Kisan 888 and 444 Wheat variety details: गेंहू की किसान 888 एवं किसान 444 किस्म की सिंचाई, उपज क्षमता, खाद/उर्वरक कितना लगेगा, जानें लेख में.
Kisan 888 and 444 Wheat variety details | भारत में लगभग 29.8 मिलियन हेक्टेयर में गेहूं की खेती होती है, देश में 2006-07 में गेहूं का उत्पादन 75.81 मिलियन मिट्रिक टन था, जोकि 2011-12 में काफी बढ़कर 94.88 मिलियन मीट्रिक टन हो गई है। हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य हैं।
किसानों की आय बढ़ाने सरकार एवं कृषि वैज्ञानिक आगे आ रहे है। ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों के लिए बंपर उत्पादन देने वाली किसान 888 किस्म (Kisan -888 variety) एवं किसान 444 किस्म (Kisan -444 variety) तैयार की है। जो गर्मी को मात देकर भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है। इस किसान 888 वैरायटी की पूरी डिटेल जानने के लिए चौपाल समाचार के इस लेख को अंत तक पढ़े..
किसान 888 गेंहू किस्म की हिंदी में जानकारी (Kisan 888 and 444 Wheat variety details)
गेंहू की यह किसान 888 वैरायटी को कृषि वैज्ञानिक डॉ. तलीक गोसाई जी द्वारा किसानों के साथ मिलकर करनाल में बनाई गई थी। इसी के चलते का इस वैरायटी का नाम किसान 888 रखा गया। इसे 2019 में जारी किया गया है। जिसके बाद इस किस्म के ट्रायल के लिए उत्तरी भारत के बुंदेलखंड, उत्तरप्रदेश, हरियाणा एवं एमपी में कुछ किसानों को इस वैरायटी के बीज दिए गए। जिनसे काफी अच्छा रिजल्ट निकला है।
यह किस्म मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड, उत्तरप्रदेश हरियाणा, एवं पंजाब के कुछ क्षेत्रों के लिए अनुसंशित की गई है। यह किस्म किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही। किसान 888 की वैरायटी (Kisan 888 and 444 Wheat variety details) की उपज क्षमता कितनी है ? कितने दिनों में तैयार होगी किसान 888 गेंहू वैरायटी ? एवं किसान 888 वैरायटी में सिंचाई, खाद एवं उर्वरक कितना देना होगा ? यह जानने के लिए लेख को पढ़ते रहिए।
रोगप्रतिरोधी है किसान 888 गेंहू वैरायटी
आपको बता दे की, इस किस्म में अति रोगप्रतिरोधी क्षमता है। यह वैरायटी दूसरी किस्मों के मुकाबले रोगों से लड़ने में सक्षम है। इस किस्म की सबसे खास बात यह है की, किसान 888 वैरायटी में पीला रतुआ और ब्लास्ट (Kisan 888 and 444 Wheat variety details) जैसी बीमारियां लगने की संभावना बहुत कम होती है। साथ ही इसमें कई तरह की बीमारियां लगने का खतरा नहीं रहता है। इस वजह से उत्तर भारत के कई किसानों द्वारा इस वैरायटी को काफी पसंद किया जा रहा है।
किसान 888 गेंहू वैरायटी की खासियत
इस वैरायटी के पौधे की लंबाई 100 से 101 सेंटीमीटर बताई जा रही है। इसके पौधे का तना काफी मोटा होता है। इस वैरायटी की बालियां काफी बढ़ी रहती है। एक बाली में 25 से 26 मक्खी रहती है। जिसमे एक मक्खी में 3 से 4 दाने है। यानी इसकी एक बाली में 110 से 130 दाने आसानी से निकलते है।
इसमें लॉजिंग की समस्या भी नही है। वही इस किसान 888 वैरायटी (Kisan 888 and 444 Wheat variety details) में इटोलरिंग (गर्मी के प्रति सहनशीलता) की समस्या अभी तक देखने को नहीं मिली है। यानी यह वैरायटी गर्मी में भी समय पूर्व नही पककर भी बंपर उत्पादन देने की क्षमता रखती है। जिनसे किसान साथी अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
किसान 888 गेंहू वैरायटी की खेती कैसे करें ?
किसान 888 गेंहू वैरायटी का बिजाई का समय – इस वैरायटी को किसान साथी पूरे नवंबर-दिसंबर में बो सकते है। उचित समय पर बुवाई करने से किसानों को अच्छा उत्पादन देखने को मिल सकता है।
किसान 888 गेंहू वैरायटी में बीज दर – इस वैरायटी का बीज दर 50 से 55 किलो प्रति एकड़ है।
किसान 888 गेंहू वैरायटी में खाद/उर्वरक – किसान 888 वैरायटी को खेती के समय 1 बैग डीएपी 3 बैग यूरिया उचित मात्रा में देवे।
सिंचाई व्यवस्था – इस किस्म (Kisan 888 and 444 Wheat variety details) में वैसे तो कम से कम 3 पानी अवश्य देवे। इसके अलावा वैरायटी में 4 से 5 पानी भी दे सकते है।
किसान 888 गेंहू वैरायटी की उपज/उत्पादन क्षमता एवं पकने की अवधि
(Kisan 888 and 444 Wheat variety details)
यह वैरायटी इटोलरिंग के बाद भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है। इस वैरायटी की उत्पादन/उपज क्षमता एक एकड़ में 32 क्विंटल या 70 से 75 क्विंटल प्रति हेक्टेयर औसतन देखी गई है। इसके अलावा अधिकतम उत्पादन 82 तक ले सकते है। वही बात करें इस वैरायटी के पकने की तो, यह वैरायटी 140 से 145 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
किसान 444 गेंहू वैरायटी की जानकारी
गेंहू की किसान 444 वैरायटी की अधिकतम उत्पादन क्षमता अधिकतम 35 क्विंटल प्रति एकड़ तक ली गई है। इसकी 1 बाली की लंबाई 12 से 14 इंच है। इसमें 95 से 110 दाने निकलते है। यह किस्म खासकर एमपी में काली मिट्टी (Kisan 888 and 444 Wheat variety details) के लिए अनुसंशित की गई है। हालांकि यह अन्य तरह की मिट्टी में भी बोई जा सकती है।
लेकिन इसकी उपज क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। इस वैरायटी का बिजाई का समय अक्टूबर- नवंबर है। इसमें 4 पानी औसतन दे सकते है। बात करें खाद एवं उर्वरक (Kisan 888 and 444 Wheat variety details) की तो, अच्छी उपज के लिए किसान भाई पहली सिंचाई के समय 1 बैग NPK देवे। जिसके बाद दूसरी सिंचाई के समय 1 बैग यूरिया देवे। यह वैरायटी 130 से 150 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
किसान 888 गेंहू किस्म एवं अन्य फसलों की वैरायटीयों के संबंध में अधिक जानकारी के लिए वसुंधरा सीड्स, उज्जैन से संपर्क कर सकते है –
- प्रदीप खड़िकर : 9301606161 / 0734-2530547
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