सोयाबीन को पत्ती खाने वाले कीट एवं तना मक्खी से कैसे बचाएं? जानिए रासायनिक उपाय…

सोयाबीन की खेती में समय-समय पर आवश्यक देखरेख के साथ-साथ कीटनाशक दवाइयों Soybean fasal kit Rog niyantran का इस्तेमाल करना जरूरी है…

Soybean fasal kit Rog niyantran : सोयाबीन की फसल 15 से 20 दिनों की हो चुकी है। किसान साथी इन दिनों खरपतवार नाशक दवाइयों का छिड़काव कर रहे हैं। इसके साथ-साथ सोयाबीन की फसल को पति खाने वाले कीट एवं तना मक्खी कमजोर कर रहे हैं। खरपतवार नाशक दवाइयों के साथ-साथ तना मक्खी एवं पत्ते खाने वाले अन्य कीट से सोयाबीन की फसल को कैसे Soybean fasal kit Rog niyantran बचाए? एवं इसके लिए कौन-कौन सी रासायनिक दवाइयों का इस्तेमाल करना उचित रहेगा, आइए जानते हैं…

15-20 की फसल में खरपतवार नाशकों का उपयोग करें

भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर द्वारा समय-समय पर किसानों को उचित सलाह मार्गदर्शन दिया जाता है। सोयाबीन अनुसंधान संस्थान के कृषि वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की फसल की बुआई के 15-20 दिन के बाद की फसल को खरपतवार Soybean fasal kit Rog niyantran से बचाने के लिए सोयाबीन कृषकों को अनुशंसित खरपतवार नाशकों के उपयोग की सलाह दी हैं। सलाह के अनुसार अनुशंसित खरपतावार नाशको की सूची निम्न हैं-

बोवनी के 15-20 दिन बाद Soybean fasal kit Rog niyantran उपयोगी – इमेझेथापायर 10 एस.एल.(1.00 ली.), ( चौड़ी पत्ती वाले ) ,इमेझेथापायर 70% डब्ल्यू. जी + सर्फेक्टेन्ट (100ग्रा.) ( चौड़ी पत्ती एवं घासवर्गीय ) ,क्विजालोफाप इथाईल 5 ई.सी.(0.75-1.00 ली.), क्विजालोफाप-पी-इथाईल 10 ई.सी.(375-450 मि.ली.),फेनाक्सीफाप-पी-इथाईल 9 ई.सी.(1.11 ली.), क्विजालोफाप-पी-टेफ्युरिल 4.41 ई.सी.(0.75- 1.00 ली.) ,फ्ल्यूआजीफॉप-पी-ब्युटाईल 13.4 ई.सी.(1-2 ली.), हेलाक्सिफॉप आर मिथाईल 10.5 ई.सी.( 1-1.25 ली.), प्रोपाक्विजाफॉप 10 ई.सी.(0.5-0.75 ली.), ( सभी घासवर्गीय ) फ्लमूथियासेट मिथाईल 10.3 ई.सी. (125 मि.ली.),( चौड़ी पत्ती वाले ) क्लेथोडियम 25 ई.सी.(0.5 -0.70 ली. ) ( घासवर्गीय ) । Soybean fasal kit Rog niyantran 

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सोयाबीन फसल को पत्ती खाने वाले कीट से कैसे बचाव करें?

भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने सोयाबीन की 15-20 दिन की फसल में पत्ती खाने वाले कीटों के प्रकोप से फसल को बचाने Soybean fasal kit Rog niyantran के लिए सलाह दी हैं। सोयाबीन की फसल में पत्ती खाने वाले कीटों से सुरक्षा हेतु फूल आने से पहले ही सोयाबीन फसल में क्लोरइंट्रानिलिप्रोल 18.5 एस.सी. (150 मिली/हे) का छिडकाव करें। इससे अगले 30 दिनों तक पर्णभक्षी कीटों से सुरक्षा मिलेगी।

सोयाबीन फसल को तना मक्खी से कैसे बचाये?

भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने सोयाबीन की 15-20 दिन की फसल में तना मक्खी वाले कीटों के प्रकोप से फसल को बचाने के लिए Soybean fasal kit Rog niyantran सलाह दी हैं। सोयाबीन की 15-20 दिन की फसल में तना मक्खी का प्रकोप प्रारंभ होने के सम्भावना होती है , अतः इसके नियंत्रण हेतु सलाह है कि पूर्वमिश्रित कीटनाशक थायोमिथोक्सम 12.60%+लैम्ब्डा सायहेलोथ्रिन 09.50% जेड.सी. (125 मिली./हे.) का छिड़काव करें।

कृषि यंत्रों द्वारा सोयाबीन की फसल मेंं खरपतवारों का नियंत्रण

यह खरपतवारों पर काबू पाने की सरल एवं प्रभावी विधि है। सोयाबीन की फसल में बुवाई के 20-45 दिन के मध्य का समय खरपतवारों से प्रतियोगिता की दृष्टि से खरपतवार Soybean fasal kit Rog niyantran ओक्रांन्तिक समय है। दो निराई गुदाईयों से खरपतवारों की बढ़वार पर नियंत्रण पाया जा सकता है। पहली निराई बुवाई के 20-25 दिन बाद तथा दूसरी 40-45दिन बाद करनी चाहिए। निराई-गुराई कार्य हेतु व्हील हो या ट्रिवन व्हील हो का प्रयोग कारगर एवं आर्थिक दृष्टि से सस्ता पड़ता है।

नोट : – खेती किसानी में रासायनिक दवाइयों का इस्तेमाल करने के पहले उन पर दिए गए निर्देशों को जरूर पढ़ें। कृषि विशेषज्ञ की राय लें। किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए चौपाल समाचार जिम्मेदार नहीं रहेगा।

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