किसानों के लिए जरूरी खबर – एमपी के इन जिलों में नहीं होगी समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी

प्रदेश के कई जिलों में 25 अक्टूबर से सोयाबीन की एमएसपी पर खरीद (Soybean Purchase) शुरू हो चुकी है। इनमें 7 जिलों में सोयाबीन का उपार्जन नही होगा।

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

Soybean Purchase | सोयाबीन की गिरती कीमतों को लेकर किसान काफी चिंतित थे। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से किसानों से सोयाबीन की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा रही है।

राज्य में सोयाबीन की खरीद दीवाली से पहले 25 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है, जो 31 दिसंबर तक चालू रहेगी।

कई जिलों में 25 अक्टूबर सोयाबीन की खरीद कार्य चल रहा है। लेकिन इनमें से कुछ जिले ऐसे भी है, जहां सोयाबीन का उपार्जन नहीं किया जायेगा।

इन जिलों से प्रस्ताव आने पर सोयाबीन उपार्जन Soybean Purchase पर विचार किया जाएगा। आइए आर्टिकल में जानते है किन किन जिलों में सोयाबीन की एमएसपी पर खरीदी नही होगी।

प्रदेश के 1400 उपार्जन केन्द्रों पर होगी सोयाबीन की खरीदी

Soybean Purchase | बता दें की, इस बार समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी 1400 केन्द्रों पर होगी। सभी संबंधित अधिकारी सोयाबीन उपार्जन की कार्यवाही संवेदनशीलता से करें।

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित मात्रा के अतिरिक्त सोयाबीन का उपार्जन प्रदेश सरकार करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गत 20 अक्टूबर तक ई-उपार्जन पोर्टल पर किसानों का पंजीयन किया गया, जिसमें 3 लाख 44 हजार किसानों ने पंजीयन करवाया है।

आवश्यकतानुसार Soybean Purchase खरीदी केन्द्रों की संख्या में परिवर्तन भी किया जा सकेगा। समर्थन मूल्य पर खरीदी गई सोयाबीन का भुगतान किसानों को ऑनलाइन किया जाएगा।

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

इन 7 जिले में नहीं होगी सोयाबीन की खरीदी

Soybean Purchase | प्रदेश में 7 जिले दतिया, भिंड, कटनी, मंडला, बालाघाट, सीधी एवं सिंगरौली को छोड़कर शेष सभी जगह सोयाबीन का उपार्जन होगा। इन जिलों से प्रस्ताव आने पर सोयाबीन उपार्जन पर विचार किया जाएगा।

सोयाबीन की समर्थन मूल्य पर खरीदी की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2024 तक है। एमएसपी 4892 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। प्रदेश में पहली बार समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी के लिए सख्त गाइडलाइन बनाई गई है।

किसानों के लिए यह रहेगा नियम

Soybean Purchase | शासन द्वारा जारी किए गए निर्देशानुसार यदि कोई किसान नॉन एफएक्यू (नमी वाला या मापदंडों के विपरीत) सोयाबीन लेकर खरीदी केंद्र पहुंचेगा, तो उसे तुरंत रिजेक्ट कर दिया जाएगा। यदि किसान चाहता है कि खरीदी केंद्र पर ही सोयाबीन अपग्रेड की जाए, तो इसका खर्च उसे स्वयं उठाना होगा।

ये भी पढ़ें 👉 2 दिन बाद जोर पकड़ेगी MSP पर सोयाबीन खरीदी, सोयाबीन में नमी मिली तो खरीदी केंद्र पर होगा रिजेक्ट, देखें सभी नियम..

खरीदी केंद्र प्रभारियों को दिए गए सख्त निर्देश

खरीदी केंद्र प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि यदि किसान से खरीदी के बाद भंडारण के लिए गोदाम भेजे गए किसी बोरे में धूल, कचरा, पत्थर या मिट्टी पाई जाती है, तो उन पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। मार्कफेड ने गाइडलाइन कलेक्टरों को भेज दी है। : Soybean Purchase

सोयाबीन की खरीदी की तारीख 25 अक्टूबर थी, लेकिन बड़े स्तर पर खरीदने की तैयारी 4 नवंबर से की गई है। खरीदी के बाद खराबी से बचने के लिए मार्कफेड, को-ऑपरेटिव, कृषि, और राजस्व विभाग के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई है।

किसानों के लिए यह रहेगा नियम

शासन द्वारा जारी किए गए निर्देशानुसार यदि कोई किसान नॉन एफएक्यू (नमी वाला या मापदंडों के विपरीत) सोयाबीन लेकर खरीदी केंद्र पहुंचेगा, तो उसे तुरंत रिजेक्ट कर दिया जाएगा। यदि किसान चाहता है कि खरीदी केंद्र पर ही सोयाबीन अपग्रेड की जाए, तो इसका खर्च उसे स्वयं उठाना होगा। : Soybean Purchase

