किसानों से सीधे 5 लाख टन प्याज की खरीद प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश, पढ़िए पूरी जानकारी..

बफर स्टॉक के लिए सरकार किसानों से 5 लाख टन प्याज की खरीदी Onion purchase करेगी, इसके लिए सरकार ने यह निर्देश दिए..

Onion purchase | प्याज की खेती करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है। प्याज की खरीदी सरकार द्वारा की जाना है, इसके लिए सरकार ने खरीदी संस्थाओं को प्याज की खरीदी करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। सरकार ने विपणन वर्ष 2024 के लिएवर्ष भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (एनएएफईडी) को किसानों से अतिरिक्त आवश्यकता के लिए 5 लाख टन प्याज की सीधी खरीद की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है।

रबी प्याज (Rabi Onion) का उत्पादन विशेष रूप से महाराष्ट्र में कम ‘कवरेज’ के कारण कम होने की आशंका है। शासकीय स्तर पर प्याज की खरीदी Onion purchase संबंधी संपूर्ण जानकारी यहां पढ़िए..

किसानों का पूर्व- पंजीकरण कराना होगा 

रबी की फसल का प्याज Onion purchase देश की प्याज उपलब्धता के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह देश में वार्षिक उत्पादन का 72 से 75 प्रतिशत तक का योगदान देता है। रबी 2024 मौसम की फसल बाजार में आनी शुरू हो गई है। खरीद के लिए, भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (एनएएफईडी) को प्याज किसानों का पूर्व- पंजीकरण करना है। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसानों को भुगतान प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से उनके बैंक खातों में भेजा जा सके।

पिछले वर्ष सरकार ने खरीदा था 6.4 लाख मीट्रिक टन प्याज 

Onion purchase साल भर प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए रबी मौसम का प्याज भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें खरीफ प्याज की तुलना में बेहतर भंडारण समय है और इसे नवंबर-दिसंबर तक आपूर्ति के लिए संग्रहीत किया जा सकता है।

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि उपभोक्ता कार्य विभाग ने भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ ( एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (एनएएफईडी) के माध्यम से, अतिरिक्त भंडार के साथ-साथ खरीद और निपटान के माध्यम से हस्तक्षेप के लिए वर्ष 2023-24 में सरकार ने बफर स्टॉक के लिए 17 रुपये प्रति किलोग्राम की औसत दर पर 6.4 लाख टन प्याज (रबी और खरीफ दोनों फसलें) खरीदा था।

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किसानों को भुगतान डायरेक्ट होगा

सरकार ने NCCF और नैफेड (NAFED) को बफर स्टॉक Onion purchase के लिए सीधे किसानों से 5 लाख टन प्याज की खरीद शुरू करने का निर्देश दिया है। बता दें कि रबी-2024 की फसल बाजार में आनी शुरू हो गई है। खरीद के लिए, NAFED और NCCF को प्याज किसानों का पहले पंजीकरण करना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसानों को भुगतान डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाए।

भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (एनएएफईडी) द्वारा निरंतर खरीद ने वर्ष 2023 में पूरे वर्ष प्याज किसानों Onion purchase के लिए लाभकारी कीमतों की गारंटी दी है।

अगले आदेश तक प्याज एक्सपोर्ट पर जारी रहेगा बैन Onion purchase

केंद्र सरकार ने प्याज निर्यात पर बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने प्याज एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध बढ़ा दिया है. अगले आदेश तक प्याज एक्सपोर्ट पर रोक जारी रहेगा। बता दें कि एक्सपोर्ट पर रोक की समय-सीमा 31 मार्च को खत्म हो रही थी।

बता दें कि सरकार की कीमतों को नियंत्रण में रखने और घरेलू उपलब्धता सुनिश्चित करने की कोशिश जारी है। सरकार ने 8 दिसंबर 2023 को 31 मार्च तक प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी थी। एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, अब किचन स्टेपल का निर्यात अगले निर्देश तक प्रतिबंधित रहेगा. विदेश व्यापार Onion purchase नीति तैयार करने और लागू करने के लिए जिम्मेदार विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) के अनुसार, निर्यात अगले आदेश तक प्रतिबंधित रहेगा।

इन देशों को निर्यात की अनुमति दी गई

मौजूदा अंतरराष्ट्रीय कीमतों और वैश्विक उपलब्धता संबंधी चिंताओं के बीच घरेलू उपलब्धता के कारण प्याज निर्यात प्रतिबंध को बढ़ाने का हालिया फैसला जरूरी हो गया है। इस बीच, सरकार ने उन पड़ोसी देशों को निर्यात की अनुमति दे दी है जो अपनी घरेलू खपत जरूरतों के लिए भारत पर निर्भर हैं।

Onion purchase सरकार ने भूटान (550 मीट्रिक टन), बहरीन (3,000 मीट्रिक टन), मॉरीशस (1,200 मीट्रिक टन), बांग्लादेश (50,000 मीट्रिक टन) और संयुक्त अरब अमीरात (14,400 मीट्रिक टन यानी 3,600 मीट्रिक टन/तिमाही) को प्याज के निर्यात की मंजूरी दी है।

प्याज की कीमतों में हुआ सुधार

निर्यात बन्दी के कारण प्याज का मुद्दा Onion purchase इस समय गर्म है। अब 31 मार्च के बाद भी प्याज निर्यात बंद रहेगा। इस बात को लेकर किसान गुस्से में हैं। इस बीच न्यूनतम दाम में थोड़ा सुधार दिखाई दे रहा है। जहां पहले कई मंडियों में न्यूनतम दाम 1, 2 रुपये किलो तक रह गया था वहीं अब यह बढ़कर 5 से लेकर 12 रुपये किलो तक पहुंच गया है।

हालांकि किसानों का कहना है इतना दाम लागत से कम है, इसलिए उन्हें अब भी नुकसान है। किसानों का कहना है कि Onion purchase प्याज की प्रति किलो लागत 15 से 20 रुपये किलो तक पहुंच गई है इसलिए सरकार कम से कम 30 रुपये किलो का न्यूनतम दाम उनके लिए तय करे।

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