सोयाबीन के भाव में गिरावट के संकेत। सोयाबीन के उत्पादन की रिपोर्ट एवं Soyabean ke bhav भाव की स्थिति जानें..
Soyabean ke bhav : सोयाबीन की खेती को मुनाफे वाली खेती कहा जाता है। पीले सोने के नाम विख्यात सोयाबीन अब किसानों के लिए फायदेमंद नहीं रहा। इसकी प्रमुख वजह लागत में दिन-ब-दिन बढ़ोतरी होना एवं भाव में लगातार कमी आना है। सोयाबीन के भाव पिछले वर्ष से लगाकर अब तक कम बने हुए हैं।
यही नहीं सोयाबीन के वर्तमान भाव पिछले वर्ष की तुलना में भी काम है जबकि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष लागत बढ़ गई है। हाल ही में अमेरिकी कृषि विभाग ने सोयाबीन उत्पादन की वैश्विक रिपोर्ट जारी की है इसके बाद सोयाबीन में और अधिक गिरावट के संकेत मिलने लगे हैं। आईए जानते हैं सोयाबीन के भाव Soyabean ke bhav पर इस रिपोर्ट का क्या असर पड़ेगा एवं सोयाबीन के वर्तमान प्लांट भाव क्या है..
एक नजर, सोयाबीन के वर्तमान भाव पर
इस समय सोयाबीन भाव Soyabean ke bhav के हालात 4500 से 4850 रुपए के चल रहे हैं। किसानों को दो साल से मुनाफे वाले भाव नहीं मिलने से सोयाबीन स्टोर हो गया। जिन्हें धन की जरूरत थी उन्होंने सस्ते भाव में बेच दिया। दीपावली मुहूर्त के बाद सीधे 500 रुपए की भारी मंदी ने व्यापार पलट दिया। सरकार किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए समर्थन दाम में वृद्धि करती है।
Soyabean ke bhav यह उपज की लागत से डेढ़ गुना ज्यादा होता है। अब सोयाबीन के ताजा समर्थन दाम 4600 रुपए क्विंटल के तय हैं। किसानों को इस समय के भाव लाभ नहीं दे रहे। ऐसे में आगामी दिन रोकने के रहेंगे पर बेचने पर कोई फैसला नहीं होने से मंडी आवक में कमी भी आ गई है। दिसंबर में खास तेजी-मंदी नहीं होती है। जनवरी में बाजार खुलने पर ही भाव का रुख पता चलेगा।
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भाव कम तो आवक कम हुई
मध्यप्रदेश की मंडियों में अपेक्षाकृत आवक कम है, जबकि महाराष्ट्र के किसानों Soyabean ke bhav की बेचवाली लगातार बनी हुई है। संभवतः यह पहला अवसर होगा, जबकि मध्यप्रदेश की बजाय महाराष्ट्र में आवक अधिक मात्रा में हो रही है। राजस्थान, कांडला में सोया तेल के भाव अधिक है, जबकि महाराष्ट्र में सबसे कम। उसके बावजूद ग्राहकी का अभाव बना हुआ है। यही कारण है कि मंडियों में किसानों ने सोयाबीन की आवक कम कर दी है।
उज्जैन मंडी के सोयाबीन Soyabean ke bhav कारोबारी अमर अग्रवाल ने बताया सोयाबीन के भाव लोअर हो गए हैं। इतने भाव पर अब स्टॉक वाले भी आने लगेंगे। सोयाबीन का व्यापार तो रिस्की बन चुका है। तेल सस्ता होने से तेल का जमाव ज्यादा हो गया। विदेशों से आयात पड़तल भी ऊंची है। बताया जाता है कि लोकल में माल का भरावा है होने के साथ ग्राहकी का अभाव बना हुआ है। इसी वजह से भावों में आए दिन गिरावट आ रही है।
निर्यात पड़तल न होने के बावजूद सोया तेल में मंदी
सोया तेल मंडी Soyabean ke bhav से ऊपर नहीं पा रहा है जिसके कारण सोयाबीन के भाव में भी बढ़ोतरी नहीं हो रही है। सोयाबीन एवं सोया तेल कब भारी भरकम स्टॉक होने के कारण आगे भी बढ़ोतरी होने की संभावना कम है। दूसरी ओर आयात पड़तल नहीं होने के बावजूद सोया तेल के भावों में गिरावट आती जा रही है।
महाराष्ट्र में सबसे कम भाव Soyabean ke bhav पर सोया तेल बेचा जा रहा है। ब्राजील की कुल बोवनी के बाद स्थिति अधिक स्पष्ट हो सकेगी। खल में निर्यात मांग नहीं होने से सोयाबीन के भाव भी घटते जा रहे हैं। ऐसी संभावना है कि वैश्विक बाजार अगले कुछ दिनों तक ब्राजील में वर्षा एवं बोवनी के अनुमानों पर आधारित रहेगा। मौसम विभाग की एजेंसियों के अनुसार अगले दो सप्ताह में वर्षा होने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि मेटो ग्रोसो में अक्टूबर-नवंबर में 6.4 इंच वर्षा हुई है जो औसत से 47 प्रतिशत कम है।