खरीदी केंद्र प्रभारियों को दिए गए सख्त निर्देश

खरीदी केंद्र प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि यदि किसान से खरीदी के बाद भंडारण के लिए गोदाम भेजे गए किसी बोरे में धूल, कचरा, पत्थर या मिट्टी पाई जाती है, तो उन पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। मार्कफेड ने गाइडलाइन कलेक्टरों को भेज दी है।

सोयाबीन की खरीदी की तारीख 25 अक्टूबर थी, लेकिन बड़े स्तर पर खरीदने की तैयारी 4 नवंबर से की गई है। खरीदी के बाद खराबी से बचने के लिए मार्कफेड, को-ऑपरेटिव, कृषि, और राजस्व विभाग के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई है। : Soybean Purchase

जिले में 26 उपार्जन केन्द्र निर्धारित   

खरीफ वर्ष 2024 में सोयाबीन उपार्जन नीति अंतर्गत कृषकों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्रदान करने हेतु सोयाबीन फसल का उपार्जन कार्य शासन द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार 25 अक्टूबर से 31 दिसम्बर 2024 तक किया जायेगा।

उपार्जन के लिए पंजीकृत कृषकों की सुविधा के लिए विकासखण्ड की भौगोलिक स्थिति, उपार्जन केंद्र की सक्षमता एवं उपलब्ध मानव संसाधनों को ध्यान में रखते हुए जिला उपार्जन समिति द्वारा जिले में 26 उपार्जन केन्द्र स्थापित किए गए हैं। : Soybean Purchase

विकासखण्ड उज्जैन में विपणन सहकारी संस्था मर्या. उज्जैन, सेवा सहमारी समिति नलवा, नौगांवा, सुरजनवासा, विकासखण्ड घट्टिया में सेवा सहकारी समिति घट्टिया, पानविहार, विछड़ोद, जैथल, विकासखण्ड तराना में विपणन मार्केटिंग संस्था तराना, सेवा सहकारी समिति माकड़ोन, कायथा और कनासिया, विकासखण्ड बड़नगर में विपणन सहकारी समिति बड़नगर,

सेवा सहकारी समिति लोहाना, इंगोरिया, विकासखण्ड महिदपुर में सेवा सहकारी समिति लोटियाजुनार्दा, गोगाखेड़ा, भीमाखेड़ा, कासोन, गोगापुर, जगोटी, घोंसला, विकासखण्ड खाचरौद में विपणन सहकारी समिति खाचरौद केन्द्र नागदा, सेवा सहकारी समिति घिनोदा, पासलोद, बरखेड़ा मोंडन उपार्जन केन्द्र निर्धारित किए गए हैं।

उपरोक्त निर्धारित केन्द्रों के संस्थाओं के प्रबंधकों को कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया है कि समस्त आवश्यक तैयारियां पूर्ण की जाना सुनिश्चित करें। इसी के साथ उपार्जन केन्द्रों पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा उपार्जन केन्द्रों पर जांच एवं उपार्जन की गुणवत्ता की निगरानी हेतु उपार्जन केन्द्र वार समिति में पटवारी, पंचायत सचिव, कृषि एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगा कर इनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश भी कलेक्टर द्वारा दिए गए हैं। : Soybean Purchase

मध्यप्रदेश की प्रमुख मंडियों के डेली भाव से अपडेट रहने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े.

👉मंडी भाव व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़े।

कृषि योजना खेती किसानी, मंडी, भाव लेटेस्ट बिजनेस एवं टेक की जानकारी के लिए आप हमारे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो कर सकते है।

👉 व्हाट्सऐप चैनल से जुड़े।

यह भी पढ़िए…👉किसानों एवं विद्युत उपभोक्ताओं से रिश्वत मांगने पर तत्काल होगी कार्यवाही, इन नंबरों पर संपर्क करें..

👉पराली जलाने पर नियंत्रण के लिए किसानों को मिलेगा अनुदान : केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान

👉इस वर्ष किसानों को गेहूं के यह नई किस्म मालामाल करेगी, उपज क्षमता एवं विशेषताएं जानिए.. 

👉कृषि वैज्ञानिक ने विकसित की गेहूं की नई किस्म, रोटी बनेगी सबसे नरम, 3 सिंचाई में होगी 75 क्विं. हेक्टयर की पैदावार..

प्रिय पाठकों…! 🙏 Choupalsamachar.in में आपका स्वागत हैं, हम कृषि विशेषज्ञों कृषि वैज्ञानिकों एवं शासन द्वारा संचालित कृषि योजनाओं के विशेषज्ञ द्वारा गहन शोध कर Article प्रकाशित किये जाते हैं आपसे निवेदन हैं इसी प्रकार हमारा सहयोग करते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे। आप हमारे टेलीग्राम एवं व्हाट्सएप ग्रुप से नीचे दी गई लिंक के माध्यम से जुड़कर अनवरत समाचार एवं जानकारी प्राप्त करें.

Leave a Comment