कृषि वैज्ञानिकों ने दी सलाह, मोटे मुनाफे के लिए जून माह में करें सोयाबीन की इन 5 किस्मों की बुवाई

जल्द ही खरीफ सीजन की शुरुआत होने वाली हैं। ऐसे में किसान सोयाबीन की इन 5 उन्नत किस्मों (Soybean Varieties) का चयन कर सकते है। आइए जानें डिटेल..

Soybean Varieties | जल्द ही खरीफ सीजन की शुरुआत होने वाली है। जिसके चलते किसान भाई खेती के लिए खाद बीज की व्यवस्था में जुटे हुए है। ऐसे में कृषि वैज्ञानिक बताते है की जून माह में सोयाबीन की इन टॉप 5 उन्नत किस्मों की बुवाई करनी चाहिए। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है की, जो किसान भाई खरीफ सीजन के बाद रबी सीजन में प्याज-लहसुन की खेती करते है। वह कम अवधि में पकने वाली इन 5 किस्मों की बुवाई कर सकते है। आइए हम आपको बताते है कौन सी है 5 उन्नत किस्में..

1. एमएसीएस-1407 सोयाबीन किस्म

Soybean Varieties | एमएसीएस-1407 किस्म उत्तर भारत के वर्षा वाले क्षेत्र के लिए बेहद उपयुक्त होती है। साथ ही यह किस्म कीट प्रतिरोधी किस्म होती है। इसकी खेती मुख्य रूप से छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड,असम सहित उत्तर पूर्वी राज्यों में की जाती है।

बुवाई के 43 दिन बाद इस पर फूल आने लगते हैं। बुवाई के 104 दिन के बाद यह पक कर तैयार हो जाती है। जून के दूसरे सप्ताह से लेकर जुलाई के पहले सप्ताह में इसकी बुवाई का सही समय माना जाता है। यह किस्म 39 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से पैदावार देती है। : Soybean Varieties

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2. सोयाबीन की जेएस-2069 किस्म 

सोयाबीन की जेएस-2069 किस्म जल्दी तैयार होने वाली प्रजाति है। इस किस्म की बुवाई के लिए प्रति एकड़ 40 किलो बीज की आवश्यकता होती है। इस बीज से 1 हेक्टेयर में लगभग 22-26 क्विंटल उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। इस किस्म को तैयार होने में 85-90 दिनों का समय लगता है। : Soybean Varieties

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3. सोयाबीन की जेएस-2034 किस्म

सोयाबीन की अच्छी उपज पाने के लिए जेएस-2034 एक अच्छा विकल्प है। इस पौधे के दाने का रंग पीला, फूल का रंग सफेद होता है। कम वर्षा वाले जगहों में किसान इस किस्म की बुवाई कर बेहतर उत्पादन ले सकते हैं। जेएस 2034 किस्म का उत्पादन 1 हेक्टेयर में करीब 24-25 क्विंटल तक होता है। यह फसल 80-85 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है। : Soybean Varieties

4. सोयाबीन की एनआरसी 181 किस्म

सोयाबीन की एनआरसी 181 किस्म अधिक उपज देने वाली किस्म मानी जाती है। ये पीला मोजेक और टारगेट लीफ ऑफ स्पॉट रोग के लिए प्रतिरोधी है। इस किस्म की खेती भारत के मैदानी क्षेत्रों में की जाती है। इस किस्म Soybean Varieties को तैयार होने में 90-95 दिन का समय लगता है और इसका औसत उत्पादन 16-17 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।

5. सोयाबीन की बीएस 6124 किस्म

Soybean Varieties | सोयाबीन की उन्नत किस्म में बीएस 6124 प्रजाति भी शामिल है। इस प्रजाति के पौधे में बैंगनी रंग के फूल आते हैं। यह किस्म बुवाई के 90 से 95 दिनों में तैयार होने वाली फसल है। जो 20 से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर कि दर से पैदावार भी देती है। वहीं यह किस्म 21 प्रतिशत तक का तेल उत्पादन भी देती है।

कहां से खरीदे इनका बीज

सोयाबीन की दी गई 5 उन्नत किस्मों के बीज के लिए किसान भाई अपनी नजदीकी बीज कंपनी से संपर्क कर सकते है। या इसके अलावा अनुसंधान केंद्र से भी संपर्क कर बीज खरीद सकते है।

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