स्टोनएक्स और पैट्रियाएग्रो नगोसिओस ने ब्राजील में सोयाबीन का उत्पादन अनुमान कम कर दिया है। अमेरिकी सोया मील में कमजोरी से भी भारतीय सोया मील के भाव Soyabean ke bhav प्रभावित हो रहे हैं। वैश्विक बाजारों में बायोडीजल में मांग कमजोर होने से पाम तेल में मांग कम है। अर्जेंटीना में मौसम ठीक है। सोया तेल के भावों में गिरावट एवं विदेशी बाजारों में भारतीय सोया मील की कीमतें अधिक होने से निर्यात में रुकावट आ गई है। इसका सीधा प्रभाव सोयाबीन के भावों पर पड़ने लगा है। मंडियों में सोयाबीन 5000 के अंदर बिकने लगा है।
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दीपावली के बाद सोयाबीन प्लांट भाव Soyabean ke bhav कम हुए
दीपावली के एक प्रथम सप्ताह जहां सोयाबीन दीपावली के बाद प्रथम सप्ताह जहां सोयाबीन के प्लांट भाव एवं मंडियों में सोयाबीन के भाव में वृद्धि हुई थी वहीं अब पिछले पखवाड़े में भारत के कई प्लांटों ने सोयाबीन के भाव घटाएं है। इसमें एवरेज भाव 5050/5100 रुपये तक देखने को मिला। मंडी भाव 4950-5000 रुपये के आसपास रहा। भारत सरकार ने 15 दिसंबर तक खाद्य तेल के रिफ्रेश रेट में बदलाव किया।
दूसरी ओर Soyabean ke bhav पेराई सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। यूएसडीए के अनुसार, नवंबर के दौरान सोयाबीन की बिक्री किसी भी महीने के मुकाबले सबसे अधिक है। रिकॉर्ड क्रशिंग के बावजूद, सोया तेल का स्टाक 1.507 बिलियन पाउंड तक गिर गया, जो सितंबर से 5.9 फीसद और अक्टूबर 2022 से 28.0 फीसद कम है। ब्राजील के सोइंग एरिया में और बारिश होने के पूर्वानुमान के कारण सीबाट सोयाबीन के भाव कमजोर बोले गए।
रिफ्रेश रेट बढ़ाने से पामोलिन तेलों में सुधार
Soyabean ke bhav प्राप्त जानकारी के अनुसार अमेरिकी प्लांटों के पास 2.91 लाख टन डीओसी का स्टाक है जो सितंबर के मुकाबले 11.1 फीसद कम है। अब तक की ब्राजील के ओर से मिले रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष के मुकाबले सोयाबीन उत्पादन घटने की आशंका जताई जा रही है। वहीं इंडोनेशिया और मलेशिया की ओर से निर्यात रिफ्रेश रेट बढ़ाने के वजह से भी पामोलिन तेलों पर सुधार की स्थिति बन सकती है और बाजार जल्द 4000 रिंगिट के आसपास कारोबार करता देखा जाएगा। विदेशी गतिविधियों को देखते हुए पिछले दिनों भारत के कई प्लांटों ने सोयाबीन के भाव घटाएं है, जिसमें एवरेज भाव 5050/5100 रुपये तक देखने को मिले और मंडी भाव 4950-5000 रुपये के आसपास कारोबार करते दिखाई दिए।
वैश्विक स्तर पर सोयाबीन की स्थिति स्पष्ट नहीं
विश्व के स्तर पर अभी भी Soyabean ke bhav की स्थिति स्पष्ट नहीं है यही कारण है कि सोयाबीन के भाव में कमी हो रही है। जानकारी के अनुसार कमजोर सीबीओटी सोया तेल, केएलसी और धीमी मांग के कारण अर्जेंटीना सोया तेल में भी गिरावट आई है।
ब्राजील के सबसे बड़े समूह ने 19000 हेक्टेयर सोयाबीन की दोबारा रोपाई करने की घोषणा की है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि ब्राजील की सोया फसल की स्थिति मीडिया द्वारा दिखाई गई वास्तविक स्थिति से कहीं अधिक गंभीर है।
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रिपोर्ट के पहले ही फंड वाले नई खरीदी से पीछे हटे
