किसान बर्बाद होने की कगार पर, खरीफ के साथ-साथ रबी फसलों पर मंडराया गंभीर संकट, विधायक ने CM से यह की मांग…

MP krishi news : खरीफ फ़सलें बारिश नहीं होने के कारण नष्ट हो रही है। विधायक ने मुख्यमंत्री से यह मांग की…

MP krishi news : मध्य प्रदेश के साथ देश के कई राज्य गंभीर सूखे की चपेट में है। खरीफ के साथ-साथ रबी फसल पर भी संकट मंडराने लगा है। इसके बावजूद शासन प्रशासन अभी तक इस गंभीर संकट का आकलन ही नहीं कर पाया है।

किसान संगठन एवं किसान बेबस हैं। कृषि विशेषज्ञ एवं व्यापार विशेषज्ञों की मानें तो मानसून को लेकर जिस प्रकार के हालात अभी बने हैं उससे निकट भविष्य में खाद्यान्न सहित अन्य कई प्रकार की गंभीर समस्याएं खड़ी होने वाली है। इस बीच किसान पूरी तरह बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गए हैं। किसाने की समस्याओं को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार को पत्र लिखकर मांग MP krishi news की है यह मांग की है…

मानसून को लेकर किसाने की उम्मीदें टूटी

MP krishi news मध्य प्रदेश के कई जिलों में किसानों के उम्मीद टूटी हुई दिखाई दे रही है। अलनीनो के प्रभाव को देखते हुए बारिश न होने से सोयाबीन की फसल लगभग बर्बाद हो चुकी है। प्रदेश में बहुत सारे किसानों ने परेशान होकर बारिश की आस छोड़ दी है। सोयाबीन की फसल मध्यप्रदेश के कुछ क्षेत्र में लगभग नष्ट होने लगी हैं।| नष्ट होने के कारण सोयाबीन की फसल लगभग सूखने लगी है। जिसको देखते हुए सोयाबीन किसानो को सोयाबीन की फसल कटाई का खर्च भी महंगा पड़ रहा है जिस कारण से सोयाबीन किसान प्रदेश में रोटावेटर से फसल की कटाई कर रहे है।

मानसून पर अलनीनो का प्रभाव

भारत में दिसंबर 2023 से फरवरी 2024 तक अलनीनो पिक पर यानी 95% रह सकता है। पहले जून में मानसून लेट आने से किसानों को दुखी किया था वैसे ही जुलाई में वापस बारिश शुरू हुई और किसानों की खुशियां लोटी परन्तु अगस्त में बारिश न होने से किसान हुआ यह बेबस है और अब अल नीनो का प्रभाव बढ़ता दिख रहा है। MP krishi news

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खरीफ फसलें तो नष्ट हुई, रबी फसलें भी नहीं हो पाएगी

अगले एक सप्ताह तक मानसून सिस्टम प्रभावी नहीं होता है एवं बारिश नहीं होती है तो खरीफ फैसले पूरी तरह नष्ट हो जाएगी। इसी के साथ रबी फसलों की संभावना भी खत्म हो जाएगी। क्योंकि इस वर्ष औसत से बहुत ही कम बारिश हुई जिसके कारण जल स्तर में ही सुधार पाया नहीं कोई बावड़ी तालाब नहीं भर पाए। MP krishi news

बारिश नहीं हुई तो सभी ग्रीष्मकालीन फसल धान मक्का, जवाहर, तुवर, उड़द, मूंग, कपास, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरंडी, गवार, कपास, गन्ना के उत्पादन पर पड़ सकता है। ज्यादा प्रभाव और जो थोड़ी बहुत उम्मीद बची हे वो भी टूट जाएगी। MP krishi news

इसके चलते किसानो के लिए परेशानी का दौर चल रहा हे साथी विदेशी मौसम विभाग की बात सही निकली तो दिसंबर 2023 से फरवरी 2024 तक जब रबी फसलों को पानी चाहिए तब बारिश नहीं होगी, जिसके चलते अगली फसलों का क्या होगा इससे किसान और भी परेशान हैं। किसान इसी बात से चिंतित है कि खरीफ फसलों फसल तो नष्ट होने की कगार पर है वहीं अब रबी फसल भी नहीं हो पाएगी। MP krishi news

