जो इस किस्म को बहुत जल्दी एक बड़े कृषि क्षेत्र में आच्छादित कर देंगे।

ये भी पढ़ें 👉 जल्दी एवं कम पानी में बंपर उत्पादन देगी HI 1650 किस्म, 80 क्विं. पैदावार, जानें डिटेल..

4. चना – जॉकी – 92 – 18 किस्म

Gram Varieties | पंजाबराव कृषि विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2008 में मध्य क्षेत्र हेतु रबी में बोनी हेतु जारी की गई इस किस्म की अवधि सिंचाई अनुसार 93 से 120 दिवस है। अत: यह एक अर्ली किस्म होने से सूखे की स्थिति में वर्षा में पानी की कमी में भी अच्छी उत्पादन देने में सक्षम है।

चने की इस किस्म के पौधे अर्ध फैलाव, दाना बोल्ड, दाने का रंग पीला, सुनहरा, पौधा अच्छे विगर वाला, पौधे की ऊँचाई 37 से.मी., फूलों की संख्या काफी अधिक, फूलों का रंग गहरा गुलाबी, फली का साईज बड़ा, 100 दानों का वजन 28.5 ग्राम।

जड़ सड़न एवं फ्यूजेरियम विल्ट के लिये प्रतिरोधक जाति इस किस्म के पौधे का तना मजबूत होने से आड़ा (लॉजिंग) पड़ने की समस्या नहीं। परिपक्वता अवधि के 15-20 दिन बाद भी शेटरिंग चने के फूटने / खिरने की समस्या नहीं। : Gram Varieties

अच्छी अंकुरण क्षमता एवं फैलाव वाले गुणों के कारण इस चने की किस्म की बीज दर 85 से 100 किलो प्रति हेक्टेयर। लाईन से लाईन की दूरी 12″ इंच, फर्टिलाइजर अनुशंसा N-20P-40K 60 रखने पर एवं अक्टूबर माह में प्रथम से दूसरे सप्ताह में बोनी करने पर आदर्श परिणाम।

व्यवहारिक परिस्थितियों में किसानों द्वारा 30 क्विंटल हेक्टेयर से भी अधिक उत्पादन इस किस्म में किसानों को देकर उनकी प्रिय किस्म Gram Varieties के रूप में अपनी एक विशिष्ट पहचान बना ली है।

5. चना काबुली – पी. के. वी. -2 (काक-2 ) किस्म

Gram Varieties | काबुली चने की यह किस्म पंजाबराव कृषि विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2001 में माह अक्टूबर / नवंबर रबी सीजन में बोनी हेतु जारी की गई है।

यह एक अत्यंत अर्ली किस्म, अवधि 91 – 113 दिवस की होने से वर्षा की नमी में या एक सिंचाई देने पर भी सूखे की स्थिति में उत्तम परिणाम देने में सक्षम किस्म है। इस किस्म के पौधे की ऊँचाई लगभग 56 से.मी. फैलाव वाली किस्म, फूलों के रंग सफेद, फली व दाने का आकर बोल्ड।

विल्ट के लिये प्रतिरोधक जाति। अत्यंत जल्दी आने वाली किस्म होने से हरा चना छोले में विक्रय हेतु सर्वश्रेष्ठ किस्म Gram Varieties, खाने में अत्यंत स्वादिष्ट होने से अच्छे बाजार भाव।

इस किस्म में लाईन से लाईन की दूरी 18 इंच ( 45X10 से.मी.) रखने व बीज दर 110-115 किलो हेक्टेयर रखने, फर्टिलाइजर अनुशंसा N – 40-60 P 30 प्रति हेक्टेयर रखने, एक से दो सिंचाई देने पर आदर्श परिणाम। इस किस्म ने अपनी अत्यधिक उत्पादन क्षमता व सूखा निरोधक किस्म। जल्दी आने के गुणों के कारण अपना एक विशिष्ट स्थान काबुली चने की खेती करने वाले किसानों में बना लिया है।

नोट :- उपरोक्त बीजों का विवरण / विशेषताएं आदर्श कृषि कार्यशाला एवं आदर्श परिस्थितियों के अनुसार प्राप्त जानकारी के आधार पर तथा कृषकों से प्राप्त व्यावहारिक / वास्तविक आँकड़ों के आधार पर दिये गये हैं। इन आदर्श स्थितियों में परिवर्तन होने पर उपरोक्त विशेषताओं / आँकड़ों में भी परिवर्तन हो सकता है।

Gram Varieties | चना किस्मों के बीज यहां से खरीदे

वसुंधरा सिड्स कंपनी :

ऑफिस : 51, राजस्व कॉलोनी, टंकी पथ, उज्जैन – 456010 (म. प्र. )

फोन : 2530547 फेक्स: 0734-2530547 मो. : 9301606161, 94253-32517

ई-मेल : vasundharabio@yahoo.co.in

गोडाउन का पता : – 

बड़ी उद्योगपुरी, मक्सी रोड, महावीर तोल काँटे के पास गोल्डन टाइल्स के सामने, उज्जैन (म.प्र.) मो. 9302139253, 9669176048

खेती किसानी की नई नई जानकारी से अपडेट रहने के लिए आप हमारे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो कर सकते है।

👉व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

यह भी पढ़िए….👉 60 से 65 दिनों में बंपर पैदावार देने वाली मटर की टॉप 10 उन्नत किस्में

👉 GW 513 गेंहू के बाद रोगप्रतिरोधी GW 547 देगी बंपर उत्पादन, चपाती के लिए उपर्युक्त, जानें खासियत

👉सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को मिलेगी नई तकनीक, इस तरह 50% अधिक उत्पादन से कमा सकेंगे मोटा मुनाफा

प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.

2 thoughts on “बंपर पैदावार देने वाली चना की टॉप 5 नवीन किस्मों के बारे में जानिए, 8 क्विंटल प्रति बीघा तक पैदावार मिलेगी”

  1. सर जी नमस्कार, मुझे चने की originally PUSA MANAV seed Lena hai or
    Wheat ki HI 1670 variety lene hai
    Agar aap ke pass available hai to please reply me very early

    Reply

Leave a Comment