नई एमएसपी के आधार पर किस फसल से मिलेगा सबसे ज्यादा मुनाफा, सही फसल का चयन करें…

नई एमएसपी (Rabi Crop MSP) के हिसाब से इस रबी सीजन किसानों को कौन सी रबी फसलों का चयन करना चाहिए। आइए जानते है…

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Rabi Crop MSP | पिछले साल की तरह इस साल भी अक्टूबर माह में केंद्र सरकार द्वारा रबी विपणन सीजन 2025-26 के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की गई है।

सरकार ने गेंहू सहित 6 रबी फसलों की एमएसपी में वृद्धि की है। इसमें सबसे ज्यादा सरसों तिलहन फसल की एमएसपी 300 रूपये क्विंटल बढ़ाई गई है। वही रबी की प्रमुख गेंहू की एमएसपी में 150 रूपये की वृद्धि हुई है।

रबी विपणन सीजन 2025-26 की एमएसपी के आधार पर किसानों को केवल लाभकारी फसलों पर ही ध्यान नहीं देना चाहिए, बल्कि उन फसलों से बचना चाहिए जो कम मुनाफा देती हैं।

एमएसपी में कम वृद्धि और उत्पादन लागत में वृद्धि के कारण कुछ फसलें किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो सकती हैं। : Rabi Crop MSP

आज हम चौपाल समाचार के इस आर्टिकल में बात करने वाले है नई एमएसपी के आधार पर किसानों को किन फसलों का चयन करना चाहिए, जिनसे अच्छा मुनाफा लिया जा सके। आइए आपको बताते है किसान किस तरह अपनी फसल योजना बना सकते है…

Rabi Crop MSP | एमएसपी के आधार पर कम लाभ देने वाली फसलें

1. जौ की फसल

रबी विपणन सीजन 2025-26 के हिसाब से जौ की एमएसपी ₹1,980 प्रति क्विंटल (130 रूपये की वृद्धि) है। जौ की उत्पादन लागत ₹1,239 प्रति क्विंटल है। इसपर ₹741 प्रति क्विंटल (60% लाभांश) लाभ मिलता है।

जौ का 60% लाभांश है, लेकिन इसके मुकाबले में अन्य फसलें जैसे गेहूं और मसूर कहीं ज्यादा मुनाफा देती हैं। बाजार में जौ की मांग भी कम है, जिससे यह कम लाभकारी फसल बनती है।

2. चना की फसल

Rabi Crop MSP | रबी विपणन सीजन 2025-26 के हिसाब से चना की एमएसपी ₹5,650 प्रति क्विंटल (275 रूपये की वृद्धि) है। चना की उत्पादन लागत ₹3,527 प्रति क्विंटल है। इसपर ₹2,123 प्रति क्विंटल (60% लाभांश) लाभ मिलता है।

चना की फसल 60% का लाभांश प्रदान करता है, लेकिन इसकी MSP वृद्धि सरसों और मसूर की तुलना में काफी कम है। छोटे भूमि वाले किसान उन फसलों पर ध्यान दे सकते हैं जो अधिक MSP वृद्धि के साथ बेहतर मुनाफा देती हैं।

3. कुसुम की फसल

Rabi Crop MSP | रबी विपणन सीजन 2025-26 के हिसाब से कुसुम की एमएसपी ₹5,940 प्रति क्विंटल (140 रूपये की वृद्धि) है। कुसुम की उत्पादन लागत ₹3,960 प्रति क्विंटल है। इसपर ₹1,980 प्रति क्विंटल (50% लाभांश) लाभ मिलता है।

बता दें की, कुसुम में केवल 50% का लाभांश है, जो कि अन्य फसलों की तुलना में काफी कम है। इसके अलावा, इसकी बाजार मांग भी सीमित है, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा प्राप्त नहीं हो सकता।

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एमएसपी के आधार पर ज्यादा मुनाफा देने वाली फसलें : Rabi Crop MSP

1. गेहूं की फसल

रबी विपणन सीजन 2025-26 के हिसाब से सरसों की एमएसपी ₹2,425 प्रति क्विंटल (150 रूपये की वृद्धि) है। सरसों की उत्पादन लागत ₹1,182 प्रति क्विंटल है। इसपर ₹1,243 प्रति क्विंटल (105% लाभांश) लाभ मिलता है।