पैदावार घटेगी, भाव बढ़ेंगे

अगस्त माह के दौरान 200 मिमी से कम बारिश हुई है। पिछला सबसे सूखा साल 2005 का था। तब अगस्त में 100 मिमी बारिश भी नहीं हुई थी, जबकि इस साल अब तक जिले में औसत 115 मिमी बारिश दर्ज हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल ऐसा कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है, जिससे कि अच्छी बारिश की संभावना बनें अच्छी बारिश की स्थिति 5 सितंबर के बाद बन सकती है। इस समय फसलों में दाना आने का समय है, इसमें पानी की जरूरत पड़ती है। किसानों ने अपने संसाधनों से सिंचाई प्रारम्भ कर दी गयी है। एक हफ्ते बाद स्थिति साफ हो जाएगी कि खरीफ सीजन में उत्पादन की स्थिति कैसी रहेगी। MP krishi news

21 राज्यों में 2 सितंबर तक बारिश की संभावना नहीं

मानसून सीजन का तीसरा महीना खत्म होने को आया है, लेकिन देश में इस वक्त सूखा पड़ा हुआ है। बीते एक हफ्ते से पूर्वोत्तर और दक्षिण के कुछ राज्यों को छोड़कर पूरे देश में बारिश रुकी हुई है। देश में सामान्य से 8% कम बारिश हुई है। MP krishi news

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस समय मानसून पर ब्रेक लगा हुआ है, जो अगले चार से पांच दिन तक बना रह सकता है। IMD के मुताबिक, 2 सितंबर तक नॉर्थ-ईस्ट के 8 राज्यों- असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैण्ड और सिक्किम में बारिश हो सकती है। बाकी बचे 21 राज्यों में बारिश की संभावना नहीं है। MP krishi news

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विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

बारिश नहीं होने के कारण फसलें नष्ट हो रही है। इसके बावजूद कृषि विभाग के अधिकारी एवं नेता अभी तक इस और ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अभी तक किसी ने भी किसानों की सुध नहीं ली है, किसान बेबस से हैं।

किसाने की हालत को देखते हुए उज्जैन जिले की घटिया विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामलाल मालवीय ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। विधायक श्री मालवीय ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग MP krishi news की है कि अल्पवर्षा से नष्ट हो रही फसलों का सर्वे करवाकर बीमा एवं राहत राशि प्रदान करें। विधायक श्री मालवीय ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि वर्तमान में मेरे विधानसभा क्षेत्र सहित संपूर्ण जिले एवं प्रदेश में अल्प वर्षा के कारण अन्नदाता किसान भाईयों के खेतों में खड़ी सोयाबीन एवं अन्य फसलें पीली होकर नष्ट हो रही है।

फसलों में 50 से 70 प्रतिशत तक नुकसान हो चुका है। ऐसी स्थिति में किसान भाई चिंतित है, ओर इस संबंध में क्षेत्र के किसानों द्वारा लगातार फसलों की स्थिति से अवगत कराया जा रहा है तथा यह स्थिति आने वाले कुछ दिनों में वर्षा के अभाव में और बढ़ सकती है। ऐसी स्थिति में जल्द ही शासन द्वारा फसलों का सर्वे करवाकर किसानों को बीमा एवं राहत राशि प्रदान करें। MP krishi news

नया सोयाबीन मंडियों में आने लगा, यह भाव चल रहे..

इस साल किसानों को सोयाबीन की खेती से धोखा मिल रहा है। आखिरी दौर की बारिश नहीं होने से पौधे सूख रहे हैं। कुछ दाने फली में हैं, वे पक गए हैं। मंडियों में नए सोयाबीन बिकने भी आने लगा है। भाव भी 4200 से 4700 रुपए प्रति क्विंटल के मिले। गत वर्ष का स्टॉक 50 फीसदी से ज्यादा का रुका हुआ है। भाव 5000 रुपए के रहे तो किसानों ने भाव बढ़ने की संभावना में रोक लिया लेकिन अब भाव घटते जा रहे हैं। इस वर्ष 60 फीसदी से कम पैदावार की उम्मीद जता रहा है। कच्ची-पक्की उपज मंडी में 15 सितंबर तक भरपूर आवक में आने लगेगी। MP krishi news

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