एमपी के मूंग उत्पादक किसान परेशानी में, किसानों ने राज्य सरकार से यह की मांग..

राज्य शासन के एक आदेश MSP mung purchase से मूंग उत्पादक किसान नाराज हैं किसानों ने सरकार से यह की है मांग..

MSP mung purchase | मध्य प्रदेश के नर्मदा पुरम, धार, हरदा, बड़वानी, खरगोन, खंडवा सहित कई जिलों में गर्मी के सीजन में मूंग की खेती अधिक होती है। किसानों को मूंग की खेती से अच्छा लाभ मिल रहा है। कम लागत एवं कम दिन में पकने वाली मूंग की खेती किसानों के लिए रबी एवं खरीफ सीजन के बीच की अवधि में तीसरी फसल के रूप में स्थापित होने लगी है।

इसी बीच राज्य सरकार के एक आदेश के चलते मूंग उत्पादक किसान नाराज हो गए हैं। किसानों ने सरकार से आदेश वापस लेने की मांग की है। किसने की क्या है परेशानी एवं सरकार ने क्या दिया आदेश आइए जानते हैं..

प्रदेश में MSP पर मूंग की खरीदी शुरू

MSP mung purchase ; सरकार की ओर से किसानों से प्रति वर्ष रबी व खरीफ फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जाती है। रबी सीजन के प्रमुख फसल गेहूं की खरीदी के पश्चात अब प्रदेश के मूंग उत्पादक जिलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी शुरू हो चुकी है। प्रदेश के किसानों से जायद मूंग व उड़द की एमएसपी पर खरीद की जा रही ताकि उन्हें अपनी फसल का उचित मूल्य प्राप्त हो सके।

केंद्र सरकार की ओर से मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 8682 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। वहीं उड़द का एमएसपी (Minimum Support Price) 7400 रुपए प्रति क्विटल है। जायद सीजन या विपणन वर्ष 2024-25 में सरकारी एजेंसियों द्वारा इसी तय कीमत पर किसानों से मूंग व उड़द की खरीदी जाएगी।

सरकार के इस आदेश से किसान निराश

समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी 27 जून से शुरू हो चुकी है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के द्वारा मूंग की खरीदी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा जारी किए गए परिपत्र के अनुसार इस बार किसानों से 6 क्विंटल प्रति एकड़ की बजाए 8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मूंग की खरीदी होगी। इससे किसानों में निराशा हैं। किसानों का कहना है कि खरीदी की मात्रा कम कर प्रदेश सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है। MSP mung purchase

पिछले वर्ष यह थे निर्देश

MSP mung purchase ; पिछले साल 6 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से मूंग खरीदी हुई थी। लेकिन इस वर्ष सरकार ने मूंग खरीदी की मात्रा 8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तय कर दी है। इससे किसानों में खासी नाराजगी है। किसानों का कहना है कि सरकार ने 20 दिन देरी से समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी शुरू की है। इसके बाद मात्रा भी पिछले साल से आधी कर दी है। इससे किसानों को नुकसान होगा।

विधायक ने CM को लिखा पत्र

किसानों ने सरकार से मांग की है कि सरकार को तत्काल 6 क्विंटल प्रति एकड़ खरीदी का आदेश देना चाहिए। वहीं इसके अलावा पिछले साल मूंग खरीदी में समितियों व वेयर हाउस मालिकों ने भ्रष्टाचार किया था, उन समितियों और वेयर हाउसों को खरीदी व मूंग रखने की अनुमति नहीं दी जाए। इधर, विधायक डॉ. आरके दोगने ने सीएम डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है। इसमें 15.90 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के मान से मूंग की खरीदी करने की मांग की है। MSP mung purchase 

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