Soyabean ke bhav ब्राजील में वर्षा जारी रहने से वायदा कारोबार में सोया तेल सुस्त पड़ गया है। 8 दिसंबर को यूएसडीए की रिपोर्ट के पहले फंड वाले नई खरीदारी करने से बच रहे हैं। क्रूड तेल की कीमतों में गिरावट के दबाव से सोया-पाम तेल के भाव पिछले कुछ दिनों से घटते ही जा रहे हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार यूएसडीए वैश्विक सोयाबीन की फसल एवं स्टॉक में कमी की जाती है, फिर भी स्टॉक रोकने जैसी स्थिति नहीं है। इसके अलावा आने वाले दिनों में सोयाबीन के भाव आवक पर निर्भर करेंगे। हालांकि ब्राजील में सोयाबीन उत्पादन में कुछ विशेषज्ञ कमी बता चुके हैं। यूएसडीए की रिपोर्ट में इस पर मुहर लग सकती है। अगर ऐसा होता है, तब भावों में फिर से कुछ मात्रा में सुधार आ सकता है, किंतु बड़ी तेजी की संभावना कम है।
Soyabean ke bhav ब्राजील में सोयाबीन उत्पादन का औसत व्यापार अनुमान पिछले वर्ष 1580 लाख टन की तुलना में 1600 लाख टन के आसपास देखा गया है, जबकि अर्जेंटीना में सोयाबीन की फसल का औसत व्यापार अनुमान पिछले वर्ष के 250 लाख टन की तुलना में 480 लाख टन देखा जा रहा है। सोयाबीन के भाव भी काफी अधिक घट गए हैं।
सोया तेल में बड़ी ग्राहकी निकलेगी, ऐसी संभावना फिलहाल कम नजर आ रही है। ब्राजील के खाद्य सचिव ने सोयाबीन का उत्पादन अनुमान 1624 लाख टन से घटाकर 1602 लाख टन किया है। दूसरी और चीन ने नवंबर माह में 79.2 लाख टन सोयाबीन की खरीदी की।
यूएसडीए ने जारी की सोयाबीन उत्पादन की वैश्विक रिपोर्ट
Soyabean ke bhav अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने सोयाबीन उत्पादन की वैश्विक रिपोर्ट जारी कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार विश्व में सोयाबीन का उत्पादन 1.61 प्रतिशत और निर्यात 1.19 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान दिया है। हालांकि, दिसंबर महीने के अंत का स्टाक 0.26 प्रतिशत घटने का अनुमान लगाया है। इससे पहले विश्लेषकों दुनियाभर का सोयाबीन स्टाक साल के अंत: में 1.52 प्रतिशत घटने का अनुमान जताया था।
Soyabean ke bhav यानी स्टाक उम्मीद से बेहतर रहने वाला है। अर्जेंटीना में उत्पादन बढ़ने का अनुमान है, जबकि ब्राजील में भी सोया उत्पादन पहले जो घटने का अनुमान था उससे कम ही नुकसान दिख रहा है।
यूएसडीए रिपोर्ट का सोयाबीन के भाव पर यह असर पड़ा
यूएसडीए रिपोर्ट में अमेरिकी स्टॉक स्थिर रहने और ब्राज़ील का उत्पादन अनुमान से कम घटने के कारण रिपोर्ट बाजार में तेजी Soyabean ke bhav का इंतजार करने वालों के लिए नकारात्मक नज़र आ रही है। वहीं ब्राज़ील में उत्पादन घटा है और अंत का स्टॉक भी घटा है, जिस कारण बाजार को इसका समर्थन मिल सकता है।
Soyabean ke bhav यूएसडीए की रिपोर्ट के बाद बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ने के कारण खाद्य तेलों की कीमतों में कमजोरी देखने को मिली है। इंदौर में सोया तेल घटकर 910-915, मूंगफली तेल इंदौर 1600, पाम तेल इंदौर 888 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। छावनी मंडी में सोयाबीन 4800-4850, सरसों निमाड़ी 6700-6800, राइडा 5100 रुपये प्रति क्विंटल बोला गया।
सोयाबीन प्लांट खरीदी भाव
अडाणी विदिशा 5000, अवी एग्रो 5000, बंसल मंडीदीप 5090, बैतूल आइल सतना 5090, बैतूल 5100, कोरोनेशन ब्यावरा 4950, धानुका नीमच 5035, धीरेंद्र सोया नीमच 5035, गुजरात अंबुजा 4925, केएन एग्री इटारसी 4950, लाभांशी एग्रोटेक 5025, आइडिया लक्ष्मी 4990, केपी साल्वेक्स 4975, खंडवा आइल्स 5000
Soyabean ke bhav लिविंग फूड शुजालपुर 4975, मित्तल सोया देवास 5025, रामा 4850, सांविरया 4950, महेश आइल 4975, सोनिका बायोकेम मंडीदीप 4950, सालासर हरदा 5025, स्नेहिल सोया देवास 5000, सूर्या फूड मंदसौर 5980, विप्पी सोया देवास 5930 रुपये प्रति क्विंटल।
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