धान की फसल का है ये सबसे बड़ा दुश्मन, कीट-रोग से भी ज्यादा पहुंचा है नुकसान, जानिए डिटेल..

धान की अच्छी पैदावार (Paddy Crop Advice) के लिए किसानों को क्या करना होगा, आइए जानते है।

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Paddy Crop Advice | धान खरीफ सीजन की प्रमुख फसल है। चालू 2024-25 खरीफसत्र में अब तक धान की बुवाई का रकबा 19.35 फीसदी बढ़कर 59.99 लाख हेक्टेयर हो गया है। पिछले वर्ष इसी अवधि में धान की खेती का रकबा 50.26 लाख हेक्टेयर था।

मुख्य खरीफ फसल धान की बुवाई दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन के साथ जून से शुरू होती है और कटाई सितंबर से होती है। अभी खरीफ धान की फसल 20 से 25 दिनों की है। धान की फसल Paddy Crop Advice के लिए क्या है सबसे ज्यादा नुकसानदेह, जानें…

धान का ये है सबसे बड़ा दुश्मन

Paddy Crop Advice | धान की खेती किसानों को अच्छा मुनाफा देती है, लेकिन धान का सबसे बड़ा दुश्मन खरपतवार है। धान उत्पादन में में होने वाले कुल नुकसान का 33 फीसदी नुकसान खरपतवार से होता है, जो कीटों और रोगों से होने वाली कुल क्षति से कहीं ज्यादा है।

इसलिए धान फसल को खरपतवार से मुक्त रखने के लिए समय पर इसका नियंत्रण करना जरूरी है। खरपतवार हमारे फसल के पौधों से पोषण, स्थान, प्रकाश और जल के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। शुरुआती अवस्था में धान में फसल के पौधों की ग्रोथ रेट खरपतवार के पौधों से कम रहने के कारण ये प्रतिस्पर्धा में धान फसल Paddy Crop Advice के पौधों से आगे होकर उपज दर में कमी लाते हैं।

धान के प्रमुख खरपतवार :-

धान के प्रमुख खरपतवार में मोथा, जंगली धान, खिरवां, पारा घास और भोसी हैं। इनको समय पर नियंत्रित करना जरूरी है। किसानों को इससे सावधान रहने की जरूरत है।

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मोथा के नियंत्रण के लिए यह दवाई कारगर

धान की फसल Paddy Crop Advice में मोथा खरपतवार को नियंत्रित करने के लिए किसान इनमें से कोई एक दवा का प्रयोग करें। ब्यूटाक्लोर 50% ई.सी 1.0-1.2 ली. (500-600 मिली सक्रिय तत्व / एकड़), एनिलाफोस 30% ई.सी 533 मिली (160 ग्राम सक्रिय तत्व / एकड़), प्रेटिलाक्लोर 50% ई.सी 600 मिली (300 ग्राम सक्रिय तत्व / एकड़), आग्जडायरजिल 80% डब्ल्यू.पी 50 ग्राम (40 ग्राम सक्रिय तत्व / एकड़), बेनसल्फूरोन मिथाइल 60% डी.एफ 40 ग्राम (24 ग्राम सक्रिय तत्व / एकड़)।

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जंगली धान का नियंत्रण कैसे करें?

इसके बीज धान के फसल पकने से पहले जमीन पर गिर जाते हैं। इसलिए इसको जड़िया धान के नाम से जानते हैं। इस खरपतवार के नियंत्रण के लिए खेत में सिंचाई करके इसको उगने के लिए प्रोत्साहित करें। : Paddy Crop Advice

ताकि जमीन में पड़े हुए सारे बीज उग जाएं। इसके उगने के बाद ग्लाइफोसेट व पैराकोट के आधे फीसदी घोल का छिड़काव कर सकते हैं। तृणनाशी के छिड़काव के 10-15 दिनों के बाद धान की रोपनी किया जाए।

खिरवां, पारा घास और भोसी का नियंत्रण

Paddy Crop Advice | धान में यह फैलने वाला एक वर्षीय खरपतवार है। पौधे 15-60 सेमी लंबे होते हैं और पत्तियां अंडाकार होती है। गांठें से जड़ें निकलती हैं जिनसे इसका प्रसार होता है।

इसके नियंत्रण के लिए पेन्डिमैथालिन 30% ई.सी 1330 मिली (400 ग्राम / सक्रिय तत्व / एकड़), आग्जाडायरजिल 80% एस.सी 50 ग्राम (40 ग्राम सक्रिय तत्व / एकड़) और प्रोपानिल 35% ई.सी 2330 मिली (800 ग्राम सक्रिय तत्व / एकड़), इनमें से कोई एक दवा का इस्तेमाल करें। : Paddy Crop Advice

डिसक्लेमर : यहां दी गई दवाइयों को उपयोग करने से पहले अपने नजदीकी कृषि विशेषज्ञ या दुकानदार से अवश्य सलाह ले लेवे।(Soybean me kit nashak ka pahala dose)

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