गेहूं भारतीय कृषि की रीढ़ है, और यह 105% लाभांश प्रदान करता है। कम उत्पादन लागत और उच्च MSP के कारण गेहूं की खेती पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए स्थिर आय का स्रोत है। साथ ही, सरकार द्वारा गेहूं की खरीद की गारंटी से भी किसानों को आर्थिक सुरक्षा मिलती है।

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2. सरसों की फसल

Rabi Crop MSP | रबी विपणन सीजन 2025-26 के हिसाब से सरसों की एमएसपी ₹5,950 प्रति क्विंटल (300 रूपये की वृद्धि) है। सरसों की उत्पादन लागत ₹3,011 प्रति क्विंटल है। इसपर ₹2,939 प्रति क्विंटल (98% लाभांश) लाभ मिलता है।

सरसों 98% का उच्चतम लाभांश प्रदान करती है, जो कि उत्पादन लागत से काफी अधिक है। यह तेलीय फसल ठंडी जलवायु और मध्यम वर्षा वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है, खासकर राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हिस्सों में। सरसों के तेल की बाजार में उच्च मांग और सरकारी खरीद की वजह से किसानों को स्थिर आय प्राप्त होती है।

3. मसूर (लेंटिल) की फसल

Rabi Crop MSP | रबी विपणन सीजन 2025-26 के हिसाब से सरसों की एमएसपी ₹6,700 प्रति क्विंटल (275 रूपये की वृद्धि) है। सरसों की उत्पादन लागत ₹3,537 प्रति क्विंटल है। इसपर ₹3,163 प्रति क्विंटल (89% लाभांश) लाभ मिलता है।

मसूर में 89% लाभांश के साथ दूसरी सबसे अधिक लाभदायक फसल है। यह दाल न केवल पौष्टिक है, बल्कि मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाने के लिए भी जानी जाती है, जिससे मृदा का पोषण होता है। यह फसल मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है। : Rabi Crop MSP

अधिकतम लाभ के लिए यह फसल लगाए

1. गेहूं + सरसों की फसल

गेंहू और सरसों की खेती उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा के क्षेत्रों में की जाती है। गेहूं और सरसों दोनों ही अत्यधिक लाभदायक फसलें हैं। गेहूं सरकारी खरीद के कारण स्थिर आय प्रदान करता है, जबकि सरसों उच्च MSP के कारण अधिक मुनाफा देती है। यह संयोजन उन किसानों के लिए उपयुक्त है जो ठंडे मौसम और मध्यम जल आपूर्ति वाले क्षेत्रों में रहते हैं।

2. मसूर + सरसों की फसल

Rabi Crop MSP | मसूर और सरसों की फसल मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में लगाई जाती है। मसूर और सरसों दोनों ही मिट्टी के लिए लाभकारी हैं। मसूर मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाती है, जबकि सरसों इसके पोषक तत्वों का उपयोग करके बेहतर विकास करती है। यह संयोजन किसानों को अधिक आय देने के साथ ही मृदा की उर्वरता को भी बनाए रखता है।

3. एकल फसल विकल्प: सरसों की फसल

Rabi Crop MSP | सरसों खासकर राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश क्षेत्रों में लगाई जाती है। अगर आप सरसों की खेती करते है तो, सरसों 98% लाभांश के साथ सबसे लाभदायक फसल है। बाजार में तेल की उच्च मांग और सरकार की खरीद से किसानों को इस फसल से स्थिर आय प्राप्त होती है।

@ निष्कर्ष

Rabi Crop MSP | कुसुम और जौ से बचें यदि आपका लक्ष्य अधिक मुनाफा है, क्योंकि इनकी बाजार मांग और MSP वृद्धि कम है। चना का चयन केवल उन क्षेत्रों में करें जहां इसकी बेहतर मांग हो, वरना अन्य उच्च लाभकारी फसलों जैसे गेहूं, मसूर, और सरसों पर ध्यान दें।

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